जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
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जिले में फोटोयुक्त मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित
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जिले में फोटोयुक्त मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम निर्धारित
बुरहानपुर/22
सितम्बर/ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 1 जनवरी 2015 की स्थिति में फोटोयुक्त
निर्वाचक नामावली विशेष पुनरीक्षण का कार्यक्रम निर्धारित कर दिया गया है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि प्रारूप निर्वाचक नामावलियों का प्रकाशन 15 अक्टूबर को किया जावेगा। दावे-आपत्तियां 15 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक प्रस्तुत की जायेगी। फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली संबंधित सूची को 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक ग्राम सभा, स्थानीय निकाय एवं निवासी कल्याण समितियों की बैठकों में वाचन होगा। 19 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक राजनैतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल असिस्टेंट के साथ विशेष अभियान के अंतर्गत दावे-आपत्तियां प्राप्त की जावेगी। 20 नवम्बर को प्राप्त दावे-आपत्तियों का निराकरण होगा। 20 दिसम्बर को डाटाबेस अपडेट, फोटो मर्जिंग, कन्ट्रोल टेबल अपडेट एवं पूरक सूचिया तैयार की जाना है। निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी 2015 को किया जाएगा।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बी.एल.ओ. की बैठक आमंत्रित की जा कर उन्हें फोटो निर्वाचक नामावली के प्रारूप प्रकाषन के दौरान दावे/आपत्तियां प्राप्त करने तथा उनका निराकरण करने के संबंध में व्यापक प्रषिक्षण दिया जावेगा। आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप विषेष रूप से कि समस्त दावे/आपत्तियों के प्रारूप/फार्म आदि पूर्णतः भरे हुए हों। उन पर रंगीन पासपोर्ट साइज का फोटो यथा स्थान लगाया गया हो। निर्धारित स्थान पर आवेदक/आवेदिका के हस्ताक्षर किये गये हो। प्राप्त होने वाले समस्त दावे/आपत्तियों को प्रस्तुत करने वाले आवेदक को फार्म 6 ,7 8 एवं 8-क में निर्धारित पावती अवष्य दी जावेगी। प्रतिदिन प्राप्त होने वाले दावे/आपत्तियों की सूची तैयार की जा कर नोटिस बोर्ड पर प्रदर्षित करना है। एक प्रति मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को भी प्रति सप्ताह दी जाना है। प्राप्त होने वाले दावे/आपत्तियों की सूची लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1960 के अनुपालन में आयोग के निर्धारित प्रारूप 09 ,10, 11 एवं 11-क में तैयार की जा कर नोटिस बोर्ड पर प्रदर्षित होगी। निर्वाचक नामावली में नाम सम्मिलित किये जाने हेतु आक्षेप के संबंध में विधिवत् सुनवाई का अवसर देते हुए आदेष पारित किये जा कर नामावली से नाम निरसित किया जावेगा। इस संबंध में बी.एल.ओ. से जांच उपरांत कार्यवाही की जाना है। यदि किसी मतदान केन्द्र में कुल मतदाताओं के 02 प्रतिषत से अधिक प्रारूप-7 में आपत्तियां प्राप्त होती है, तो उन मतदान केन्द्रों में प्राप्त दावे/आपत्तियों का पुनः परीक्षण किया जावे। 1 जनवरी 2015 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले समस्त युवा मतदाताओं के नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किये जावेगे। इस हेतु विधानसभा क्षेत्र में आने वाले समस्त महाविद्यालयों/उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विषेष कैम्पों का आयोजन कर नाम सम्मिलित किये जाने हेतु हर संभव प्रयास करने निर्देश दिए गए है। इस दरम्यान निर्वाचक नामावली में नाम सम्मिलित होने से शेष महिलाओं के नाम भी प्राथमिकता के आधार पर सम्मिलित किये जावेगें।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि प्रारूप निर्वाचक नामावलियों का प्रकाशन 15 अक्टूबर को किया जावेगा। दावे-आपत्तियां 15 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक प्रस्तुत की जायेगी। फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली संबंधित सूची को 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक ग्राम सभा, स्थानीय निकाय एवं निवासी कल्याण समितियों की बैठकों में वाचन होगा। 