जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
समाचार
त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन हेतु प्रथम चरण प्रारूप की समीक्षा
राज्य निर्वाचन आयोग प्रेक्षक द्वारा मतदाता सूची तैयारी की सराहना
समाचार
त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन हेतु प्रथम चरण प्रारूप की समीक्षा
राज्य निर्वाचन आयोग प्रेक्षक द्वारा मतदाता सूची तैयारी की सराहना
बुरहानपुर/21
अगस्त/मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित समयबद्ध
कार्यक्रम के अनुसार जिले में त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन हेतु प्रथम
चरण प्रारूप फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार किया जाना है। इस हेतु सभी आवश्यक
कार्य व गतिविधियां पूर्ण कर ली गई है। यह कार्य समय के पूर्व विधिवत रूप
से संपादित कर लिया गया है।
आयोग प्रेक्षक श्री हरिसिंह शेखावत (आई.ए.एस.) सेवानिवृत्त ने कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की उपस्थिति में प्रथम चरण प्रारूप फोटोयुक्त मतदाता सूची कार्य की गहनता से समीक्षा की। उन्होनें रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण तथा सहायकों की बैठक में कार्य की सराहना करते हुए संतोष व्यक्त किया। प्रेक्षक ने आयोग से उक्त अधिकारियों को प्रशंसा पत्र प्रदान करने हेतु अनुशंसा भी की।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रकाश रेवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री सुरेश्वरसिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव, एसडीएम एवं रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बुरहानपुर श्री काशीराम बड़ोले, सहायक रजिस्ट्रीकरण तहसीलदार श्री अजीतसिंह श्रीवास्तव के सहायक मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बुरहानपुर श्री राकेश शर्मा, एसडीएम नेपानगर एवं रजिस्ट्रीकरण अधिकारी खकनार श्री सूरज नागर, सहायक रजिस्ट्रीकरण तहसीलदार श्री के.एस.गौतम के सहायक मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खकनार श्री आर.बी.एस.दंडोतिया तथा नायब तहसीलदार हितेन्द्र भावसार एवं दिवाकर सूलिया, निर्वाचन कार्यालय स्टॉफ श्री संतोष मिश्रा और सुधीर गुप्ता उपस्थित रहे।
प्रेक्षक ने कहा कि निर्वाचक नामावाली की शुरूआत अच्छी तरह से होना चाहिए। जिससे निर्वाचन भी निर्बाध रूप से हो सके। उन्होनें कहा कि अधिकारियों ने जिले में पूर्ण निष्ठा से कार्य को अंजाम दिया है। जिससे यह कार्य समय के पूर्व हो गया है। उन्होनें कहा कि मतदाता सूची तैयार करने में आयोग की चेक लिस्ट के अनुसार कार्य की गंभीरता को समझा है। उन्होनें कहा कि इस कार्य के लिए अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों का प्रशिक्षण आवश्यक है। उन्हें सूची की महत्ता भी बतलायें। यह कार्य सभी के सहयोग और समन्वय से ही किया जा सकेगा। प्रेक्षक ने प्रथम चरण प्रारूप फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने में चेक लिस्ट अनुसार कार्य का जायजा भी लिया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री रेवाल ने बताया कि आयोग के कार्यक्रम अनुसार जिले में 1 जुलाई 2014 तक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की नियुक्ति एवं प्रारंभिक (प्रारूप) 3 जुलाई को, फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने कर्मचारियों का चयन एवं प्रशिक्षण, 4 जुलाई को भारत निर्वाचन आयोग की 1 जनवरी 2014 की स्थिति में अद्यतन निर्वाचन नामावली के दो सेट (अनुपूरक सूचियां सहित) जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त करना जैसे कार्य समय के पूर्व संपादित हो गए है। इसी प्रकार से 7 जुलाई तक विधानसभा निर्वाचक नामावली को विकासखण्डवार भागों में पृथक-पृथक कर सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध कराना, 22 जुलाई को विधानसभा की भाग क्रमांकवार मूल निर्वाचक नामावली में अनुपूरक सूचियों का समावेश करना, उसमें ग्राम पंचायत ग्राम और वार्डो को चिन्हित करना तथा आधार पत्रक तैयार करने जैसे कार्य भी संपन्न हो चुके है। 30 जुलाई को आधार पत्रक का मौके पर वार्डो की अधिसूचित सीमाओं के साथ मिलान कर लिया गया है। 11 अगस्त तक प्रत्येक ग्राम पंचायत की मतदाता सूची को वार्ड
