जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
समाचार
भ्रष्टाचार संबंधी एवं सामान्य शिकायत निराकरण हेतु समयावधि निर्धारित
कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन का पालन करने कार्यशाला में अधिकारियों को दिये निर्देश
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भ्रष्टाचार संबंधी एवं सामान्य शिकायत निराकरण हेतु समयावधि निर्धारित
कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाईन का पालन करने कार्यशाला में अधिकारियों को दिये निर्देश
बुरहानपुर/2
अगस्त/ राज्य शासन द्वारा नागरिकों के लिए त्वरित शिकायत एवं समस्याओं के
निराकरण एवं जानकारी प्रदाय तंत्र के रूप में सीएम हेल्पलाईन 181 संचालित
हो रही है।
इसमें भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतों का निराकरण 2 दिवस में तथा सामान्य शिकायत समस्याओं का निराकरण 7 दिन की समयावधि में किया जाना है।
कलेक्टर श्री आशुतोष अवस्थी ने आज हेल्पलाईन संबंधी कार्यशाला में उक्त जानकारी दी। उन्होनें इस संबंध में अधिकारियों को भी विस्तृत दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने आगाह किया। कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में एडीएम श्री प्रकाश रेवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री सुरेश्वरसिंह सहित सभी विभाग प्रमुख व नोडल अधिकारीगण उपस्थित रहे। कलेक्टर ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को कॉल सेंटर के पोर्टल पर एक यूनिक आई डी एवं पासवर्ड प्रदान किया गया है। जिसके माध्यम से वह लॉग इन कर सभी शिकायतों का प्रिन्ट आउट निकाल ले। उसकी गंभीरता, महत्ता और अविलंबता के आधार पर शीघ्रता से निराकरण की कार्यवाही सुनिश्चित करेगें। सभी विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिये गये है। अधिकारी इस कार्य के संपादन हेतु एक सिस्टम बनायें। जो कि मुस्तैदी से उक्त कार्य को अंजाम दे सके। ऑपरेटर नित्य विभागीय यूजर आईडी के माध्यम से विभाग संबंधित शिकायतों की जानकारी प्राप्त करें और जिला अधिकारी को अवगत करायेगें। विभाग प्रमुख भी प्रतिदिन अपने विभाग से संबंधित शिकायतें देखेगें। नागरिकों से प्राप्त सामान्य शिकायतों के निराकरण के लिए चार स्तर के अधिकारी रहेगें। जिले में संबंधित ब्लॉक स्तरीय अधिकारी फर्स्ट लेबल अधिकारी एवं विभाग या जिला कार्यालय प्रमुख अधिकारी द्वितीय स्तर के अधिकारी रहेगें। विभाग के संभाग स्तर के अधिकारी तृतीय स्तरीय अधिकारी तथा संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष चतुर्थ स्तरीय अधिकारी बनाये गये है। सभी स्तर के अधिकारी प्रतिदिन पोर्टल पर लागिन करके नागरिकों से प्राप्त शिकातयों का अनिवार्यतः अवलोकन करेगें। किंतु इन शिकायतों आदि पर त्वरित कार्यवाही कर पोर्टल पर अपलोड करने की जिम्मेदारी सर्वप्रथम प्रथम स्तर के अधिकारी की है। यह अधिकारी प्रत्येक शिकायत के संबंध में वास्तविक स्थिति और की गयी कार्यवाही की जानकारी देगें। हेल्पलाईन द्वारा शिकायत अपलोड होने के अधिकतम 7 कार्यदिवस के भीतर पोर्टल पर अपलोड करेगें। यदि प्रथम स्तर के अधिकारी द्वारा ऐसा नहीं किया जाता। तो शिकायत पर