19 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक राजनैतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल असिस्टेंट के साथ विशेष अभियान के अंतर्गत दावे-आपत्तियां प्राप्त की जावेगी। 20 नवम्बर को प्राप्त दावे-आपत्तियों का निराकरण होगा। 20 दिसम्बर को डाटाबेस अपडेट, फोटो मर्जिंग, कन्ट्रोल टेबल अपडेट एवं पूरक सूचिया तैयार की जाना है। निर्वाचक नामावलियों का अंतिम प्रकाशन 5 जनवरी 2015 को किया जाएगा।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि बी.एल.ओ. की बैठक आमंत्रित की जा कर उन्हें फोटो निर्वाचक नामावली के प्रारूप प्रकाषन के दौरान दावे/आपत्तियां प्राप्त करने तथा उनका निराकरण करने के संबंध में व्यापक प्रषिक्षण दिया जावेगा। आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप विषेष रूप से कि समस्त दावे/आपत्तियों के प्रारूप/फार्म आदि पूर्णतः भरे हुए हों। उन पर रंगीन पासपोर्ट साइज का फोटो यथा स्थान लगाया गया हो। निर्धारित स्थान पर आवेदक/आवेदिका के हस्ताक्षर किये गये हो। प्राप्त होने वाले समस्त दावे/आपत्तियों को प्रस्तुत करने वाले आवेदक को फार्म 6 ,7 8 एवं 8-क में निर्धारित पावती अवष्य दी जावेगी। प्रतिदिन प्राप्त होने वाले दावे/आपत्तियों की सूची तैयार की जा कर नोटिस बोर्ड पर प्रदर्षित करना है। एक प्रति मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को भी प्रति सप्ताह दी जाना है। प्राप्त होने वाले दावे/आपत्तियों की सूची लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1960 के अनुपालन में आयोग के निर्धारित प्रारूप 09 ,10, 11 एवं 11-क में तैयार की जा कर नोटिस बोर्ड पर प्रदर्षित होगी। निर्वाचक नामावली में नाम सम्मिलित किये जाने हेतु आक्षेप के संबंध में विधिवत् सुनवाई का अवसर देते हुए आदेष पारित किये जा कर नामावली से नाम निरसित किया जावेगा। इस संबंध में बी.एल.ओ. से जांच उपरांत कार्यवाही की जाना है। यदि किसी मतदान केन्द्र में कुल मतदाताओं के 02 प्रतिषत से अधिक प्रारूप-7 में आपत्तियां प्राप्त होती है, तो उन मतदान केन्द्रों में प्राप्त दावे/आपत्तियों का पुनः परीक्षण किया जावे। 1 जनवरी 2015 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले समस्त युवा मतदाताओं के नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित किये जावेगे। इस हेतु विधानसभा क्षेत्र में आने वाले समस्त महाविद्यालयों/उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विषेष कैम्पों का आयोजन कर नाम सम्मिलित किये जाने हेतु हर संभव प्रयास करने निर्देश दिए गए है। इस दरम्यान निर्वाचक नामावली में नाम सम्मिलित होने से शेष महिलाओं के नाम भी प्राथमिकता के आधार पर सम्मिलित किये जावेगें।
क्रमांक/81/673/2014 पवार/सचिन/निर्वाचन
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छात्रवृत्ति हेतु आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति जल्द करें-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर ने टीएल बैठक में अधिकारियों को कार्यवाही करने दी हिदायत
छात्रवृत्ति हेतु आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति जल्द करें-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर ने टीएल बैठक में अधिकारियों को कार्यवाही करने दी हिदायत
बुरहानपुर/22
सितम्बर/राज्य शासन की छात्रवृत्ति योजना से कोई भी अनुसूचित वर्ग का
विद्यार्थी छात्रवृत्ति स्वीकृति और वितरण से वंचित नही रहना चाहिए।
राजस्व, जनपद पंचायत और शिक्षा विभाग छात्रवृत्ति हेतु आवश्यक दस्तावेजों
की पूर्ति जल्द करें।
कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने आज समय सीमा की बैठक में शासन की विविध जनसुविधाओं की समीक्षा की। जिसमें छात्रवृत्ति योजना को लेकर गंभीरता बरतने अधिकारियों को हिदायत दी गई। उक्त विभागों को अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, निःशक्त छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र शीघ्रता से बनाने दिशा-निर्देश दिए है। इन निर्देशों में एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपद सीईओ, पटवारी, ग्राम सचिव सभी को प्रमाण पत्रों में अविलंब कार्यवाही हेतु आगाह किया गया है। ताकि विद्यार्थियों को समय पर छात्रवृत्ति मिल सकें।