अनुसार मार्किंग कर प्रारूप मतदाता सूची तैयार किया गया है। 13 अगस्त को निर्वाचक नामावली की प्रति (प्रारूप मतदाता सूची मुद्रण हेतु ) वेंडर को प्रदाय कर दिया गया है। प्रेक्षक ने आयोग के निर्धारित कार्यक्रम अनुसार जिले में 28 अगस्त को चिन्हित मतदाताओं को वेण्डर द्वारा साफ्टवेयर के माध्यम से दर्शित वार्ड के मोहल्ले में शिफ्ट कर प्रारूप मतदाता सूची में शामिल किया जाना है और 30 अगस्त को वेण्डर द्वारा वार्डवार मतदाता सूची की चेक लिस्ट रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध कराना है। अधिकारियों ने प्रेक्षक को बताया कि आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार 9 सितम्बर को रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा चेक लिस्ट की जाँच की जाएगी। जाँच के उपरांत वेण्डर से परिलक्षित त्रुटियां का सुधार कार्य करवाना है। इसके उपरांत 15 सितम्बर 2014 तक चेक लिस्ट हस्ताक्षर कर वेण्डर को प्रदाय करेगें। वेण्डर द्वारा प्रारूप प्रकाशन हेतु प्रारूप मतदाता सूची (चेक लिस्ट संशोधन पश्चात) का मुद्रण कर निर्वाचन कार्यालय को प्रदान करना है।
प्रेक्षक ने कहा कि मतदाता सूची प्रारूप में संशोधन और परिवर्तन का कार्य सर्तकता और सावधानीपूर्वक किया जाए। मतदाता सूची में ग्राम के सभी पात्र मतदाताओं का नाम जोड़ा जाए। कोई भी मतदाता छूटने ना पाये। ग्रामीण मतदाता भी सूची में नाम जुड़वाने रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी से संपर्क कर सकते है। जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि ग्राम पंचायत के वार्ड सीमाकंन में मकान नंबर-1 तथा मकान स्वामी का नाम से लेकर अंतिम मकान नंबर और मकान स्वामी के नाम तक मतदाता सूची तैयार की जावेगी। यह कार्य पूर्ण सर्तकता से किया जावे।
आयोग प्रेक्षक श्री हरिसिंह शेखावत (आई.ए.एस.) सेवानिवृत्त ने कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की उपस्थिति में प्रथम चरण प्रारूप फोटोयुक्त मतदाता सूची कार्य की गहनता से समीक्षा की। उन्होनें रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण तथा सहायकों की बैठक में कार्य की सराहना करते हुए संतोष व्यक्त किया। प्रेक्षक ने आयोग से उक्त अधिकारियों को प्रशंसा पत्र प्रदान करने हेतु अनुशंसा भी की।
इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री प्रकाश रेवाल, सीईओ जिला पंचायत श्री सुरेश्वरसिंह, डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव, एसडीएम एवं रजिस्ट्रीकरण अधिकारी बुरहानपुर श्री काशीराम बड़ोले, सहायक रजिस्ट्रीकरण तहसीलदार श्री अजीतसिंह श्रीवास्तव के सहायक मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बुरहानपुर श्री राकेश शर्मा, एसडीएम नेपानगर एवं रजिस्ट्रीकरण अधिकारी खकनार श्री सूरज नागर, सहायक रजिस्ट्रीकरण तहसीलदार श्री के.एस.गौतम के सहायक मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खकनार श्री आर.बी.एस.दंडोतिया तथा नायब तहसीलदार हितेन्द्र भावसार एवं दिवाकर सूलिया, निर्वाचन कार्यालय स्टॉफ श्री संतोष मिश्रा और सुधीर गुप्ता उपस्थित रहे।
