जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
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बुरहानपुर को भारत के पर्यटकीय नक्शे में लाना पहली प्राथमिकता
कलेक्टर की अध्यक्षता में पुरातत्व संबंधी बैठक में अहम निर्णय पारित
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बुरहानपुर को भारत के पर्यटकीय नक्शे में लाना पहली प्राथमिकता
कलेक्टर की अध्यक्षता में पुरातत्व संबंधी बैठक में अहम निर्णय पारित
बुरहानपुर/23
अगस्त/ बुरहानपुर जिले में पर्यटन विकास की असीम संभावनाएं है। इस हेतु
यहां के नायाब ऐतिहासिक धरोंहरो तक पहुंच मार्गो का निर्माण बहुत ही आवश्यक
है। साथ ही स्मारकों को संरक्षण प्रदान करते हुए इनके परिसरों में
बाग-बगीचे लगाकर सौंदर्यता बढ़ाई जावे। ताकि धरोहरों में और निखार आ जाए।
जिससे पर्यटक निश्चित रूप से आकर्षित होगें। यहा के पर्यटन प्रोत्साहित
करने हेतु बुरहानपुर जिले को भारत के पर्यटकीय नक्शें में लाना पहली
प्राथमिकता है।
यह निर्णय कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की अध्यक्षता में पुरातत्व संबंधी बैठक में इतिहासविदो ने सामुहिक रूप से लिया है। इस बैठक में महापौर श्रीमती माधुरी पटेल, पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह, एडीएम श्री प्रकाश रेवाल सहित नगर के इतिहासविद तथा पत्रकारगण उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कहा कि यहां पुरातत्वीय स्मारकों के अनुसंधान हेतु टीम गठित की जावे। जिसमें श्री नंदकिशोर देवड़ा, डॉ.मेजर गुप्ता, श्री तेजपाल भट्ट, शहजादा आसिफ खान, श्री सुनील पारिख रहेगें। इसके अलावा अन्य धरोहरों ऐतिहासिक संदर्भ संकलन टीम में कमरूद्दीन फलक और श्री शालिकराम चौधरी सहित अन्य सदस्य शामिल किए गए है। ऐतिहासिक स्थलों के उन्नयन निर्माण कार्य हेतु मध्य प्रदेश टूरिज्म उपयंत्री, नगर निगम कार्यपालन यंत्री तथा लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री तथा केन्द्रीय पुरातत्व अधिकारी एवं उपसंचालक उद्यान को रखा गया है। कलेक्टर ने केन्द्रीय पुरातत्व विभाग व नगर निगम सहित अन्य विभागों को निर्देश दिए है कि जो भी विकासीय कार्य योजना अद्यतन की जाती है। उसके बारे में एक बार मुझसे चर्चा या मेरे ध्यान में अवश्य लायें। ताकि कार्ययोजना में धरोहरों को विकसित करने में काफी मद्द मिलेगी। उन्होनें सूर्यपुत्री ताप्ती सलिला का लगभग 20 फीट से अधिक के छायाचित्र देखकर प्रशंसा व्यक्त की। उन्होनें नगर के छाया चित्रकारों ने फोटोग्राफ्स के माध्यम से ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में जानकारी प्राप्त की। सभी के सुझाव और सलाह पर कलेक्टर ने कहा कि बुरहानपुर की ऐतिहासिक इमारतों का प्रचार-प्रसार बहुत जरूरी है। इस हेतु दिल्ली व मुम्बई के बस ऑपरेटरों की भी कार्यशाला आयोजित की जावेगी। जिससे बुरहानपुर रूट के बारे में तथा यहा की धरोहरों के संबंध में उन्हें जानकारी दी जाएगी। जिससे वे टूरिस्टों को बुरहानपुर में देखने लायक बेजोड़ धरोहरों की खासियत बता सकेगें।
श्रीमती सिंथिया ने यह भी चिंता व्यक्त की कि यहां से टूरिस्ट इंदौर, दिल्ली, मुम्बई निकल जाते है। इस बीच बुरहानपुर के ऐतिहासिक स्थलों को भी पर्यटक देख सकते है। वे अंजता ऐलोरा, शिर्डी, ओंकारेश्वर, महेश्वर, महाकाल, धार माण्डू देखते हुए दिल्ली अथवा मुंबई निकल जाते है। इसलिए टूरिस्ट को बुरहानपुर में मुमताज महल की कब्र, आहूखाना, असीरगढ़ का किला, शाही किला, कंुडी भंडारा, महल गुलारा, शाह नवाज का मकबरा, चूड़ी वाली मस्जिद, चौक हमाम, काला ताजमहल, राजा जयसिंह की छतरी, दरगाह-ए-हकीमी, बड़ा गुरूद्वारा, शनवारा गेट, परकोटा, अकबरी सराय, मोती महल, ईच्छादेवी मंदिर, रेणुका माता मंदिर जैसें अनेको स्थलों की जानकारी देनी होगी। तभी टूरिस्ट बुरहानपुर में रूककर इन इमारतों को देख सकेगें। साथ ही यहां के इतिहास की जानकारी से अवगत होगें। नगर निगम आयुक्त श्री सुरेश रेवाल ने कहा कि आगामी 2015 में बुरहानपुर के ऐतिहासिक इमारतों पर केलेण्डर प्रकाशित किया जायेगा। यहां के इतिहासविद व मॉनीटरिंग टीम 12 फोटो चयन करेगें। वहीं वार्षिक केलेण्डर में प्रकाशित की जावेगी।
