जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
समाचार
सशस्त्र सेना झंडा दिवस योगदान राशि लक्ष्य पूर्ति से दो गुना अधिक
प्रदेश में बुरहानपुर जिला संग्रहण में अग्रणी
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सशस्त्र सेना झंडा दिवस योगदान राशि लक्ष्य पूर्ति से दो गुना अधिक
प्रदेश में बुरहानपुर जिला संग्रहण में अग्रणी
बुरहानपुर/6
दिसम्बर/- देश की सुरक्षा में थल, जल और वायु सेना के सैनिक प्रमुखता से
मुस्तैद है। इस दरम्यान युद्ध में शहीद, विकलांग सैनिकों तथा उनके आश्रित
परिवारों को हर संभव आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इस हेतु सशस्त्र
सेना झंडा दिवस पर फ्लैग लगाकर हम सभी अंशदान योगदान के रूप में राशि
संकलित करते है। इसी उद््देश्य से सभी देश के रणबाकुरों की सहायतार्थ
योगदान देवे। हर नागरिक सैनिक कल्याण कोष में योगदान देना अपना फर्ज समझे।
जिले में सशस्त्र सेना झंडा दिवस योगदान में लक्ष्य पूर्ति से दो गुना अधिक राशि का संग्रहण किया गया है। गत तीन वर्षो से प्रदेश में बुरहानपुर जिला सहायता राशि की लक्ष्यपूर्ति में अग्रणी रहा है। इस उपलब्धि पर राज्यपाल द्वारा जिला कलेक्टर बुरहानपुर को प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया है। जिससे संपूर्ण जिला गौरान्वित हुआ है। इसमें योगदान देने वाले शासकीय/अशासकीय/स्वयंसेवी संस्थाओं संगठनों तथा सम्मानीय नागरिक साधुवाद के पात्र है।
यह बात कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस को फ्लैग लगाते हुए कही। उन्होनें आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा विभाग द्वारा 11 हजार 101 रूपये सैनिक कल्याण कोष में सहायता राशि चैक कैप्टन श्री राजपालसिंह को सौंपा। इस मौके पर एनसीसी कैडेटो ने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को सशस्त्र सेना झंडा दिवस फ्लैग लगाया। स्थानीय कलेक्टेªट सभागार में जिला एन.सी.सी. आफीसर एवं प्राचार्य श्रीमती नीना गुप्ता के मार्गदर्शन में झंडा दिवस की गतिविधियां सम्मान जनक रूप संपन्न हुई।
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय कैप्टन श्री सिंह ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस 7 दिसम्बर को मनाया जाता है। आज एक दिन पूर्व यह दिवस इस वजह से मनाया जा रहा है कि 7 दिसम्बर को रविवार रहेगा। उन्होनें बताया कि सैनिक कल्याण के लिए शासकीय/अशासकीय/निजि संस्थान, व्यापारिक संस्थाएं भी योगदान दे सकते है। इस सहायतार्थ अंशदान देने से उन्हें आयकर में छूट का प्रावधान किया गया है। शासन ने सैनिक कल्याण कोष 1949 से प्रारंभ किया है। सरकार ने निर्णय लिया कि शहीद सैनिकों व विकलांग सैनिकों एवं उनके आश्रितों को हर हाल में सहायता प्रदाय की जाएगी। इसी उद््देश्य को लेकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का फैसला लिया गया। इसमें सैनिकों के कल्याण कोष में धन संग्रह किया जाता है। युद्ध में शहीद व विकलांग सैनिकों व उनके परिवार के सदस्यों को उक्त धनराशि कल्याणार्थ प्रदाय की जाती है। देश के राष्ट्र ध्वज में तीन रंग है। केसरिया, सफेद और हरा। केसरिया रंग लाल और पीला मिलकर बना है। जो हिन्दू और सिख धर्म का प्रतीक है। इसी प्रकार से सफेद रंग ईसाइ धर्म का है। हरा रंग इस्लाम धर्म से जुड़ा है। बीच में नीले रंग की 24 तिलियां वाला चक्र है। इसका तात्पर्य देश को आजाद कराने में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाइ सभी वर्गो का योगदान रहा है। राष्ट्रध्वज में तीन रंग दिये गये है। जो लाल रंग शहादत और सफेद रंग शांति तथा हरा रंग हरियाली और अमन का है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस युद्ध में तीनांे सेनाओं में उक्त सभी का योगदान है। सैनिकों के कल्याणार्थ प्राथमिकता से अंशदान देना चाहिए। जिससे सैनिकों को सहायता प्रदाय की जा सकें।
इस अवसर पर कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डिप्टी कलेक्टर श्री सुमेरसिंह मुजाल्दा ने किया। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर प्रकाश रेवाल, डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव सहित कलेक्टेªट के सभी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
जिले में सशस्त्र सेना झंडा दिवस योगदान में लक्ष्य पूर्ति से दो गुना अधिक राशि का संग्रहण किया गया है। गत तीन वर्षो से प्रदेश में बुरहानपुर जिला सहायता राशि की लक्ष्यपूर्ति में अग्रणी रहा है। इस उपलब्धि पर राज्यपाल द्वारा जिला कलेक्टर बुरहानपुर को प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया है। जिससे संपूर्ण जिला गौरान्वित हुआ है। इसमें योगदान देने वाले शासकीय/अशासकीय/स्वयंसेवी संस्थाओं संगठनों तथा सम्मानीय नागरिक साधुवाद के पात्र है।