प्रेक्षक ने कहा कि निर्वाचक नामावाली की शुरूआत अच्छी तरह से होना चाहिए। जिससे निर्वाचन भी निर्बाध रूप से हो सके। उन्होनें कहा कि अधिकारियों ने जिले में पूर्ण निष्ठा से कार्य को अंजाम दिया है। जिससे यह कार्य समय के पूर्व हो गया है। उन्होनें कहा कि मतदाता सूची तैयार करने में आयोग की चेक लिस्ट के अनुसार कार्य की गंभीरता को समझा है। उन्होनें कहा कि इस कार्य के लिए अधीनस्थ अधिकारियों-कर्मचारियों का प्रशिक्षण आवश्यक है। उन्हें सूची की महत्ता भी बतलायें। यह कार्य सभी के सहयोग और समन्वय से ही किया जा सकेगा। प्रेक्षक ने प्रथम चरण प्रारूप फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने में चेक लिस्ट अनुसार कार्य का जायजा भी लिया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री रेवाल ने बताया कि आयोग के कार्यक्रम अनुसार जिले में 1 जुलाई 2014 तक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी की नियुक्ति एवं प्रारंभिक (प्रारूप) 3 जुलाई को, फोटोयुक्त मतदाता सूची तैयार करने कर्मचारियों का चयन एवं प्रशिक्षण, 4 जुलाई को भारत निर्वाचन आयोग की 1 जनवरी 2014 की स्थिति में अद्यतन निर्वाचन नामावली के दो सेट (अनुपूरक सूचियां सहित) जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त करना जैसे कार्य समय के पूर्व संपादित हो गए है। इसी प्रकार से 7 जुलाई तक विधानसभा निर्वाचक नामावली को विकासखण्डवार भागों में पृथक-पृथक कर सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध कराना, 22 जुलाई को विधानसभा की भाग क्रमांकवार मूल निर्वाचक नामावली में अनुपूरक सूचियों का समावेश करना, उसमें ग्राम पंचायत ग्राम और वार्डो को चिन्हित करना तथा आधार पत्रक तैयार करने जैसे कार्य भी संपन्न हो चुके है। 30 जुलाई को आधार पत्रक का मौके पर वार्डो की अधिसूचित सीमाओं के साथ मिलान कर लिया गया है। 11 अगस्त तक प्रत्येक ग्राम पंचायत की मतदाता सूची को वार्ड
अनुसार मार्किंग कर प्रारूप मतदाता सूची तैयार किया गया है। 13 अगस्त को निर्वाचक नामावली की प्रति (प्रारूप मतदाता सूची मुद्रण हेतु ) वेंडर को प्रदाय कर दिया गया है। प्रेक्षक ने आयोग के निर्धारित कार्यक्रम अनुसार जिले में 28 अगस्त को चिन्हित मतदाताओं को वेण्डर द्वारा साफ्टवेयर के माध्यम से दर्शित वार्ड के मोहल्ले में शिफ्ट कर प्रारूप मतदाता सूची में शामिल किया जाना है और 30 अगस्त को वेण्डर द्वारा वार्डवार मतदाता सूची की चेक लिस्ट रजिस्ट्रीकरण अधिकारी को उपलब्ध कराना है। अधिकारियों ने प्रेक्षक को बताया कि आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम अनुसार 9 सितम्बर को रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा चेक लिस्ट की जाँच की जाएगी। जाँच के उपरांत वेण्डर से परिलक्षित त्रुटियां का सुधार कार्य करवाना है। इसके उपरांत 15 सितम्बर 2014 तक चेक लिस्ट हस्ताक्षर कर वेण्डर को प्रदाय करेगें। वेण्डर द्वारा प्रारूप प्रकाशन हेतु प्रारूप मतदाता सूची (चेक लिस्ट संशोधन पश्चात) का मुद्रण कर निर्वाचन कार्यालय को प्रदान करना है।
प्रेक्षक ने कहा कि मतदाता सूची प्रारूप में संशोधन और परिवर्तन का कार्य सर्तकता और सावधानीपूर्वक किया जाए। मतदाता सूची में ग्राम के सभी पात्र मतदाताओं का नाम जोड़ा जाए। कोई भी मतदाता छूटने ना पाये। ग्रामीण मतदाता भी सूची में नाम जुड़वाने रजिस्ट्रीकरण, सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी से संपर्क कर सकते है। जिला पंचायत सीईओ ने कहा कि ग्राम पंचायत के वार्ड सीमाकंन में मकान नंबर-1 तथा मकान स्वामी का नाम से लेकर अंतिम मकान नंबर और मकान स्वामी के नाम तक मतदाता सूची तैयार की जावेगी। यह कार्य पूर्ण सर्तकता से किया जावे।
--------
समाचार
जिले में मध्यान्ह भोजन के तहत 23 शैक्षणिक दिवसों के लिए 21.31 लाख से अधिक राशि प्रदत्त