बैठक में होशंग हवलदार ने कहा कि बुरहानपुर ऐतिहासिक स्मारक, पानी, पेटिंग, वास्तुकला आदि से भरपूर है। बस जरूरत है तो स्मारकों तक पहुंच मार्गो की तथा उनके संरक्षण संवर्धन की। डॉ.मेजर गुप्ता ने बताया कि पूर्व में यहां के पुरातत्वीय स्थलों की जानकारी देने ऑटो-टैम्पों और बस ऑपरेटरों को किताब/फोल्डर आदि वितरित किए गए थे। बीच में बुरहानपुर दर्शन बस भी चलाई गई। वर्तमान में ऑटो आदि को बुरहानपुर रथ के रूप में इन स्थलों तक चलाया जा सकता है। कमरूद््दीन फलक ने कहा कि कई इमारते व ऐतिहासिक स्थल ऐसे है जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। कलेक्टर व समिति के सदस्यों ने इन सुझावों पर अमल करने की बात कही। इसके लिए केन्द्र व राज्य पुरातत्व तथा नगर निगम के अधिकारियों को उक्त कार्य के लिए आगाह किया। कलेक्टर ने कहा कि पुरातत्व के संबंध में समय-समय पर बैठक ली जायेगी।
यह निर्णय कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की अध्यक्षता में पुरातत्व संबंधी बैठक में इतिहासविदो ने सामुहिक रूप से लिया है। इस बैठक में महापौर श्रीमती माधुरी पटेल, पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह, एडीएम श्री प्रकाश रेवाल सहित नगर के इतिहासविद तथा पत्रकारगण उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कहा कि यहां पुरातत्वीय स्मारकों के अनुसंधान हेतु टीम गठित की जावे। जिसमें श्री नंदकिशोर देवड़ा, डॉ.मेजर गुप्ता, श्री तेजपाल भट्ट, शहजादा आसिफ खान, श्री सुनील पारिख रहेगें। इसके अलावा अन्य धरोहरों ऐतिहासिक संदर्भ संकलन टीम में कमरूद्दीन फलक और श्री शालिकराम चौधरी सहित अन्य सदस्य शामिल किए गए है। ऐतिहासिक स्थलों के उन्नयन निर्माण कार्य हेतु मध्य प्रदेश टूरिज्म उपयंत्री, नगर निगम कार्यपालन यंत्री तथा लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री तथा केन्द्रीय पुरातत्व अधिकारी एवं उपसंचालक उद्यान को रखा गया है। कलेक्टर ने केन्द्रीय पुरातत्व विभाग व नगर निगम सहित अन्य विभागों को निर्देश दिए है कि जो भी विकासीय कार्य योजना अद्यतन की जाती है। उसके बारे में एक बार मुझसे चर्चा या मेरे ध्यान में अवश्य लायें। ताकि कार्ययोजना में धरोहरों को विकसित करने में काफी मद्द मिलेगी। उन्होनें सूर्यपुत्री ताप्ती सलिला का लगभग 20 फीट से अधिक के छायाचित्र देखकर प्रशंसा व्यक्त की। उन्होनें नगर के छाया चित्रकारों ने फोटोग्राफ्स के माध्यम से ऐतिहासिक धरोहरों के बारे में जानकारी प्राप्त की। सभी के सुझाव और सलाह पर कलेक्टर ने कहा कि बुरहानपुर की ऐतिहासिक इमारतों का प्रचार-प्रसार बहुत जरूरी है। इस हेतु दिल्ली व मुम्बई के बस ऑपरेटरों की भी कार्यशाला आयोजित की जावेगी। जिससे बुरहानपुर रूट के बारे में तथा यहा की धरोहरों के संबंध में उन्हें जानकारी दी जाएगी। जिससे वे टूरिस्टों को बुरहानपुर में देखने लायक बेजोड़ धरोहरों की खासियत बता सकेगें।
