जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर
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जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य को प्राथमिकता दी जावे-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर की अध्यक्षता में पेंटावैलेंट वैक्सीन अभियान का शुभारंभ
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जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण लक्ष्य को प्राथमिकता दी जावे-श्रीमती सिंथिया
कलेक्टर की अध्यक्षता में पेंटावैलेंट वैक्सीन अभियान का शुभारंभ
बुरहानपुर/29
अक्टूबर/- प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज 29 अक्टूबर को
पेंटावैलेंट वैक्सीन का शुभारंभ किया। जिले में भी पेंटावैलेंट टीकाकरण पर
आधारित संगोष्ठी संपन्न हुई। इस मौके पर कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरिन
सिंथिया ने पेंटावैलेंट वैक्सीन की शुरूआत कर संगोष्ठी को संबोधित किया।
कलेक्टर ने आयोजित संगोष्ठी में पेंटावैलेंट टीका के महत्व को दोहराते हुए
कहा कि जिले में शत प्रतिशत पेंटावैलेंट टीकाकरण लक्ष्य को प्राथमिकता दी
जावे। उन्होनें स्वास्थ्य विभाग सहित समस्त शासकीय विभागों के अधिकारियों
को भी टीकाकरण संबंधी जिम्मेदारी सौंपी। इस हेतु कहा गया है कि जब भी
अधिकारी फील्ड में जाएगे। तब-तब ग्रामीण अंचलो में टीकाकरण की मॉनीटरिंग
मुस्तैदी से करेगें। जिसकी रिपोर्ट मेरे समक्ष प्रस्तुत की जाए। ताकि
जहां-जहां टीकाकरण नहीं हो पाया है। वहा तत्काल टीकाकरण हर हाल में कराया
जाएगा। इस जिम्मेदारी का निर्वहन पूर्ण निष्ठा से करना सुनिश्चित करे। इसके
साथ ही प्रत्येक विभाग प्रमुख अपने अधीनस्थ मैदानी अमले को भी टीकाकरण की
जवाबदेही सौंपे। इस अभियान में उनकी भी सहभागिता ली जाना अपेक्षित है।
टीकाकरण के प्रति जागरूकता अवश्य बढ़ाई जावे। उन्होनें संगोष्ठी में उपस्थित
मीडिया बन्धुओं से भी अनुरोध किया है कि टीकाकरण प्रचार-प्रसार में
अपेक्षाकृत योगदान देवे। महिला एवं बाल विकास विभाग आंगनवाड़ियों में भी
उक्त टीकाकरण का संदेश प्रसारित करें। साथ ही टीकाकरण में अमला अनिवार्य
रूप से सहयोग देवे। जिससे कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित नही रहे।
कलेक्टर ने आमजन से भी अपील करते हुए कहा है कि, पांच बीमारियों से अपने शिशु को बचाये। सिर्फ एक टीका तीन बार लगवाये। भूल ना जाना टीकाकरण जरूर करवाना है। इसमें बच्चो को डेढ़ माह, ढाई माह और साढे़ तीन माह के बच्चों को पेंटावैंलेट वैक्सीन की एक सुई लगवाए। यह पेंटावैलेंट टीका पांच संभावित मृृत्युकारक रोगों से बचाता है। जिसमें गलघोंटू, टिटनेस, काली खांसी, हिब और हेपेटाइटिस बी, हिमोफिलस और इंफ्लुएंजा टाइप बी से भी बचाव करता है। यह टीका संस्थागत प्रसव में जन्म के 24 घंटो के भीतर दी जाने वाली हेपेटाईटिस बी की खुराक पहले की तरह जारी रहेगी। पेंटावैलेंट टीका लगाने से बच्चे को लगने वाली सुईयों की संख्या कम हो जाती है। इस संगोष्ठी में प्रभारी सीएमएचओ डॉ.के.एम.गुप्ता ने हिब के बारे में प्रमुख संदेश में अवगत कराया कि हर वर्ष विश्वभर में हिब रोग 5 वर्ष से कम आयु के 3 लाख 70 हजार बच्चों की मृत्यु का कारण बनता है। इनमें से लगभग 20 प्रतिशत बच्चें भारत के होते है। हिब रोग के पश्चात जीवित बचे अधिकतर बच्चों में दीर्घकालिक प्रभाव रह जाते हैं, जैसे स्थायी लकवापन, बहरा हो जाना या मस्तिष्क क्षतिग्रस्त हो जाना। हिब टीके से निमोनिया के एक तिहाई मामलों की और हिब मैनिंजाइटिस के 90 प्रतिशत मामलों की रोकथाम हो सकती है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.बी.डी.गट्टानी, एमओ डॉ यामिनी गुप्ता, डीपीएम पूनम डेहरिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अब्दुल गफ्फार खान आदि ने पेंटावैलेंट वैक्सीन के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल, डिप्टी कलेक्टर के.एल.यादव, डिप्टी कलेक्टर श्री शंकरलाल सिंगाडे, डिप्टी कलेक्टर श्री सुमेरसिंह मुजाल्दा सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं पत्रकार मौजूद रहे।
कलेक्टर ने आमजन से भी अपील करते हुए कहा है कि, पांच बीमारियों से अपने शिशु को बचाये। सिर्फ एक टीका तीन बार लगवाये। भूल ना जाना टीकाकरण जरूर करवाना है। इसमें बच्चो को डेढ़ माह, ढाई माह और साढे़ तीन माह के बच्चों को पेंटावैंलेट वैक्सीन की एक सुई लगवाए। यह पेंटावैलेंट टीका पांच संभावित मृृत्युकारक रोगों से बचाता है। जिसमें गलघोंटू, टिटनेस, काली खांसी, हिब और हेपेटाइटिस बी, हिमोफिलस और इंफ्लुएंजा टाइप बी से भी बचाव करता है। यह टीका संस्थागत प्रसव में जन्म के 24 घंटो के भीतर दी जाने वाली हेपेटाईटिस बी की खुराक पहले की तरह जारी रहेगी। पेंटावैलेंट टीका लगाने से बच्चे को लगने वाली सुईयों की संख्या कम हो जाती है। इस संगोष्ठी में प्रभारी सीएमएचओ डॉ.के.एम.गुप्ता ने हिब के बारे में प्रमुख संदेश में अवगत कराया कि हर वर्ष विश्वभर में हिब रोग 5 वर्ष से कम आयु के 3 लाख 70 हजार बच्चों की मृत्यु का कारण बनता है। इनमें से लगभग 20 प्रतिशत बच्चें भारत के होते है। हिब रोग के पश्चात जीवित बचे अधिकतर बच्चों में दीर्घकालिक प्रभाव रह जाते हैं, जैसे स्थायी लकवापन, बहरा हो जाना या मस्तिष्क क्षतिग्रस्त हो जाना। हिब टीके से निमोनिया के एक तिहाई मामलों की और हिब मैनिंजाइटिस के 90 प्रतिशत मामलों की रोकथाम हो सकती है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.बी.डी.गट्टानी, एमओ डॉ यामिनी गुप्ता, डीपीएम पूनम डेहरिया, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अब्दुल गफ्फार खान आदि ने पेंटावैलेंट वैक्सीन के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल, डिप्टी कलेक्टर के.एल.यादव, डिप्टी कलेक्टर श्री शंकरलाल सिंगाडे, डिप्टी कलेक्टर श्री सुमेरसिंह मुजाल्दा सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं पत्रकार मौजूद रहे।
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