जिले में मध्यान्ह भोजन के तहत 23 शैक्षणिक दिवसों के लिए 21.31 लाख से अधिक राशि प्रदत्त
बुरहानपुर/21
अगस्त/ जिले में मध्यान्ह भोजन योजनान्तर्गत लक्षित माध्यमिक शालाओं को
भोजन पकाने की राशि बैंक खातों के माध्यम से निकायवार वितरित की गई है।
जिसमें माह अगस्त के 23 शैक्षणिक दिवसों के लिए कुल 21 लाख 31 हजार 667
रूपये प्रदत्त किए गए है।
जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि भोजन पकाने की प्रतिदिन की लागत राशि शाला में संलग्न स्व सहायता समूह/शाला प्रबंधन समिति के नवीन खातों में आर.टी.जी.एस के माध्यम से शाला की नामित बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा में जमा कराई गई है। इसमें मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत शाहपुर द्वारा कुल 70 हजार 408 रूपये, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बुरहानपुर ने 10 लाख 17 हजार 783 रूपये, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद नेपानगर 70 हजार 532 रूपये तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खकनार द्वारा 9 लाख 72 हजार 844 रूपये माध्यमिक शालाओं को भोजन लागत की राशि वितरित की गई है।
जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि भोजन पकाने की प्रतिदिन की लागत राशि शाला में संलग्न स्व सहायता समूह/शाला प्रबंधन समिति के नवीन खातों में आर.टी.जी.एस के माध्यम से शाला की नामित बैंक ऑफ इण्डिया की शाखा में जमा कराई गई है। इसमें मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर पंचायत शाहपुर द्वारा कुल 70 हजार 408 रूपये, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बुरहानपुर ने 10 लाख 17 हजार 783 रूपये, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद नेपानगर 70 हजार 532 रूपये तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत खकनार द्वारा 9 लाख 72 हजार 844 रूपये माध्यमिक शालाओं को भोजन लागत की राशि वितरित की गई है।
--------
समाचार
कृषि मूलक योजनाओं में लॉटरी पद्धति से हितग्राही को लाभान्वित किया जाए-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर द्वारा कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता विभागों की समीक्षा
कृषि मूलक योजनाओं में लॉटरी पद्धति से हितग्राही को लाभान्वित किया जाए-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर द्वारा कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता विभागों की समीक्षा
बुरहानपुर/21
अगस्त/ राज्य शासन द्वारा किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग की विविध
हितग्राही मूलक योजनाएं संचालित है। इसमें लॉटरी पद्धति से हितग्राही का
चयन कर लाभान्वित करना सुनिश्चित किया जाये। साथ ही योजनाओं की अनुदान राशि
किसानों को बैंक खातों के माध्यम से वितरित करें।
कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने उक्त निर्देश कृृषि विभाग को दिये है। उन्होनें आज कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता आदि विभागों की गहन समीक्षा बैठक लेकर प्रगति का जायजा लिया।
कलेक्टर ने कहा कि लॉटरी पद्धति से पाईप लाईन, नलकूंप खनन, ड्रिप सिंचाई, डीजल/विद्युत पंप तथा टेªक्टर आदि योजनाओं में हितग्राही का चयन किया जावे। शासन द्वारा सीडकम फर्टिलाइजर ड्रिल पर किसानों को 15 हजार रूपये तक का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार से स्ंिप्रकलर योजना में 6,800 रूपये, स्प्रे पंप हाथ से चलाने वाला पर 600 रूपये तथा पॉवर पंप पर 3000 रूपये का अनुदान दिया जा रहा है। यह अनुदान राशि हितग्राही कृषक के बैंक खाते में ही वितरित की जावेगी।