श्रीमती सिंथिया ने यह भी चिंता व्यक्त की कि यहां से टूरिस्ट इंदौर, दिल्ली, मुम्बई निकल जाते है। इस बीच बुरहानपुर के ऐतिहासिक स्थलों को भी पर्यटक देख सकते है। वे अंजता ऐलोरा, शिर्डी, ओंकारेश्वर, महेश्वर, महाकाल, धार माण्डू देखते हुए दिल्ली अथवा मुंबई निकल जाते है। इसलिए टूरिस्ट को बुरहानपुर में मुमताज महल की कब्र, आहूखाना, असीरगढ़ का किला, शाही किला, कंुडी भंडारा, महल गुलारा, शाह नवाज का मकबरा, चूड़ी वाली मस्जिद, चौक हमाम, काला ताजमहल, राजा जयसिंह की छतरी, दरगाह-ए-हकीमी, बड़ा गुरूद्वारा, शनवारा गेट, परकोटा, अकबरी सराय, मोती महल, ईच्छादेवी मंदिर, रेणुका माता मंदिर जैसें अनेको स्थलों की जानकारी देनी होगी। तभी टूरिस्ट बुरहानपुर में रूककर इन इमारतों को देख सकेगें। साथ ही यहां के इतिहास की जानकारी से अवगत होगें। नगर निगम आयुक्त श्री सुरेश रेवाल ने कहा कि आगामी 2015 में बुरहानपुर के ऐतिहासिक इमारतों पर केलेण्डर प्रकाशित किया जायेगा। यहां के इतिहासविद व मॉनीटरिंग टीम 12 फोटो चयन करेगें। वहीं वार्षिक केलेण्डर में प्रकाशित की जावेगी।
बैठक में होशंग हवलदार ने कहा कि बुरहानपुर ऐतिहासिक स्मारक, पानी, पेटिंग, वास्तुकला आदि से भरपूर है। बस जरूरत है तो स्मारकों तक पहुंच मार्गो की तथा उनके संरक्षण संवर्धन की। डॉ.मेजर गुप्ता ने बताया कि पूर्व में यहां के पुरातत्वीय स्थलों की जानकारी देने ऑटो-टैम्पों और बस ऑपरेटरों को किताब/फोल्डर आदि वितरित किए गए थे। बीच में बुरहानपुर दर्शन बस भी चलाई गई। वर्तमान में ऑटो आदि को बुरहानपुर रथ के रूप में इन स्थलों तक चलाया जा सकता है। कमरूद््दीन फलक ने कहा कि कई इमारते व ऐतिहासिक स्थल ऐसे है जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है। कलेक्टर व समिति के सदस्यों ने इन सुझावों पर अमल करने की बात कही। इसके लिए केन्द्र व राज्य पुरातत्व तथा नगर निगम के अधिकारियों को उक्त कार्य के लिए आगाह किया। कलेक्टर ने कहा कि पुरातत्व के संबंध में समय-समय पर बैठक ली जायेगी।
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समाचार
स्थानीय व क्षेत्रीय मांग के अनुरूप स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया जाए-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर द्वारा एक करोड़ रूपये लागत के आरसेटी भवन का शिलान्यास
स्थानीय व क्षेत्रीय मांग के अनुरूप स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया जाए-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर द्वारा एक करोड़ रूपये लागत के आरसेटी भवन का शिलान्यास
बुरहानपुर/23
अगस्त/ जिले में स्थानीय व क्षेत्रीय मांग के अनुरूप ग्रामीणों को
स्वरोजगार प्रशिक्षण अर्जित कराया जाए। जिससे बेरोजगार युवक/युवतियों को
प्रशिक्षित होने के बाद शासन की योजनाओं व कार्यक्रमों के माध्यम से
स्वरोजगार मुहैया हो सके।
यह बात कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने आज बतौर मुख्य अतिथि एक करोड़ रूपये की लागत से निर्मित होने वाले ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र भवन निर्माण कार्य की आधारशिला रखते हुए कही। उन्होनें शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे कहा कि आरसेटी जिले की औद्योगिक संस्थानों से भी संपर्क करें। संस्थानों को जिस प्रकार के कुशल/अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता है। उनकी मांग के अनुसार ही टेªड को चिन्हित कर प्रशिक्षण आयोजित करें। इसके अलावा बाजार की संभावनाओं के मद्देनजर भी ग्रामीण बेरोजगारों को प्रशिक्षित किया जा सकता है। घरेलू उद्योगों के लिए महिलाओं को तथा बाह्य व्यवसाय व सेवाओ के लिए पुरूषों को प्राथमिकता से प्रशिक्षण दिया जावे। बैंक भी प्रशिक्षित होने के बाद स्वरोजगारों को ऋण सुविधा उपलब्ध करने में अग्रणी भूमिका निभाएं। इस प्रकार से आरसेटी को शत प्रतिशत सफलता हासिल होगी। हमें विश्वास है कि भविष्य में बुरहानपुर आरसेटी ग्रेडिंग में ए प्लस ए अवश्य हासिल करेगा। उन्होनें कहा कि भवन पूर्ण गुणवत्ता से निर्मित हो। ताकि प्रशिक्षणार्थियों को सभी सुविधाएं सुलभ हो सके।
जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होनें कहा कि पिछले 3 साल से ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा बैंक ऑफ इण्डिया के संयोजन में आरसेटी संचालित है। इसका प्रचार-प्रसार अवश्य किया जाए। ताकि दूर-दराज ग्रामीण अंचलों में बसे लोगों को स्वरोजगार प्रशिक्षण की जानकारी मिल सकें। आरसेटी को 156 मॉडल चिन्हित है। जिसमें वह स्वरोजगारियों को प्रशिक्षण दे सकते है। प्रशिक्षण के उपरांत ऐसी व्यवस्थाएं भी बैंक द्वारा हो जाए कि उन्हें ऋण समय पर मिल जाए और वे अपना रोजगार प्रारंभ कर सके। इसके प्रचार-प्रसार के लिए ग्रामीण निकायों से संपर्क में रहना होगा। तभी प्रशिक्षण में केन्द्र को सफलता मिलेगी। उन्होनें भवन निर्माण ठेकेदार से भी कार्य पूर्ण गुणवत्ता से करने की आशा जताई।
आंचलिक प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक श्री सुरेश कुमार वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण केन्द्र भवन के लिए एक करोड़ रूपये का आवंटन केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण मंत्रालय से प्राप्त हुआ है। इसके फर्नीचर के लिए बैंक ऑफ इण्डिया पृथक से राशि उपलब्ध कराएगा। बैंक ऑफ इंडिया आरसेटी द्वारा ग्रामीण युवक/युवतियों को प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें ऋण सुविधा भी उपलब्ध करानें में मदद करता है। जिले में बैंक ऑफ इंडिया की 47 शाखाएं है। 3 नई शाखाए बुरहानपुर जिलें में और खुलने जा रही है। आरसेटी का उद््देश्य प्रशिक्षाणार्थी केन्द्र से विविध व्यवसाय प्रशिक्षण अर्जित कर अपने व अपने परिवार को सुखी व समृद्ध बनाए।
उप आंचलिक प्रबंधक श्री एस.बी.राय ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होने बताया कि यह भवन के निर्माण कार्य कुमरावत कन्ट्रक्शन कंपनी इंदौर द्वारा किया जा रहा है। श्री सौरभ श्रीवास्तव ने आरसेटी के बारे में ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसके संयोजक लीड बैंक है। नेशनल लेवल पर वर्ष 2013-14 में आरसेटी बुरहानपुर को ए-बी रेंक प्राप्त हुआ था। वर्ष 2014-15 में ए-ए ग्रेडिंग प्राप्त करने पुरजोर कोशिश की जा रही है। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक श्री किशोर कुमार तोलानी द्वारा किया गया है। शिलान्यास कार्यक्रम में बैंक ऑफ इंडिया शाखा के विभिन्न अधिकारी व कर्मचारीगण तथा महिला व पुरूष प्रशिक्षाणार्थी उपस्थित रहे।
यह बात कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने आज बतौर मुख्य अतिथि एक करोड़ रूपये की लागत से निर्मित होने वाले ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र भवन निर्माण कार्य की आधारशिला रखते हुए कही। उन्होनें शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आगे कहा कि आरसेटी जिले की औद्योगिक संस्थानों से भी संपर्क करें। संस्थानों को जिस प्रकार के कुशल/अकुशल श्रमिकों की आवश्यकता है। उनकी मांग के अनुसार ही टेªड को चिन्हित कर प्रशिक्षण आयोजित करें। इसके अलावा बाजार की संभावनाओं के मद्देनजर भी ग्रामीण बेरोजगारों को प्रशिक्षित किया जा सकता है। घरेलू उद्योगों के लिए महिलाओं को तथा बाह्य व्यवसाय व सेवाओ के लिए पुरूषों को प्राथमिकता से प्रशिक्षण दिया जावे। बैंक भी प्रशिक्षित होने के बाद स्वरोजगारों को ऋण सुविधा उपलब्ध करने में अग्रणी भूमिका निभाएं। इस प्रकार से आरसेटी को शत प्रतिशत सफलता हासिल होगी। हमें विश्वास है कि भविष्य में बुरहानपुर आरसेटी ग्रेडिंग में ए प्लस ए अवश्य हासिल करेगा। उन्होनें कहा कि भवन पूर्ण गुणवत्ता से निर्मित हो। ताकि प्रशिक्षणार्थियों को सभी सुविधाएं सुलभ हो सके।
जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होनें कहा कि पिछले 3 साल से ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा बैंक ऑफ इण्डिया के संयोजन में आरसेटी संचालित है। इसका प्रचार-प्रसार अवश्य किया जाए। ताकि दूर-दराज ग्रामीण अंचलों में बसे लोगों को स्वरोजगार प्रशिक्षण की जानकारी मिल सकें। आरसेटी को 156 मॉडल चिन्हित है। जिसमें वह स्वरोजगारियों को प्रशिक्षण दे सकते है। प्रशिक्षण के उपरांत ऐसी व्यवस्थाएं भी बैंक द्वारा हो जाए कि उन्हें ऋण समय पर मिल जाए और वे अपना रोजगार प्रारंभ कर सके। इसके प्रचार-प्रसार के लिए ग्रामीण निकायों से संपर्क में रहना होगा। तभी प्रशिक्षण में केन्द्र को सफलता मिलेगी। उन्होनें भवन निर्माण ठेकेदार से भी कार्य पूर्ण गुणवत्ता से करने की आशा जताई।
आंचलिक प्रबंधक बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक श्री सुरेश कुमार वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण केन्द्र भवन के लिए एक करोड़ रूपये का आवंटन केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण मंत्रालय से प्राप्त हुआ है। इसके फर्नीचर के लिए बैंक ऑफ इण्डिया पृथक से राशि उपलब्ध कराएगा। बैंक ऑफ इंडिया आरसेटी द्वारा ग्रामीण युवक/युवतियों को प्रशिक्षण देने के बाद उन्हें ऋण सुविधा भी उपलब्ध करानें में मदद करता है। जिले में बैंक ऑफ इंडिया की 47 शाखाएं है। 3 नई शाखाए बुरहानपुर जिलें में और खुलने जा रही है। आरसेटी का उद््देश्य प्रशिक्षाणार्थी केन्द्र से विविध व्यवसाय प्रशिक्षण अर्जित कर अपने व अपने परिवार को सुखी व समृद्ध बनाए।
उप आंचलिक प्रबंधक श्री एस.बी.राय ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होने बताया कि यह भवन के निर्माण कार्य कुमरावत कन्ट्रक्शन कंपनी इंदौर द्वारा किया जा रहा है। श्री सौरभ श्रीवास्तव ने आरसेटी के बारे में ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होने बताया कि ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसके संयोजक लीड बैंक है। नेशनल लेवल पर वर्ष 2013-14 में आरसेटी बुरहानपुर को ए-बी रेंक प्राप्त हुआ था। वर्ष 2014-15 में ए-ए ग्रेडिंग प्राप्त करने पुरजोर कोशिश की जा रही है। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक श्री किशोर कुमार तोलानी द्वारा किया गया है। शिलान्यास कार्यक्रम में बैंक ऑफ इंडिया शाखा के विभिन्न अधिकारी व कर्मचारीगण तथा महिला व पुरूष प्रशिक्षाणार्थी उपस्थित रहे।
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समाचार
जिले में अभी तक 666.5 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
जिले में अभी तक 666.5 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
बुरहानपुर/23
अगस्त/ जिले में जारी मौसम में अभी तक 666.5 मिली मीटर औसत वर्षा हुई है।
जबकि गत वर्ष इसी अवधि तक 1099.5 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
पिछले 24 घंटो के दरम्यान केवल खकनार तहसील में 22 मी.मी. वर्षा मापी गई है।
अधीक्षक भू-अभिलेख श्री एम.एल.पालीवाल ने बताया कि अभी तक सर्वाधिक वर्षा 857.6 मि.मी. खकनार और सबसे कम 422 मि.मी. बुरहानपुर में तथा 720 मि.मी. वर्षा नेपानगर तहसील में आकी गई है।
पिछले 24 घंटो के दरम्यान केवल खकनार तहसील में 22 मी.मी. वर्षा मापी गई है।
अधीक्षक भू-अभिलेख श्री एम.एल.पालीवाल ने बताया कि अभी तक सर्वाधिक वर्षा 857.6 मि.मी. खकनार और सबसे कम 422 मि.मी. बुरहानपुर में तथा 720 मि.मी. वर्षा नेपानगर तहसील में आकी गई है।
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हितग्राहियों को ऑनलाईन पंजीयन हेतु मूल दस्तावेज प्रस्तुत करना अनिवार्य
हितग्राहियों को ऑनलाईन पंजीयन हेतु मूल दस्तावेज प्रस्तुत करना अनिवार्य
बुरहानपुर/23
अगस्त/ राज्य शासन उद्यान विभाग द्वारा विविध हितग्राही मूलक योजनाएं
संचालित की गई है। इसमें अनुदान प्राप्त करने वाले कृषक हितग्राहियों के