कलेक्टर ने जिले में डायवर्सन व लीज आदि प्रकरणों की समीक्षा की। इन प्रकरणों में राजस्व विभाग को तेजी से कार्यवाही करने की समझाईश दी गई। जनसुनवाई में प्राप्त शिकायत, मांग तथा समस्याओं का निराकरण करने विभिन्न विभागों को आवेदन कार्यवाही हेतु सौंपे थे। इसमें जिला पंचायत, पुलिस, जनपद पंचायत, नगर निगम, राजस्व आदि के अधिकांश प्रकरण निराकरण हेतु लंबित है। इन सभी विभागों को जनसुनवाई के प्रकरणों में तेजी से कार्यवाही करने को कहा गया है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में जिले को 10 ईकाइ लाभान्वित करने का लक्ष्य आवंटित किया गया है। इसमें अभी तक 3 प्रकरण ही प्राप्त हुए है। कलेक्टर ने महाप्रबंधक श्री आर.एस.ठाकुर को निर्देश दिए कि कृषि एवं उद्यानिकी से समन्वय बनाकर मशनरी प्लॉन्ट के प्रकरण तैयार करें। ताकि लक्ष्य पूर्ति शीघ्रता से की जा सकें। इसी प्रकार से मुख्यमंत्री स्वरोजगार आर्थिक कल्याण योजना में भी गति लाने कहा गया है। इस अवसर पर मानव अधिकार आयोग एवं पीजीआर प्रकरणों में भी संबंधित विभाग द्वारा की गई कार्यवाही का जायजा लिया गया। विभागों द्वारा निराकरण कार्यवाही करने पर कलेक्टर कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित की गई है। किन्तु कई प्रकरणों में रिपोर्ट कार्यालय में अप्राप्त है। कलेक्टर ने इस प्रक्रिया में सख्ती और निगरानी रखने नोडल अधिकारी को निर्देश दिए है। उन्होनें कहा है कि जो भी विभाग निराकरण कार्यवाही की जानकारी प्रस्तुत करता है। उसका रख-रखाव उचित माध्यम व गोपनीय ढंग से होना चाहिए। इसमें गड़बड़ी करने वाले अधिकारी-कर्मचारी पर त्वरित कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने जनपद पंचायत और शिक्षा विभाग को हाथ धुलाई दिवस आयोजन के एक सप्ताह पूर्व सभी शासकीय शालाओं में हाथ धुलाई प्लेटफार्म बनवाने हेतु आगाह किया है। इसी प्रकार से जनपद को स्वच्छ शौचालय निर्माण और ग्राम स्वच्छता कार्यक्रम के प्रति क्रियान्वयन सुनिश्चित करने कहा गया है। जिसकी प्रगति प्रतिदिन एसएमएस के माध्यम से भेजना अनिवार्य है। पेंशन प्रकरणों के लिए भी ग्रामीण एवं नगरीय निकायों को सितम्बर माह तक हितग्राहियों को पेंशन प्रदाय करने हेतु निर्देशित किया गया है। इस संबंध में सूची में संशोधन निर्धारित समय सीमा में कर हेतु निकायों को ताकीद दी गई है। समग्र पात्रता पर्ची के संबंध में भी चर्चा कर कार्यवाही करने संबंधित विभागों को सचेत किया गया है।
इसके अलावा विभिन्न विभागों द्वारा जनसुविधाओं के क्रियान्वयन की गहनता से जानकारी प्राप्त की गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह, एसडीएम श्री काशीराम बड़ोले, डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव, डिप्टी कलेक्टर श्री शंकरलाल सिंगाड़े और डिप्टी कलेक्टर श्री सुमेरसिंह मुजाल्दा समेत सभी विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया ने आज समय सीमा की बैठक में शासन की विविध जनसुविधाओं की समीक्षा की। जिसमें छात्रवृत्ति योजना को लेकर गंभीरता बरतने अधिकारियों को हिदायत दी गई। उक्त विभागों को अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, निःशक्त छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण पत्र शीघ्रता से बनाने दिशा-निर्देश दिए है। इन निर्देशों में एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जनपद सीईओ, पटवारी, ग्राम सचिव सभी को प्रमाण पत्रों में अविलंब कार्यवाही हेतु आगाह किया गया है। ताकि विद्यार्थियों को समय पर छात्रवृत्ति मिल सकें।