श्रीमती सिंथिया ने कहा कि 15 सितम्बर तक सभी योजनाओं में भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य की पूर्ति करना सुनिश्चित करें। उद्यानिकी विभाग से कहा गया है कि प्रत्येक 15 दिवस में 100 ड्रिप सयंत्रों का भौतिक सत्यापन जिला पंचायत सीईओ से कराये। जिले में फल-फूल, मिर्च-मसाला, औषधी, सब्जी विस्तार, कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हो जाना चाहिए। कृषि एवं उद्यानिकी अन्य विभागों को निर्देश दिये गये है कि जिले में जो किसान बाहर से फसलों का अवलोकन व प्रशिक्षण अर्जित करने आते है। ऐसे भ्रमण कार्यक्रमों का लेखा-जोखा रखा जावे। दूसरे राज्य में कृषि, उद्यानिकी, उन्नत पशुपालन, दुग्ध उत्पादन आदि क्षेत्र में प्रतियोगिताएं आयोजित होती है। इन प्रतियोगिताओं में जिले के कृषकों, हितग्राहियों को भी भेजा जाए। पशु चिकित्सा विभाग कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण हेतु जिले के 10 हितग्राहियों को छः माह का प्रशिक्षण अर्जित कराये। जिससें उन्नत नस्ल के पशुपालन को प्रोत्साहित किया जाए। ताकि जिले में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकें। सहकारिता विभाग को निर्देशित किया गया है कि सहकारी समितियों का अंकेक्षण अवश्य किया जावे। इसके साथ ही सहकारी समितियों में उर्वरक भण्डारण में पर नजर रखे। किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति कराई जावे। जिले में उर्वरक की कमी नहीं होना चाहिए। इस अवसर पर कृषि एवं उद्यानिकी विभाग को समसामयिक तकनीकि जानकारी किसानों को देने हेतु निर्देश दिए गए। उपसंचालक कृषि श्री मनोहर सिंह देवके ने विभागीय जानकारी का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उपसंचालक आत्मा श्री राजेश चर्तुवेदी ने कृषि सुधार कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यो तथा किसान प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया। उद्यान विभाग के उपसंचालक श्री आर.एस.तोमर ने भी उद्यानिकी के क्षेत्र में योजनाओं से लाभान्वित हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी दी। डॉ. हेमंत शाह ने पशुपालन विभाग द्वारा पशु टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, बकरी पालन, चारा विकास कार्यक्रम, उन्नत नस्ल पशुपालन आदि योजनाओं की प्रगति प्रस्तुत की। सहकारिता विभाग उपायुक्त श्री जे.एल.बरडे ने उर्वरक भण्डारण, सहकारी समितियों के अंकेक्षण आदि के परिपेक्ष्य में जानकारी दी।
कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने उक्त निर्देश कृृषि विभाग को दिये है। उन्होनें आज कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता आदि विभागों की गहन समीक्षा बैठक लेकर प्रगति का जायजा लिया।
कलेक्टर ने कहा कि लॉटरी पद्धति से पाईप लाईन, नलकूंप खनन, ड्रिप सिंचाई, डीजल/विद्युत पंप तथा टेªक्टर आदि योजनाओं में हितग्राही का चयन किया जावे। शासन द्वारा सीडकम फर्टिलाइजर ड्रिल पर किसानों को 15 हजार रूपये तक का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार से स्ंिप्रकलर योजना में 6,800 रूपये, स्प्रे पंप हाथ से चलाने वाला पर 600 रूपये तथा पॉवर पंप पर 3000 रूपये का अनुदान दिया जा रहा है। यह अनुदान राशि हितग्राही कृषक के बैंक खाते में ही वितरित की जावेगी।