आवेदन ऑनलाईन प्राप्त किये जा रहे है। जिले में उक्त आवेदन पत्रों के साथ
मूल दस्तावेज प्रस्तुत करना अनिवार्य है। उपसंचालक उद्यान कार्यालय में
आवेदन शीघ्र प्रस्तुत करें। चूकि आवेदन जमा नहीं किये जाने के कारण अनुदान
स्वीकृत करने में विलम्ब हो रहा है।
उपसंचालक उद्यान श्री आर.एन.तोमर ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि जिन कृषकों द्वारा केला टिशु कल्चर, मल्चिंग, मशीनरीकरण आदि में अनुदान हेतु ऑनलाईन पंजीयन कराया गया है। वे मूल दस्तावेज उपसंचालक उद्यान कार्यालय में कार्यालयीन समय पर 31 अगस्त 2014 तक अनिवार्य रूप से जमा करावे। इसके अतिरिक्त आम, अमरूद, मिर्च, ट्यूब्लर स्ट्रक्चर, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट की स्थापना पैक हाउस में भी अनुदान हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित है। उन्होनें बताया कि प्राप्त आवेदन पत्रों का लॉटरी पद्धति से चयन किया जावेगा। विलंब से प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों को अगले तिमाही सत्र में शामिल करने विचार किया जावेगा।
उपसंचालक उद्यान श्री आर.एन.तोमर ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि जिन कृषकों द्वारा केला टिशु कल्चर, मल्चिंग, मशीनरीकरण आदि में अनुदान हेतु ऑनलाईन पंजीयन कराया गया है। वे मूल दस्तावेज उपसंचालक उद्यान कार्यालय में कार्यालयीन समय पर 31 अगस्त 2014 तक अनिवार्य रूप से जमा करावे। इसके अतिरिक्त आम, अमरूद, मिर्च, ट्यूब्लर स्ट्रक्चर, वर्मी कम्पोस्ट यूनिट की स्थापना पैक हाउस में भी अनुदान हेतु आवेदन पत्र आमंत्रित है। उन्होनें बताया कि प्राप्त आवेदन पत्रों का लॉटरी पद्धति से चयन किया जावेगा। विलंब से प्राप्त होने वाले आवेदन पत्रों को अगले तिमाही सत्र में शामिल करने विचार किया जावेगा।
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समाचार
रामेश्वरम तीर्थयात्रा दर्शन लाभ लेकर पहुंची बुरहानपुर
रेल्वे स्टेशन पर जिला पंचायत सीईओ द्वारा यात्रा की अगवानी व स्वागत
रामेश्वरम तीर्थयात्रा दर्शन लाभ लेकर पहुंची बुरहानपुर
रेल्वे स्टेशन पर जिला पंचायत सीईओ द्वारा यात्रा की अगवानी व स्वागत
बुरहानपुर/23
अगस्त/ मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजनान्तर्गत जिले से कुल 241 पात्र महिला,
पुरूष यात्रियों का जत्था रामेश्वरम् दर्शन करने गया था। प्रशासन की
निगरानी में उक्त सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के यात्री सकुशल दर्शन लाभ
लेकर बुरहानपुर पहुंच गये है।
इस अवसर पर शाम 4 बजे जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने रेल्वे स्टेशन पर तीर्थ यात्रा की अगवानी की। उन्होनें तीर्थयात्रियों का स्वागत सम्मान करके उनके कुशल क्षेम की जानकारी ली। सीईओ को यात्रियों ने बताया कि यात्रा के दौरान हमें कोई असुविधा नहीं हुई है। समय पर चाय-नाश्ता, भोजन, पानी मिला है। इसके साथ ही रामेश्वरम् भगवान के दर्शन पूजा-अर्चना हम लोगों ने सुविधाजनक रूप से की। यात्रा प्रभारी श्री सुधीर अत्रे ने सीईओ श्री सिंह को विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होनें बताया कि सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से तीर्थस्थल तक ले जाया गया है। इस यात्रा की वापसी भी यात्रियों की उपस्थिति लेकर की गई है। यात्रा के दरम्यान सुरक्षा व्यवस्था सतत् माकूल रही है। तीर्थयात्रियों का परिजनों ने भी बड़ी संख्या में स्टेशन पहुंचकर भव्यता और उत्साह से पुष्पमालाएं अर्पणकर स्वागत चरण स्पर्श करते हुए आर्शीवाद लिया। इस दौरान परियोजना अधिकारी श्री विजय पचौरी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी अगवानी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