कलेक्टर ने जिले में डायवर्सन व लीज आदि प्रकरणों की समीक्षा की। इन प्रकरणों में राजस्व विभाग को तेजी से कार्यवाही करने की समझाईश दी गई। जनसुनवाई में प्राप्त शिकायत, मांग तथा समस्याओं का निराकरण करने विभिन्न विभागों को आवेदन कार्यवाही हेतु सौंपे थे। इसमें जिला पंचायत, पुलिस, जनपद पंचायत, नगर निगम, राजस्व आदि के अधिकांश प्रकरण निराकरण हेतु लंबित है। इन सभी विभागों को जनसुनवाई के प्रकरणों में तेजी से कार्यवाही करने को कहा गया है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र को मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना में जिले को 10 ईकाइ लाभान्वित करने का लक्ष्य आवंटित किया गया है। इसमें अभी तक 3 प्रकरण ही प्राप्त हुए है। कलेक्टर ने महाप्रबंधक श्री आर.एस.ठाकुर को निर्देश दिए कि कृषि एवं उद्यानिकी से समन्वय बनाकर मशनरी प्लॉन्ट के प्रकरण तैयार करें। ताकि लक्ष्य पूर्ति शीघ्रता से की जा सकें। इसी प्रकार से मुख्यमंत्री स्वरोजगार आर्थिक कल्याण योजना में भी गति लाने कहा गया है। इस अवसर पर मानव अधिकार आयोग एवं पीजीआर प्रकरणों में भी संबंधित विभाग द्वारा की गई कार्यवाही का जायजा लिया गया। विभागों द्वारा निराकरण कार्यवाही करने पर कलेक्टर कार्यालय को रिपोर्ट प्रेषित की गई है। किन्तु कई प्रकरणों में रिपोर्ट कार्यालय में अप्राप्त है। कलेक्टर ने इस प्रक्रिया में सख्ती और निगरानी रखने नोडल अधिकारी को निर्देश दिए है। उन्होनें कहा है कि जो भी विभाग निराकरण कार्यवाही की जानकारी प्रस्तुत करता है। उसका रख-रखाव उचित माध्यम व गोपनीय ढंग से होना चाहिए। इसमें गड़बड़ी करने वाले अधिकारी-कर्मचारी पर त्वरित कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
कलेक्टर ने जनपद पंचायत और शिक्षा विभाग को हाथ धुलाई दिवस आयोजन के एक सप्ताह पूर्व सभी शासकीय शालाओं में हाथ धुलाई प्लेटफार्म बनवाने हेतु आगाह किया है। इसी प्रकार से जनपद को स्वच्छ शौचालय निर्माण और ग्राम स्वच्छता कार्यक्रम के प्रति क्रियान्वयन सुनिश्चित करने कहा गया है। जिसकी प्रगति प्रतिदिन एसएमएस के माध्यम से भेजना अनिवार्य है। पेंशन प्रकरणों के लिए भी ग्रामीण एवं नगरीय निकायों को सितम्बर माह तक हितग्राहियों को पेंशन प्रदाय करने हेतु निर्देशित किया गया है। इस संबंध में सूची में संशोधन निर्धारित समय सीमा में कर हेतु निकायों को ताकीद दी गई है। समग्र पात्रता पर्ची के संबंध में भी चर्चा कर कार्यवाही करने संबंधित विभागों को सचेत किया गया है।
इसके अलावा विभिन्न विभागों द्वारा जनसुविधाओं के क्रियान्वयन की गहनता से जानकारी प्राप्त की गई। बैठक में अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल, जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह, एसडीएम श्री काशीराम बड़ोले, डिप्टी कलेक्टर श्री के.एल.यादव, डिप्टी कलेक्टर श्री शंकरलाल सिंगाड़े और डिप्टी कलेक्टर श्री सुमेरसिंह मुजाल्दा समेत सभी विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।
क्रमांक/82/674/2014 पवार/सचिन/प्रशासन/फोटो
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आगामी त्यौहार नवदुर्गा एवं विजयदशमी व ईदुज्जुहा पूर्ण श्रद्धा और भाईचारे से मनाए जाएगें
कलेक्टर की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक संपन्न
आगामी त्यौहार नवदुर्गा एवं विजयदशमी व ईदुज्जुहा पूर्ण श्रद्धा और भाईचारे से मनाए जाएगें
कलेक्टर की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक संपन्न
बुरहानपुर/22
सितम्बर/ जिले में आगामी नवदुर्गा उत्सव, विजयादशमी, ईदुज्जुहा आदि
त्यौहार शांति, सदभाव और भाईचारे के साथ मनाये जायेगे। इस दरम्यान पेयजल,
प्रकाश, साफ-सफाई, आवागमन हेतु सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं माकूल रहेगी।
श्रद्धालुओं के लिए रेणुका माता रोड़ दुरूस्त किया जायेगा। साथ ही बिजली के
खम्भो पऱ हेलोजन लाईट ज्यादा प्रकाश देने वाले लगेगें। यहां पेयजल का भी
प्रबंध रहेगा। इस देवालय में श्रद्धालुओं को तमाम सुविधाएं मिलेगी।
इसी प्रकार से ईदुज्जुहा और नवदुर्गा उत्सव पर सभी मंदिर-मस्जिद, ईदगाह, देवालय व मूर्ति स्थल और गरबा प्रागंण स्थित आसपास व नगर में साफ-सफाई प्राथमिकता से कराई जायेगी। पार्किंग व्यवस्था का पालन सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। जिससे यातायात निर्बाध रूप से संचालित रहेगा।