श्रीमती सिंथिया ने कहा कि 15 सितम्बर तक सभी योजनाओं में भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य की पूर्ति करना सुनिश्चित करें। उद्यानिकी विभाग से कहा गया है कि प्रत्येक 15 दिवस में 100 ड्रिप सयंत्रों का भौतिक सत्यापन जिला पंचायत सीईओ से कराये। जिले में फल-फूल, मिर्च-मसाला, औषधी, सब्जी विस्तार, कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हो जाना चाहिए। कृषि एवं उद्यानिकी अन्य विभागों को निर्देश दिये गये है कि जिले में जो किसान बाहर से फसलों का अवलोकन व प्रशिक्षण अर्जित करने आते है। ऐसे भ्रमण कार्यक्रमों का लेखा-जोखा रखा जावे। दूसरे राज्य में कृषि, उद्यानिकी, उन्नत पशुपालन, दुग्ध उत्पादन आदि क्षेत्र में प्रतियोगिताएं आयोजित होती है। इन प्रतियोगिताओं में जिले के कृषकों, हितग्राहियों को भी भेजा जाए। पशु चिकित्सा विभाग कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण हेतु जिले के 10 हितग्राहियों को छः माह का प्रशिक्षण अर्जित कराये। जिससें उन्नत नस्ल के पशुपालन को प्रोत्साहित किया जाए। ताकि जिले में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकें। सहकारिता विभाग को निर्देशित किया गया है कि सहकारी समितियों का अंकेक्षण अवश्य किया जावे। इसके साथ ही सहकारी समितियों में उर्वरक भण्डारण में पर नजर रखे। किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति कराई जावे। जिले में उर्वरक की कमी नहीं होना चाहिए। इस अवसर पर कृषि एवं उद्यानिकी विभाग को समसामयिक तकनीकि जानकारी किसानों को देने हेतु निर्देश दिए गए। उपसंचालक कृषि श्री मनोहर सिंह देवके ने विभागीय जानकारी का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उपसंचालक आत्मा श्री राजेश चर्तुवेदी ने कृषि सुधार कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यो तथा किसान प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया। उद्यान विभाग के उपसंचालक श्री आर.एस.तोमर ने भी उद्यानिकी के क्षेत्र में योजनाओं से लाभान्वित हितग्राही मूलक योजनाओं की जानकारी दी। डॉ. हेमंत शाह ने पशुपालन विभाग द्वारा पशु टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान, बकरी पालन, चारा विकास कार्यक्रम, उन्नत नस्ल पशुपालन आदि योजनाओं की प्रगति प्रस्तुत की। सहकारिता विभाग उपायुक्त श्री जे.एल.बरडे ने उर्वरक भण्डारण, सहकारी समितियों के अंकेक्षण आदि के परिपेक्ष्य में जानकारी दी।
--------
समाचार
आगामी गणेशोत्सव पूर्ण सदभाव और सौहार्द्रपूर्ण माहौल में मनायें
कलेक्टर की अध्यक्षता में शांति समिति बैठक संपन्न
आगामी गणेशोत्सव पूर्ण सदभाव और सौहार्द्रपूर्ण माहौल में मनायें
कलेक्टर की अध्यक्षता में शांति समिति बैठक संपन्न
बुरहानपुर/21
अगस्त/ आगामी गणेश उत्सव 29 अगस्त से शुरू होगा। यह त्यौहार पूर्ण सदभाव
और भाईचारे के साथ सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मनायें। इस मौके पर नगर में
साफ-सफाई, पेयजल, प्रकाश, सुगम यातायात व्यवस्थाएं प्राथमिकता से माकूल
रहेगी।
कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की अध्यक्षता में आयोजित शांति समिति की बैठक में उक्त अपील आम नागरिकों से करते हुए निर्णय पारित किया गया है। इस बैठक में महापौर श्रीमती माधुरी पटेल एवं नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती गौरी शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह, एडीएम श्री प्रकाश रेवाल, एएसपी श्री बी.एस.बिरदे, एसडीएम श्री काशीराम बडोले सहित शांति समिति के सम्मानीय सदस्यगण मौजूद रहे।
कलेक्टर ने कहा कि गणेश प्रतिमा चल समारोह में आयोजक मण्डल कानून और शंाति व्यवस्था कायम रखने हेतु प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। ऐसे स्थलों पर मूर्तियों की स्थापना नहीं करें। जिन मार्गो में आवाजाही प्रभावित होती है। पीओपी की प्रतिमाएं ताप्ती नदी में विसर्जित करने पर जल प्रदूषण होता है। इस जागरूकता के लिए नगर की स्वयं सेवी संस्थाएं, संगठन और बुद्धिजीवी नागरिकों ने भी इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। समिति ने भी मूर्तियों को पृथक कुंड में विसर्जित करने विचार-विमर्श किया है। मूर्तिकारों से भी अनुरोध है कि वे पीओपी की मूर्तियां नही बनाये। चूकि इसमें केमिकल्स होता है। गणेश प्रतिमाएं सुरक्षित और सम्मान के साथ विसर्जित की जाए। विसर्जन स्थलों पर प्रकाश, पहुंच मार्ग, गोताखोर, नाव व सुरक्षा का प्रबंध किया जावेगा। नदी में मूर्ति विसर्जन के लिए माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का पालन सर्वोपरि है।