वस्तुस्थिति की जानकारी अपलोड करने की जवाबदेही स्वतः ही द्वितीय स्तर पर अंतरित हो जायेगी। इसी प्रकार समय सीमा में कार्यवाही नही होने पर यह जिम्मेदारी तृतीय एवं चतुर्थ स्तर तक पहुंच सकेगी। यद्यपि प्रथम स्तर के अधिकारी समय सीमा के बाद टोल फ्री नंबर 1800-2330-183 पर कॉल कर प्रकरण की अद्यतन स्थिति दर्ज करा सकते है। लेकिन समय सीमा किसी भी स्थिति में कम नही होगी। इसी प्रकार से किसी नागरिक द्वारा भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत की जाती है तो इनके निराकरण के लिए अधिकारियों के लेबल स्तर पर सामान्यतः निम्नानुसार रहेगें। जिला स्तरीय अधिकारी कार्यालय प्रमुख से निम्न स्तरीय अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध शिकायतों के लिए भी स्तरीयकरण नियत किया गया है। इस संबंध में शिकायतों के निराकरण हेतु प्रथम स्तर जिला कार्यालय प्रमुख व द्वितीय कलेक्टर एवं तृतीय संभागायुक्त तथा चतुर्थ स्तर के अधिकारी संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष है। कलेक्टर ने कहा कि जिले में सभी विभागों को यूजर आई डी एवं पासवर्ड जिला लोक सेवा प्रबंधक द्वारा प्रदाय कर दिये गये है। जिन अधिकारियों को अभी भी यूजर आई पासवर्ड नहीं मिले है। वे लोक सेवा प्रबंधक से संपर्क कर प्राप्त करें। एडीएम श्री रेवाल ने बताया कि किसी भी प्रकार की शिकायत विभाग से संबंधित खाते में रियल टाईम में दर्ज होगी। दर्ज होने के उपरांत संबंधित अधिकारी को एस.एम.एस. से भी कॉल किया जायेगा। शिकायत की जानकारी प्राप्त होने के पश्चात संबंधित अधिकारी द्वारा शिकायत निराकरण के लिए तीन विकल्प है। इसमें वेबपोर्टल ूूूण्बउीमसचसपदमण्उचण्हवअण्पद पर शिकायतों का निराकरण दर्ज कर सकते है। शिकायत का निराकरण की जानकारी टोल फ्री नंबर पर भी दर्ज कर सकते है। शिकायतों का निराकरण सीएम हेल्पलाईन वेबसाईट पर भी डाउनलोड किया जा सकता है।
कार्यशाला में लोक सेवा प्रबंधक श्री मनोज शंखपाल ने सीएम हेल्पलाईन के संबंध में प्रोजेक्टर के माध्यम से उपस्थित सर्व विभाग प्रमुखों और नोडल अधिकारियों को विस्तार से कार्यान्वयन अवगत कराया। उन्होनें बताया कि पोर्टल पर शिकायत विशेष के लिए संबंधित विभाग/कार्यालय स्पष्ट जानकारी अपलोड करें। इसके पश्चात सीएम हेल्पलाईन द्वारा संबंधित शिकायतकर्ता को दूरभाष पर संपर्क कर समस्या के समाधान से उसकी संतुष्टि के बारे में पूछे। कि वह शिकायत के साथ निराकरण से संतुष्ट है। तो तदानुसार जानकारी दर्ज कर शिकायत को विलोपित किया जा सकेगा। किंतु शिकायतकर्ता नागरिक संतुष्ट नही है तो शिकायत विलोपित नहीं होगी। वह शिकायत वरिष्ठ अधिकारी को प्रेेषित कर दिया जायेगा। इस प्रकार से हेल्पलाईन के संबंध में अधिकारियों को क्रियान्वयन और जवाबदेही समझायी गयी।
इसमें भ्रष्टाचार संबंधी शिकायतों का निराकरण 2 दिवस में तथा सामान्य शिकायत समस्याओं का निराकरण 7 दिन की समयावधि में किया जाना है।