यह निर्णय कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में लिया गया। कलेक्टर ने आगामी त्यौहारों की सभी को हार्दिक बधाईयां और शुभकामनाएं दी। उन्होने उक्त पर्वो को भी भाईचारे से मनाने की अपील की। उन्होनें कहा कि गत दिनों गणेशोत्सव शांतिपूर्ण रूप से मनाया है। इसी प्रकार से नवदुर्गा उत्सव भी सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मनाये। प्रशासन को कानून व्यवस्था बनाये रखने में अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। उन्होनें गणेशोत्सव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न होने पर जिलेवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही अधिकारियों व कर्मचारियों की कर्तव्य निष्ठता को दोहराते हुए प्रशंसा की है।
पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह ने कहा कि शांति समिति के सदस्यों के सुझाव और नगर की अधोसंरचना के आधार पर ही व्यवस्थाएं बनाई जाती है। जितने भी इंतजाम होते है। उनमें जनहित का ध्यान रखा जाता है। जिला प्रशासन खासकर सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है। इस दृष्टि से ही हर घटना-दुर्घटना पर प्रशासन आपके सहयोग से ही नजर रखता है। समिति ने सुझाव दिया है कि मूर्ति व गरबा स्थलों पर नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों का सहयोग लिया जाए। पहले भी नगर सुरक्षा समितियों के सदस्यों ने त्यौहारों पर व्यवस्था बनाने में सहयोग प्रदान किया है। आगामी त्यौहारों में भी नगर सुरक्षा समिति सदस्यों की मद््द ली जावेगी।
कलेक्टर ने व्यवस्थाओं के लिए सर्व संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश दिये है। उन्होनें समिति के सदस्यों के सुझावों को गंभीरता से लेते हुए क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है। श्रीमती सिंथिया ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगर में साफ-सफाई के लिए मुहीम चलायी जाये। त्यौहारों के मद््देनजर नगर निगम, स्वास्थ्य, पुलिस, राजस्व, विद्युत, मत्स्य, वन, पीएचई, नगरीय एवं ग्रामीण निकायों को भी निर्देश जारी किए गए है। इन निर्देशों में विद्युत, सुरक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, पेयजल व्यवस्था तथा प्रतिदिन सड़को, गलियों साथ ही नालियों की सफाई शामिल है। श्री दिनेश शाह ने सुझाव दिया कि त्यौहार के दौरान रेत की ट्रैक्टर-ट्राली राजपुरा गेट और महाजनापेठ से निकलने पर प्रतिबंध लगाया जाये। नफीस मंशा खान ने कहा कि चल समारोह में गुलाल आदि पंखे से नही उड़ाया जाए। श्री अजय रघुवंशी ने बताया कि रेणुका माता मंदिर पर श्रद्धालु 4 बजे रात से दर्शन के लिए जाते है। इस मार्ग को दुरूस्त कराएं। साथ ही विद्युत व्यवस्था कराई जावे। ताकि आने जाने में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नही होवे। श्री चिंतामण महाजन ने कहा कि रेणुका माता में विजयदशमी का रावण दहन किया जायेगा। इस हेतु क्षेत्र में साफ-सफाई, सुरक्षा, पार्किंग, पेयजल आदि का प्रबंध रहना चाहिए। इस दौरान आवागमन के लिए शहर के कुछ मार्गो को एकांगी किये जायेगें।
इस मौके पर श्री दिलीप श्रॉफ, श्री अनिल भोंसले, श्री जगदीश कपूर, डॉ.फीरोजा अली, श्री सलूजा, डॉ.तारिक, ईसाम्मुद््दीन, डॉ.आनंद दीक्षित सहित अनेक सदस्यों ने जनहित में विस्तार से अपने-अपने विचार रखे। अध्यक्ष ने क्रमशः सभी सदस्यों की विचारों को साझा करते हुए इंतजाम करने का विश्वास दिलाया। बैठक में अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री बी.एस.बिरदे, एसडीएम श्री काशीराम बड़ोले सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इसी प्रकार से ईदुज्जुहा और नवदुर्गा उत्सव पर सभी मंदिर-मस्जिद, ईदगाह, देवालय व मूर्ति स्थल और गरबा प्रागंण स्थित आसपास व नगर में साफ-सफाई प्राथमिकता से कराई जायेगी। पार्किंग व्यवस्था का पालन सभी के लिए अनिवार्य किया गया है। जिससे यातायात निर्बाध रूप से संचालित रहेगा।
यह निर्णय कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में लिया गया। कलेक्टर ने आगामी त्यौहारों की सभी को हार्दिक बधाईयां और शुभकामनाएं दी। उन्होने उक्त पर्वो को भी भाईचारे से मनाने की अपील की। उन्होनें कहा कि गत दिनों गणेशोत्सव शांतिपूर्ण रूप से मनाया है। इसी प्रकार से नवदुर्गा उत्सव भी सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में मनाये। प्रशासन को कानून व्यवस्था बनाये रखने में अपेक्षित सहयोग प्रदान करें। उन्होनें गणेशोत्सव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न होने पर जिलेवासियों के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही अधिकारियों व कर्मचारियों की कर्तव्य निष्ठता को दोहराते हुए प्रशंसा की है।
पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह ने कहा कि शांति समिति के सदस्यों के सुझाव और नगर की अधोसंरचना के आधार पर ही व्यवस्थाएं बनाई जाती है। जितने भी इंतजाम होते है। उनमें जनहित का ध्यान रखा जाता है। जिला प्रशासन खासकर सुरक्षा को सर्वोपरि मानता है। इस दृष्टि से ही हर घटना-दुर्घटना पर प्रशासन आपके सहयोग से ही नजर रखता है। समिति ने सुझाव दिया है कि मूर्ति व गरबा स्थलों पर नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों का सहयोग लिया जाए। पहले भी नगर सुरक्षा समितियों के सदस्यों ने त्यौहारों पर व्यवस्था बनाने में सहयोग प्रदान किया है। आगामी त्यौहारों में भी नगर सुरक्षा समिति सदस्यों की मद््द ली जावेगी।
कलेक्टर ने व्यवस्थाओं के लिए सर्व संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश दिये है। उन्होनें समिति के सदस्यों के सुझावों को गंभीरता से लेते हुए क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है। श्रीमती सिंथिया ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि नगर में साफ-सफाई के लिए मुहीम चलायी जाये। त्यौहारों के मद््देनजर नगर निगम, स्वास्थ्य, पुलिस, राजस्व, विद्युत, मत्स्य, वन, पीएचई, नगरीय एवं ग्रामीण निकायों को भी निर्देश जारी किए गए है। इन निर्देशों में विद्युत, सुरक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, पेयजल व्यवस्था तथा प्रतिदिन सड़को, गलियों साथ ही नालियों की सफाई शामिल है। श्री दिनेश शाह ने सुझाव दिया कि त्यौहार के दौरान रेत की ट्रैक्टर-ट्राली राजपुरा गेट और महाजनापेठ से निकलने पर प्रतिबंध लगाया जाये। नफीस मंशा खान ने कहा कि चल समारोह में गुलाल आदि पंखे से नही उड़ाया जाए। श्री अजय रघुवंशी ने बताया कि रेणुका माता मंदिर पर श्रद्धालु 4 बजे रात से दर्शन के लिए जाते है। इस मार्ग को दुरूस्त कराएं। साथ ही विद्युत व्यवस्था कराई जावे। ताकि आने जाने में श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नही होवे। श्री चिंतामण महाजन ने कहा कि रेणुका माता में विजयदशमी का रावण दहन किया जायेगा। इस हेतु क्षेत्र में साफ-सफाई, सुरक्षा, पार्किंग, पेयजल आदि का प्रबंध रहना चाहिए। इस दौरान आवागमन के लिए शहर के कुछ मार्गो को एकांगी किये जायेगें।
इस मौके पर श्री दिलीप श्रॉफ, श्री अनिल भोंसले, श्री जगदीश कपूर, डॉ.फीरोजा अली, श्री सलूजा, डॉ.तारिक, ईसाम्मुद््दीन, डॉ.आनंद दीक्षित सहित अनेक सदस्यों ने जनहित में विस्तार से अपने-अपने विचार रखे। अध्यक्ष ने क्रमशः सभी सदस्यों की विचारों को साझा करते हुए इंतजाम करने का विश्वास दिलाया। बैठक में अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री बी.एस.बिरदे, एसडीएम श्री काशीराम बड़ोले सहित अन्य विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
क्रमांक/83/675/2014
पवार/सचिन/प्रशासन/फोटो
समाचार
कृषक कास्तकारी के साथ ही अन्य व्यवसाय अपनाए
कृषि महोत्सव संबंधी बैठक संपन्न
कृषक कास्तकारी के साथ ही अन्य व्यवसाय अपनाए
कृषि महोत्सव संबंधी बैठक संपन्न
बुरहानपुर/22
सितम्बर/ पूर्व शिक्षा मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस
ने कहा कि कृषि महोत्सव को सफल बनाने में हम सभी का सहयोग अपेक्षित है।
कृषि महोत्सव का उद्देश्य कृषकों के लिए बहुआयामी है। मध्य प्रदेश सरकार की
मंशा है कि कृषकों को कास्तकारी के साथ अन्य व्यवसाय अपनाने प्रोत्साहित
किया जाए। जिससे किसान आर्थिक रूप से संपन्न हो सकें।