चल समारोह में विद्युत विभाग की टीम साथ में रहेगी। तारों के नीचे से मूर्ति निकलने पर टीम यथोचित सहयोग करेंगी। आयोजक मंडल के सदस्यगण भी अपेक्षाकृत सतर्कता बरतेगें। स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों के साथ मेला व विसर्जन स्थल पर प्राथमिक उपचार व्यवस्था के साथ उपस्थित रहेगा। नगर निगम फॉयर बिग्रेड के प्रबंध करेगा। साथ ही नगर में खासकर मूर्ति स्थलों व मंदिरों के आसपास अनिवार्य रूप से साफ-सफाई करायें। इसके साथ ही जिन मार्गो में गढ्ढे हैं उनकों भरवाकर मार्ग समतल कर दिया जाये। पुलिस नगर निरीक्षकों ने भी अपने-अपने क्षेत्र में चल समारोह के दिक्कतों व समस्याओं से अवगत कराया। जिस पर कलेक्टर ने संबंधित विभागों को समस्याएं दूर करने हेतु निर्देश दिए है।
पुलिस अधीक्षक ने भी कहा कि मूर्ति स्थलों पर लाईटिंग सजावट की जाती है। वहां पंडाल आदि में विद्युत लाईन के वायर कटे-फटे ना हो। इस पर विशेष रूप से ध्यान रखें जावे। जहां भी करंट आदि फैलने की संभावना हो सकती है। उसको तत्काल दुरूस्त करायें। ताकि जनहानि ना हो। यातायात के लिए भी आमजन नियमों का पालन करें। जिसमें एकांकी मार्ग से वाहन संचालित करेंगे। जिससें ट्रॉफिक सुगमता से आवाजाही जारी रहे। पर्व को खुशहाल और शांतिपूर्ण रूप से मिल-जुलकर मनायें।
बैठक में श्री दिलीप श्रॉफ ने कहा कि यह शहर गंगा, जमुना तहजीब वाला है। हम सभी ईद व अन्य त्यौहार मिल-जुलकर आपसी भाईचारे से मनाते है। नफीस मंशा खान ने कहा कि शहर में सभी त्यौहार शांतिपूर्वक और रिश्तों के साथ अमन-चैन से मनाये जाते है। गणेश उत्सव में सांउड सिस्टम डेक से बीमार दुखी बुजुर्गो और शोर गुल से लोगों को तकलीफ होती है। इस पर प्रशासन न्यूनतम आवाज और समय का निर्धारण करें। जिससे लोगों को राहत मिलें। श्री ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि बड़ी मूर्तियों के लिए मार्ग तय करें। ताकि विसर्जन स्थल पर जा सकें। श्री जगदीश कपूर ने कहा कि बीच मार्गो में मूर्ति की स्थापना नही होवे। आयोजकों से अनुरोध है कि वे ऐसे स्थलों पर गणेश प्रतिमा रखें। जहां से लोगों का आना-जाना व वाहन आदि निकल सकें। श्री मुकेश शाह ने कहा कि मूर्ति की ऊंचाई व विसर्जन का समय व स्थल निर्धारित किया जाये। जिससे चल समारोह में दिक्कत नहीं आये। विसर्जन स्थल पर सुरक्षा प्रबंध रहे। श्री अजय रघुवंशी ने कहा कि ताप्ती नदी के किनारें कूंड में पानी भरा हैं उसमें और पानी डाल दिया जाये। वहां मूर्तियों को विसर्जित करें। जिससे ताप्ती नदी के जल को प्रदूषण से बचाव होगा। इस बात को हम सभी को मानवीय दृष्टिकोण से जीवन दायिनी को साफ-सुथरा रखने स्वीकार करना होगा। इस दरम्यान समिति के अन्य सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिए। जिस पर समिति ने निर्णय लिये है।
कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की अध्यक्षता में आयोजित शांति समिति की बैठक में उक्त अपील आम नागरिकों से करते हुए निर्णय पारित किया गया है। इस बैठक में महापौर श्रीमती माधुरी पटेल एवं नगर निगम अध्यक्ष श्रीमती गौरी शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह, एडीएम श्री प्रकाश रेवाल, एएसपी श्री बी.एस.बिरदे, एसडीएम श्री काशीराम बडोले सहित शांति समिति के सम्मानीय सदस्यगण मौजूद रहे।