कलेक्टर श्री आशुतोष अवस्थी ने आज हेल्पलाईन संबंधी कार्यशाला में उक्त जानकारी दी। उन्होनें इस संबंध में अधिकारियों को भी विस्तृत दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने आगाह किया। कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में एडीएम श्री प्रकाश रेवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री सुरेश्वरसिंह सहित सभी विभाग प्रमुख व नोडल अधिकारीगण उपस्थित रहे। कलेक्टर ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को कॉल सेंटर के पोर्टल पर एक यूनिक आई डी एवं पासवर्ड प्रदान किया गया है। जिसके माध्यम से वह लॉग इन कर सभी शिकायतों का प्रिन्ट आउट निकाल ले। उसकी गंभीरता, महत्ता और अविलंबता के आधार पर शीघ्रता से निराकरण की कार्यवाही सुनिश्चित करेगें। सभी विभागों में नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिये गये है। अधिकारी इस कार्य के संपादन हेतु एक सिस्टम बनायें। जो कि मुस्तैदी से उक्त कार्य को अंजाम दे सके। ऑपरेटर नित्य विभागीय यूजर आईडी के माध्यम से विभाग संबंधित शिकायतों की जानकारी प्राप्त करें और जिला अधिकारी को अवगत करायेगें। विभाग प्रमुख भी प्रतिदिन अपने विभाग से संबंधित शिकायतें देखेगें। नागरिकों से प्राप्त सामान्य शिकायतों के निराकरण के लिए चार स्तर के अधिकारी रहेगें। जिले में संबंधित ब्लॉक स्तरीय अधिकारी फर्स्ट लेबल अधिकारी एवं विभाग या जिला कार्यालय प्रमुख अधिकारी द्वितीय स्तर के अधिकारी रहेगें। विभाग के संभाग स्तर के अधिकारी तृतीय स्तरीय अधिकारी तथा संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष चतुर्थ स्तरीय अधिकारी बनाये गये है। सभी स्तर के अधिकारी प्रतिदिन पोर्टल पर लागिन करके नागरिकों से प्राप्त शिकातयों का अनिवार्यतः अवलोकन करेगें। किंतु इन शिकायतों आदि पर त्वरित कार्यवाही कर पोर्टल पर अपलोड करने की जिम्मेदारी सर्वप्रथम प्रथम स्तर के अधिकारी की है। यह अधिकारी प्रत्येक शिकायत के संबंध में वास्तविक स्थिति और की गयी कार्यवाही की जानकारी देगें। हेल्पलाईन द्वारा शिकायत अपलोड होने के अधिकतम 7 कार्यदिवस के भीतर पोर्टल पर अपलोड करेगें। यदि प्रथम स्तर के अधिकारी द्वारा ऐसा नहीं किया जाता। तो शिकायत पर वस्तुस्थिति की जानकारी अपलोड करने की जवाबदेही स्वतः ही द्वितीय स्तर पर अंतरित हो जायेगी। इसी प्रकार समय सीमा में कार्यवाही नही होने पर यह जिम्मेदारी तृतीय एवं चतुर्थ स्तर तक पहुंच सकेगी। यद्यपि प्रथम स्तर के अधिकारी समय सीमा के बाद टोल फ्री नंबर 1800-2330-183 पर कॉल कर प्रकरण की अद्यतन स्थिति दर्ज करा सकते है। लेकिन समय सीमा किसी भी स्थिति में कम नही होगी। इसी प्रकार से किसी नागरिक द्वारा भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायत की जाती है तो इनके निराकरण के लिए अधिकारियों के लेबल स्तर पर सामान्यतः निम्नानुसार रहेगें। जिला स्तरीय अधिकारी कार्यालय प्रमुख से निम्न स्तरीय अधिकारी-कर्मचारियों के विरूद्ध शिकायतों के लिए भी स्तरीयकरण नियत किया गया है। इस संबंध में शिकायतों के निराकरण हेतु प्रथम स्तर जिला कार्यालय प्रमुख व द्वितीय कलेक्टर एवं तृतीय संभागायुक्त तथा चतुर्थ स्तर के अधिकारी संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष है। कलेक्टर ने कहा कि जिले में सभी विभागों को यूजर आई डी एवं पासवर्ड जिला लोक सेवा प्रबंधक द्वारा प्रदाय कर दिये गये है। जिन अधिकारियों को अभी भी यूजर आई पासवर्ड नहीं मिले है। वे लोक सेवा प्रबंधक से संपर्क कर प्राप्त करें। एडीएम श्री रेवाल ने बताया कि किसी भी प्रकार की शिकायत विभाग से संबंधित खाते में रियल टाईम में दर्ज होगी। दर्ज होने के उपरांत संबंधित अधिकारी को एस.