श्रीमती चिटनीस आज कृषि महोत्सव संबंधी बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होनें जनपद पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में कहा कि कृषि पशुपालन पर आधारित उद्योग है। किसान गौसंवर्धन से ही कृषि को उन्नत बना सकेंगे। पशुपालन से ही दूध, गौमूत्र व खाद हमें प्राप्त होगा। गौबर खाद का कास्तकारी में उपयोग करने से कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति बढे़गी। जिससे उत्पादन भी दुगना, चौगुना होगा। शराब की खपत को कम करें। दूध की खपत बढ़ाए। महिला एवं बाल विकास विभाग गांवों में नींबू और सुरजना के पेड़ लगाए। जिससे कई बीमारियां दूर भागेगी। जिस प्रकार से कहते है कि एक सेव फल खांए तो डॉक्टर के पास कभी नही जाए। कृषकों को यह भी सलाह दी जाए कि खेत तालाब बनाए। जितना पानी जमीन से निकाला है। उसमें उतना पानी भरे। तभी यह कृषि और भूमि हमारा साथ देगी। चूकि हमारी सारी अर्थव्यवस्था कृषि पर ही निर्भर है। ग्राम में 1 हजार लोगों का चयन करें। जिनके पास 2 हैक्टेयर जमीन है वे 20 से 25 लाख रूपये का ऋण लेकर दूध डेयरी स्थापित कर सकते है। बुरहानपुर जिला दुग्ध उत्पादन में बहुत पिछड़ा है। पशुधन से दूध, खाद, गौमूत्र मिलेगा। जो खेती के लिए बहुत ही उपयोगी है। वर्तमान में जिले के किसानों यह बताया जाए कि टीशुकल्चर या कंद की खेती से क्यां लाभ व हानि है। इसी प्रकार से 100 व्यक्तियों का चयन करें। उन्हें बकरी पालन के लिए सहायता सुलभ कराई जाए। देखिए कुछ दिनों में ही उनकी दशा और दिशा बदल जाएगी। पालनकर्ता आर्थिक रूप से संपन्न होगे। उनकी आमदनी बढे़गी। किसानों को नए किस्म के अच्छे बीज लगाने की सलाह दी जाए। साथ ही कपास, केला तथा अन्य उद्यानिकी को बढ़ावास दिया जाए। जिससे किसान को हाल नुकसानी में पशुपालन और उद्यानीकि साथ दे सके। किसान एक फसल पर ही निर्भर नही रहे। अन्य फसले भी बोएं। जिससे उसे घाटा ना हो। मुर्गीपालन के लिए भी लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। यह भी ग्रामीण किसानों के लिए आय का अच्छा स्त्रोत होगा।
नेपानगर विधानसभा क्षेत्र विधायक श्री राजेन्द्र दादू ने भी कहा कि जब भी कृषि क्रांति रथ गांव में जाए। इस दरम्यान विभाग द्वारा उपयोगी जानकारी गरीब कृषकों को प्राथमिकता से दी जाए। उन्होनें कहा कि वर्तमान में जैविक खेती को अपनाने पर जोर दिया जाए। जिससे कृषि लागत में कमी आएगी, और उत्पादन अधिक होगा। शासन द्वारा कृषि महोत्सव के जरिये किसान को हर विभाग से जोड़ना चाहता है। जिसके पीछे कारण यह है कि उसे किसी चीज के लिए भटकना नही पडे़। उसे कास्तकारी का बेहतर तकनीकि ज्ञान मिलें। सिंचाई हेतु बिजली कनेक्शन कहा से ले। मत्स्य पालन कैसें करें। उन्नत पशुपालन किस प्रकार से किया जाए। उद्यानिकी एवं कृषि फसले कब कैसी लगाई जाए। कौनसी जलवायु अनुकूल है। उसके पास पैसे की व्यवस्था कैसे होवे। इस लिए बैंक, कृषि, उद्यानिकी, विद्युत, पशु, मत्स्य पालन, सहकारिता जैसे तमाम विभागों को कृषि महोत्सव में शामिल किए गए है।
यहा तक कि किसानों के बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ, यातायात, वन, पर्यावरण आदि विभाग की सुविधाएं भी किसानों को महोत्सव द्वारा सुलभ कराई जा रही है। उन्होनें कहा कि कृषि महोत्सव को विधानसभा क्षेत्र स्तर पर भी आयोजित करने का विचार चल रहा है। जनपद अध्यक्ष खकनार श्री रतिलाल चिलात्रे ने भी कृषि महोत्सव के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया है। जिससे किसानों को जानकारी मिल सकें। इस अवसर पर कृषि उपसंचालक श्री मनोहरसिंह देवके ने महोत्सव का विस्तार से ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होनें बताया कि महोत्सव को लेकर जिले व ग्राम स्तर तक समितियां गठित की गई है। कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया के निर्देश पर महोत्सव का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है। बैठक में जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता सन्यास, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्रीमती रमकीबाई, किसान संगठन अध्यक्ष श्री रघुनाथ पाटील, किसान मोर्चा अध्यक्ष श्री मूलचंद वर्ने, श्री मुकेश शाह, श्री चिंतामण महाजन सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कृषकगण कृषि वैज्ञानिक तथा अधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आत्मा उपसंचालक श्री राजेश चतुर्वेदी ने किया।