इस अवसर पर शाम 4 बजे जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने रेल्वे स्टेशन पर तीर्थ यात्रा की अगवानी की। उन्होनें तीर्थयात्रियों का स्वागत सम्मान करके उनके कुशल क्षेम की जानकारी ली। सीईओ को यात्रियों ने बताया कि यात्रा के दौरान हमें कोई असुविधा नहीं हुई है। समय पर चाय-नाश्ता, भोजन, पानी मिला है। इसके साथ ही रामेश्वरम् भगवान के दर्शन पूजा-अर्चना हम लोगों ने सुविधाजनक रूप से की। यात्रा प्रभारी श्री सुधीर अत्रे ने सीईओ श्री सिंह को विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होनें बताया कि सभी यात्रियों को सुरक्षित रूप से तीर्थस्थल तक ले जाया गया है। इस यात्रा की वापसी भी यात्रियों की उपस्थिति लेकर की गई है। यात्रा के दरम्यान सुरक्षा व्यवस्था सतत् माकूल रही है। तीर्थयात्रियों का परिजनों ने भी बड़ी संख्या में स्टेशन पहुंचकर भव्यता और उत्साह से पुष्पमालाएं अर्पणकर स्वागत चरण स्पर्श करते हुए आर्शीवाद लिया। इस दौरान परियोजना अधिकारी श्री विजय पचौरी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी अगवानी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
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पूर्व मंत्री के मुख्य आतिथ्य में किसान साख सम्मेलन संपन्न
श्रीमती चिटनीस द्वारा 600 से अधिक किसानों को 12 करोड़ से अधिक के ऋण राशि चेक वितरित
पूर्व मंत्री के मुख्य आतिथ्य में किसान साख सम्मेलन संपन्न
श्रीमती चिटनीस द्वारा 600 से अधिक किसानों को 12 करोड़ से अधिक के ऋण राशि चेक वितरित
बुरहानपुर/23
अगस्त/पूर्व मंत्री एवं स्थानीय विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस ने बतौर
मुख्य अतिथि किसान साख सम्मेलन में 12 करोड़ रूपये से अधिक की ऋण राशि
किसानों को वितरित की। मुख्य अतिथि ने किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड,
मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास, वाहन ऋण एवं कृषि से संबंधित अन्य ऋण राशि के
चेक सौंपे।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया, जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह, नाबार्ड के श्री मनोज पाटील, बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक श्री सुरेश कुमार वर्मा, उप आंचलिक प्रबंधक श्री एस.बी.राय तथा बड़ी संख्या में कृषकगण व जनप्रतिनिधि तथा जिले के सभी शाखा प्रबंधक उपस्थित रहे।
जिला मुख्यालय पर बैंक ऑफ इण्डिया के तत्वावधान में किसान साख सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को आर्थिक अर्थव्यवस्था को सुदृृढ़ करने प्रशिक्षण भी दिया गया। मुख्य अतिथि ने किसानों से कहा कि ऋण राशि का उपयोग सही तरीके से करें। समय पर ऋण की अदायगी करें। जिससे बैंक में आपकी साख बरकरार रहे। कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने कृषकों से कहा कि वे वर्मीकम्पोस्ट, नाडेप, बायोगैस संयंत्र योजना का लाभ अवश्य उठाये। शासन की बहुतसी ऐसी कृषि मूलक योजनाएं है। जिससे किसान लाभान्वित होकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते है। छोटी-छोटी व्यय की बचत से भी उसकी स्थिति आर्थिक रूप से मजबूत हो सकती है।
बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक श्री वर्मा ने भी किसानों को ऋण लेने व सुविधाजनक रूप से जमा करने बैंक के नियमों को अवगत कराया। उन्होनें किसान साख की बारीकियां भी सहजता से किसानों को अवगत कराई। साथ ही किसानों को कृषि साख से संबंधित पूर्ण जानकारी प्रदान की गई। बैंक ऑफ इंडिया अग्रणी जिला प्रबंधक श्री किशोर कुमार तोलानी ने कार्यक्रम के अंत में सभीजनों का आभार प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया, जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह, नाबार्ड के श्री मनोज पाटील, बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक श्री सुरेश कुमार वर्मा, उप आंचलिक प्रबंधक श्री एस.बी.राय तथा बड़ी संख्या में कृषकगण व जनप्रतिनिधि तथा जिले के सभी शाखा प्रबंधक उपस्थित रहे।