कलेक्टर ने कहा कि गणेश प्रतिमा चल समारोह में आयोजक मण्डल कानून और शंाति व्यवस्था कायम रखने हेतु प्रशासन को सहयोग प्रदान करें। ऐसे स्थलों पर मूर्तियों की स्थापना नहीं करें। जिन मार्गो में आवाजाही प्रभावित होती है। पीओपी की प्रतिमाएं ताप्ती नदी में विसर्जित करने पर जल प्रदूषण होता है। इस जागरूकता के लिए नगर की स्वयं सेवी संस्थाएं, संगठन और बुद्धिजीवी नागरिकों ने भी इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। समिति ने भी मूर्तियों को पृथक कुंड में विसर्जित करने विचार-विमर्श किया है। मूर्तिकारों से भी अनुरोध है कि वे पीओपी की मूर्तियां नही बनाये। चूकि इसमें केमिकल्स होता है। गणेश प्रतिमाएं सुरक्षित और सम्मान के साथ विसर्जित की जाए। विसर्जन स्थलों पर प्रकाश, पहुंच मार्ग, गोताखोर, नाव व सुरक्षा का प्रबंध किया जावेगा। नदी में मूर्ति विसर्जन के लिए माननीय उच्च न्यायालय के आदेश का पालन सर्वोपरि है।
चल समारोह में विद्युत विभाग की टीम साथ में रहेगी। तारों के नीचे से मूर्ति निकलने पर टीम यथोचित सहयोग करेंगी। आयोजक मंडल के सदस्यगण भी अपेक्षाकृत सतर्कता बरतेगें। स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों के साथ मेला व विसर्जन स्थल पर प्राथमिक उपचार व्यवस्था के साथ उपस्थित रहेगा। नगर निगम फॉयर बिग्रेड के प्रबंध करेगा। साथ ही नगर में खासकर मूर्ति स्थलों व मंदिरों के आसपास अनिवार्य रूप से साफ-सफाई करायें। इसके साथ ही जिन मार्गो में गढ्ढे हैं उनकों भरवाकर मार्ग समतल कर दिया जाये। पुलिस नगर निरीक्षकों ने भी अपने-अपने क्षेत्र में चल समारोह के दिक्कतों व समस्याओं से अवगत कराया। जिस पर कलेक्टर ने संबंधित विभागों को समस्याएं दूर करने हेतु निर्देश दिए है।
पुलिस अधीक्षक ने भी कहा कि मूर्ति स्थलों पर लाईटिंग सजावट की जाती है। वहां पंडाल आदि में विद्युत लाईन के वायर कटे-फटे ना हो। इस पर विशेष रूप से ध्यान रखें जावे। जहां भी करंट आदि फैलने की संभावना हो सकती है। उसको तत्काल दुरूस्त करायें। ताकि जनहानि ना हो। यातायात के लिए भी आमजन नियमों का पालन करें। जिसमें एकांकी मार्ग से वाहन संचालित करेंगे। जिससें ट्रॉफिक सुगमता से आवाजाही जारी रहे। पर्व को खुशहाल और शांतिपूर्ण रूप से मिल-जुलकर मनायें।
बैठक में श्री दिलीप श्रॉफ ने कहा कि यह शहर गंगा, जमुना तहजीब वाला है। हम सभी ईद व अन्य त्यौहार मिल-जुलकर आपसी भाईचारे से मनाते है। नफीस मंशा खान ने कहा कि शहर में सभी त्यौहार शांतिपूर्वक और रिश्तों के साथ अमन-चैन से मनाये जाते है। गणेश उत्सव में सांउड सिस्टम डेक से बीमार दुखी बुजुर्गो और शोर गुल से लोगों को तकलीफ होती है। इस पर प्रशासन न्यूनतम आवाज और समय का निर्धारण करें। जिससे लोगों को राहत मिलें। श्री ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि बड़ी मूर्तियों के लिए मार्ग तय करें। ताकि विसर्जन स्थल पर जा सकें। श्री जगदीश कपूर ने कहा कि बीच मार्गो में मूर्ति की स्थापना नही होवे। आयोजकों से अनुरोध है कि वे ऐसे स्थलों पर गणेश प्रतिमा रखें। जहां से लोगों का आना-जाना व वाहन आदि निकल सकें। श्री मुकेश शाह ने कहा कि मूर्ति की ऊंचाई व विसर्जन का समय व स्थल निर्धारित किया जाये। जिससे चल समारोह में दिक्कत नहीं आये। विसर्जन स्थल पर सुरक्षा प्रबंध रहे। श्री अजय रघुवंशी ने कहा कि ताप्ती नदी के किनारें कूंड में पानी भरा हैं उसमें और पानी डाल दिया जाये। वहां मूर्तियों को विसर्जित करें। जिससे ताप्ती नदी के जल को प्रदूषण से बचाव होगा। इस बात को हम सभी को मानवीय दृष्टिकोण से जीवन दायिनी को साफ-सुथरा रखने स्वीकार करना होगा। इस दरम्यान समिति के अन्य सदस्यों ने भी अपने सुझाव दिए। जिस पर समिति ने निर्णय लिये है।
--------
No comments:
Post a Comment