श्रीमती चिटनीस आज कृषि महोत्सव संबंधी बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होनें जनपद पंचायत सभागार में आयोजित बैठक में कहा कि कृषि पशुपालन पर आधारित उद्योग है। किसान गौसंवर्धन से ही कृषि को उन्नत बना सकेंगे। पशुपालन से ही दूध, गौमूत्र व खाद हमें प्राप्त होगा। गौबर खाद का कास्तकारी में उपयोग करने से कृषि भूमि की उर्वरा शक्ति बढे़गी। जिससे उत्पादन भी दुगना, चौगुना होगा। शराब की खपत को कम करें। दूध की खपत बढ़ाए। महिला एवं बाल विकास विभाग गांवों में नींबू और सुरजना के पेड़ लगाए। जिससे कई बीमारियां दूर भागेगी। जिस प्रकार से कहते है कि एक सेव फल खांए तो डॉक्टर के पास कभी नही जाए। कृषकों को यह भी सलाह दी जाए कि खेत तालाब बनाए। जितना पानी जमीन से निकाला है। उसमें उतना पानी भरे। तभी यह कृषि और भूमि हमारा साथ देगी। चूकि हमारी सारी अर्थव्यवस्था कृषि पर ही निर्भर है। ग्राम में 1 हजार लोगों का चयन करें। जिनके पास 2 हैक्टेयर जमीन है वे 20 से 25 लाख रूपये का ऋण लेकर दूध डेयरी स्थापित कर सकते है। बुरहानपुर जिला दुग्ध उत्पादन में बहुत पिछड़ा है। पशुधन से दूध, खाद, गौमूत्र मिलेगा। जो खेती के लिए बहुत ही उपयोगी है। वर्तमान में जिले के किसानों यह बताया जाए कि टीशुकल्चर या कंद की खेती से क्यां लाभ व हानि है। इसी प्रकार से 100 व्यक्तियों का चयन करें। उन्हें बकरी पालन के लिए सहायता सुलभ कराई जाए। देखिए कुछ दिनों में ही उनकी दशा और दिशा बदल जाएगी। पालनकर्ता आर्थिक रूप से संपन्न होगे। उनकी आमदनी बढे़गी। किसानों को नए किस्म के अच्छे बीज लगाने की सलाह दी जाए। साथ ही कपास, केला तथा अन्य उद्यानिकी को बढ़ावास दिया जाए। जिससे किसान को हाल नुकसानी में पशुपालन और उद्यानीकि साथ दे सके। किसान एक फसल पर ही निर्भर नही रहे। अन्य फसले भी बोएं। जिससे उसे घाटा ना हो। मुर्गीपालन के लिए भी लोगों को प्रोत्साहित किया जाए। यह भी ग्रामीण किसानों के लिए आय का अच्छा स्त्रोत होगा।
नेपानगर विधानसभा क्षेत्र विधायक श्री राजेन्द्र दादू ने भी कहा कि जब भी कृषि क्रांति रथ गांव में जाए। इस दरम्यान विभाग द्वारा उपयोगी जानकारी गरीब कृषकों को प्राथमिकता से दी जाए। उन्होनें कहा कि वर्तमान में जैविक खेती को अपनाने पर जोर दिया जाए। जिससे कृषि लागत में कमी आएगी, और उत्पादन अधिक होगा। शासन द्वारा कृषि महोत्सव के जरिये किसान को हर विभाग से जोड़ना चाहता है। जिसके पीछे कारण यह है कि उसे किसी चीज के लिए भटकना नही पडे़। उसे कास्तकारी का बेहतर तकनीकि ज्ञान मिलें। सिंचाई हेतु बिजली कनेक्शन कहा से ले। मत्स्य पालन कैसें करें। उन्नत पशुपालन किस प्रकार से किया जाए। उद्यानिकी एवं कृषि फसले कब कैसी लगाई जाए। कौनसी जलवायु अनुकूल है। उसके पास पैसे की व्यवस्था कैसे होवे। इस लिए बैंक, कृषि, उद्यानिकी, विद्युत, पशु, मत्स्य पालन, सहकारिता जैसे तमाम विभागों को कृषि महोत्सव में शामिल किए गए है।
यहा तक कि किसानों के बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ, यातायात, वन, पर्यावरण आदि विभाग की सुविधाएं भी किसानों को महोत्सव द्वारा सुलभ कराई जा रही है। उन्होनें कहा कि कृषि महोत्सव को विधानसभा क्षेत्र स्तर पर भी आयोजित करने का विचार चल रहा है। जनपद अध्यक्ष खकनार श्री रतिलाल चिलात्रे ने भी कृषि महोत्सव के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया है। जिससे किसानों को जानकारी मिल सकें। इस अवसर पर कृषि उपसंचालक श्री मनोहरसिंह देवके ने महोत्सव का विस्तार से ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होनें बताया कि महोत्सव को लेकर जिले व ग्राम स्तर तक समितियां गठित की गई है। कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आइरिन सिंथिया के निर्देश पर महोत्सव का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया है। बैठक में जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता सन्यास, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्रीमती रमकीबाई, किसान संगठन अध्यक्ष श्री रघुनाथ पाटील, किसान मोर्चा अध्यक्ष श्री मूलचंद वर्ने, श्री मुकेश शाह, श्री चिंतामण महाजन सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कृषकगण कृषि वैज्ञानिक तथा अधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आत्मा उपसंचालक श्री राजेश चतुर्वेदी ने किया।
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