एम.एस. से भी कॉल किया जायेगा। शिकायत की जानकारी प्राप्त होने के पश्चात संबंधित अधिकारी द्वारा शिकायत निराकरण के लिए तीन विकल्प है। इसमें वेबपोर्टल ूूूण्बउीमसचसपदमण्उचण्हवअण्पद पर शिकायतों का निराकरण दर्ज कर सकते है। शिकायत का निराकरण की जानकारी टोल फ्री नंबर पर भी दर्ज कर सकते है। शिकायतों का निराकरण सीएम हेल्पलाईन वेबसाईट पर भी डाउनलोड किया जा सकता है।
कार्यशाला में लोक सेवा प्रबंधक श्री मनोज शंखपाल ने सीएम हेल्पलाईन के संबंध में प्रोजेक्टर के माध्यम से उपस्थित सर्व विभाग प्रमुखों और नोडल अधिकारियों को विस्तार से कार्यान्वयन अवगत कराया। उन्होनें बताया कि पोर्टल पर शिकायत विशेष के लिए संबंधित विभाग/कार्यालय स्पष्ट जानकारी अपलोड करें। इसके पश्चात सीएम हेल्पलाईन द्वारा संबंधित शिकायतकर्ता को दूरभाष पर संपर्क कर समस्या के समाधान से उसकी संतुष्टि के बारे में पूछे। कि वह शिकायत के साथ निराकरण से संतुष्ट है। तो तदानुसार जानकारी दर्ज कर शिकायत को विलोपित किया जा सकेगा। किंतु शिकायतकर्ता नागरिक संतुष्ट नही है तो शिकायत विलोपित नहीं होगी। वह शिकायत वरिष्ठ अधिकारी को प्रेेषित कर दिया जायेगा। इस प्रकार से हेल्पलाईन के संबंध में अधिकारियों को क्रियान्वयन और जवाबदेही समझायी गयी।
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समाचार
स्वतंत्रता दिवस समारोह पूर्व तैयारियां संबंधी बैठक 4 अगस्त को
स्वतंत्रता दिवस समारोह पूर्व तैयारियां संबंधी बैठक 4 अगस्त को
बुरहानपुर
/2 अगस्त / स्वतंत्रता दिवस समारोह 15 अगस्त को मनाया जायेगा। जिला स्तरीय
समारोह आयोजन की पूर्व तैयारी संबंधी बैठक आयोजित की गयी है। कलेक्टर श्री
आशुतोष अवस्थी की अध्यक्षता में उक्त बैठक 4 अगस्त को समय सीमा बैठक के
बाद कलेक्टेªट सभाकक्ष में संपन्न होगी।
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समाचाररोजगार मेला 5 एवं 6 अगस्त को धूलकोट और देड़तलाई ग्राम में आयोजित
बुरहानपुर
/2 अगस्त / जिले में 2 स्थानों पर रोजगार मेला आयोजित होगे। यह मेला 5
अगस्त को बुरहानपुर विकासखण्ड क्षेत्र के धूलकोट ग्राम पंचायत भवन में तथा 6
अगस्त को खकनार विकासखण्ड अंतर्गत देड़तलाई ग्राम के हाईस्कूल प्रागंण में
लगाये जायेगें। उक्त मेले पूर्वान्ह 11 बजे से सायंकाल 4 बजे तक संचालित
रहेगे।
यह जानकारी जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने दी। उन्होनें बताया कि मेलों का आयोजन एस.आर.एल.एम.भोपाल में आयोजित योजना की समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों के परिपालन में आयोजित किये जा रहे है।
यह जानकारी जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने दी। उन्होनें बताया कि मेलों का आयोजन एस.आर.एल.एम.भोपाल में आयोजित योजना की समीक्षा बैठक में दिये गये निर्देशों के परिपालन में आयोजित किये जा रहे है।
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