जिला मुख्यालय पर बैंक ऑफ इण्डिया के तत्वावधान में किसान साख सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों को आर्थिक अर्थव्यवस्था को सुदृृढ़ करने प्रशिक्षण भी दिया गया। मुख्य अतिथि ने किसानों से कहा कि ऋण राशि का उपयोग सही तरीके से करें। समय पर ऋण की अदायगी करें। जिससे बैंक में आपकी साख बरकरार रहे। कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने कृषकों से कहा कि वे वर्मीकम्पोस्ट, नाडेप, बायोगैस संयंत्र योजना का लाभ अवश्य उठाये। शासन की बहुतसी ऐसी कृषि मूलक योजनाएं है। जिससे किसान लाभान्वित होकर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार ला सकते है। छोटी-छोटी व्यय की बचत से भी उसकी स्थिति आर्थिक रूप से मजबूत हो सकती है।
बैंक ऑफ इंडिया के आंचलिक प्रबंधक श्री वर्मा ने भी किसानों को ऋण लेने व सुविधाजनक रूप से जमा करने बैंक के नियमों को अवगत कराया। उन्होनें किसान साख की बारीकियां भी सहजता से किसानों को अवगत कराई। साथ ही किसानों को कृषि साख से संबंधित पूर्ण जानकारी प्रदान की गई। बैंक ऑफ इंडिया अग्रणी जिला प्रबंधक श्री किशोर कुमार तोलानी ने कार्यक्रम के अंत में सभीजनों का आभार प्रदर्शन किया।
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समाचार
शस्त्र लायसेंसधारियों को राष्ट्र स्तरीय डाटा पंजीयन कराना अनिवार्य
कलेक्टोरेट से आवेदन प्रारूप में प्राप्त करें
शस्त्र लायसेंसधारियों को राष्ट्र स्तरीय डाटा पंजीयन कराना अनिवार्य
कलेक्टोरेट से आवेदन प्रारूप में प्राप्त करें
बुरहानपुर/23
अगस्त/भारत शासन के निर्देशानुसार समस्त व्यक्ति/संस्थागत शस्त्र
लायसेंसधारियों का राष्ट्र स्तरीय डाटा तैयार किया जा रहा है। बुरहानपुर
जिले के समस्त शस्त्र लायसेंसधारियों शस्त्र लायसेंस का डॉटा एनडीएल
साफ्टवेयर में पंजीयन किया जा रहा है।
डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हेतु संयुक्त जिला कार्यालय बुरहानपुर के शस्त्र लायसेंस शाखा में कार्यालयीन समय में 10.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र जमा किए जा रहे है। आवेदन पत्र में मूल लायसेंस/निवास पते हेतु (आधार कार्ड, राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, बिजली बिल) में से कोई एक की छायाप्रति संलग्न कर प्रस्तुत करना अनिवार्य है। आवेदन पत्र में प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाईन पंजीयन कर यूआईडी नंबर की प्रविष्टि मूल लायसेंस में की जावेगी। शस्त्र लायसेंसधारी आवेदन का प्रारूप शस्त्र लायसेंस शाखा/आवक शाखा कलेक्टोरेट बुरहानपुर से प्राप्त कर सकते है।
डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव ने उक्त जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हेतु संयुक्त जिला कार्यालय बुरहानपुर के शस्त्र लायसेंस शाखा में कार्यालयीन समय में 10.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र जमा किए जा रहे है। आवेदन पत्र में मूल लायसेंस/निवास पते हेतु (आधार कार्ड, राशन कार्ड, मतदाता परिचय पत्र, बिजली बिल) में से कोई एक की छायाप्रति संलग्न कर प्रस्तुत करना अनिवार्य है। आवेदन पत्र में प्राप्त जानकारी के अनुसार ऑनलाईन पंजीयन कर यूआईडी नंबर की प्रविष्टि मूल लायसेंस में की जावेगी। शस्त्र लायसेंसधारी आवेदन का प्रारूप शस्त्र लायसेंस शाखा/आवक शाखा कलेक्टोरेट बुरहानपुर से प्राप्त कर सकते है।
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