यह बात कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस को फ्लैग लगाते हुए कही। उन्होनें आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा विभाग द्वारा 11 हजार 101 रूपये सैनिक कल्याण कोष में सहायता राशि चैक कैप्टन श्री राजपालसिंह को सौंपा। इस मौके पर एनसीसी कैडेटो ने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को सशस्त्र सेना झंडा दिवस फ्लैग लगाया। स्थानीय कलेक्टेªट सभागार में जिला एन.सी.सी. आफीसर एवं प्राचार्य श्रीमती नीना गुप्ता के मार्गदर्शन में झंडा दिवस की गतिविधियां सम्मान जनक रूप संपन्न हुई।
जिला सैनिक कल्याण कार्यालय कैप्टन श्री सिंह ने बताया कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस 7 दिसम्बर को मनाया जाता है। आज एक दिन पूर्व यह दिवस इस वजह से मनाया जा रहा है कि 7 दिसम्बर को रविवार रहेगा। उन्होनें बताया कि सैनिक कल्याण के लिए शासकीय/अशासकीय/निजि संस्थान, व्यापारिक संस्थाएं भी योगदान दे सकते है। इस सहायतार्थ अंशदान देने से उन्हें आयकर में छूट का प्रावधान किया गया है। शासन ने सैनिक कल्याण कोष 1949 से प्रारंभ किया है। सरकार ने निर्णय लिया कि शहीद सैनिकों व विकलांग सैनिकों एवं उनके आश्रितों को हर हाल में सहायता प्रदाय की जाएगी। इसी उद््देश्य को लेकर सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का फैसला लिया गया। इसमें सैनिकों के कल्याण कोष में धन संग्रह किया जाता है। युद्ध में शहीद व विकलांग सैनिकों व उनके परिवार के सदस्यों को उक्त धनराशि कल्याणार्थ प्रदाय की जाती है। देश के राष्ट्र ध्वज में तीन रंग है। केसरिया, सफेद और हरा। केसरिया रंग लाल और पीला मिलकर बना है। जो हिन्दू और सिख धर्म का प्रतीक है। इसी प्रकार से सफेद रंग ईसाइ धर्म का है। हरा रंग इस्लाम धर्म से जुड़ा है। बीच में नीले रंग की 24 तिलियां वाला चक्र है। इसका तात्पर्य देश को आजाद कराने में हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाइ सभी वर्गो का योगदान रहा है। राष्ट्रध्वज में तीन रंग दिये गये है। जो लाल रंग शहादत और सफेद रंग शांति तथा हरा रंग हरियाली और अमन का है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस युद्ध में तीनांे सेनाओं में उक्त सभी का योगदान है। सैनिकों के कल्याणार्थ प्राथमिकता से अंशदान देना चाहिए। जिससे सैनिकों को सहायता प्रदाय की जा सकें।
इस अवसर पर कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन डिप्टी कलेक्टर श्री सुमेरसिंह मुजाल्दा ने किया। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर प्रकाश रेवाल, डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव सहित कलेक्टेªट के सभी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।
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आश्रय व बाल गृह प्रारंभ करने उपयुक्त भवन आवश्यक-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला सलाहकार समिति बैठक संपन्न
आश्रय व बाल गृह प्रारंभ करने उपयुक्त भवन आवश्यक-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला सलाहकार समिति बैठक संपन्न
बुरहानपुर/6
दिसम्बर/- जिले में खुला आश्रय एवं बाल गृह प्रारंभ करने के लिए उपयुक्त
भवन आवश्यक है। भवन में पर्याप्त मूलभूत सुविधाएं होना चाहिए। ताकि
संबंधितों को आवासीय व्यवस्थाएं मूल रूप से उपलब्ध कराई जा सकें।
कलेक्टर एवं जिला सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया ने उक्त बात कही। इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित जिला सलाहकार बोर्ड की बैठक में सदस्यगण उपस्थित रहे। अध्यक्ष ने सदस्यों से भी अपेक्षा की कि उक्त प्रस्तावों पर अनुकुलता को दृष्टिगत रखते हुए निर्णय लिए जाए। आपकी नजर में भवन हो तो अवश्य ही प्रस्ताव रखे। ताकि शीघ्र ही आश्रय व बालगृृह खोला जा सकें।
बैठक में जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री नीलम चौहान ने उक्त आश्रय व बाल गृह प्रस्ताव का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.एल.उपाध्याय, उद्योगपति संजय अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता महेन्द्र जैन, मोहल्ला समिति सदस्य श्री रमेश कुमार चौधरी, संरक्षण अधिकारी श्री विष्णुकांत दुबे एवं श्री आशु पटेल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
कलेक्टर एवं जिला सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया ने उक्त बात कही। इस अवसर पर महिला सशक्तिकरण विभाग द्वारा संचालित जिला सलाहकार बोर्ड की बैठक में सदस्यगण उपस्थित रहे। अध्यक्ष ने सदस्यों से भी अपेक्षा की कि उक्त प्रस्तावों पर अनुकुलता को दृष्टिगत रखते हुए निर्णय लिए जाए। आपकी नजर में भवन हो तो अवश्य ही प्रस्ताव रखे। ताकि शीघ्र ही आश्रय व बालगृृह खोला जा सकें।
बैठक में जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी सुश्री नीलम चौहान ने उक्त आश्रय व बाल गृह प्रस्ताव का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.एल.उपाध्याय, उद्योगपति संजय अग्रवाल, सामाजिक कार्यकर्ता महेन्द्र जैन, मोहल्ला समिति सदस्य श्री रमेश कुमार चौधरी, संरक्षण अधिकारी श्री विष्णुकांत दुबे एवं श्री आशु पटेल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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