जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
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कृषि रथ खकनार एवं बुरहानपुर विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों में पहुंचेगा
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कृषि रथ खकनार एवं बुरहानपुर विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों में पहुंचेगा
बुरहानपुर/4
अक्टूबर/ राज्य शासन किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के निर्देशानुसार
विकासखण्ड स्तरीय कृषि क्रांति रथ जिले के विभिन्न ग्रामो में कृषि को
उन्नत बनाने भ्रमण कर संदेश दे रहा है।
उपसंचालक श्री मनोहरसिंह देवके ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि आज 5 अक्टूबर को खकनार विकाखण्ड के ग्राम बड़ीखेड़ा, डाबियाखेड़ा एवं हैदरपुर में कृषि क्रांति रथ किसानों के बीच पहुंचेगा। रथ का रात्रि विश्राम हैदरपुर में रहेगा।
वहीं बुरहानपुर विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम करोली, तारापाटी और चिल्लारा में कृृषि रथ भ्रमण करेगा। जिसमें किसानों को कृषि तकनीक व उद्यानिकी व पशुपालन व अन्य विभिन्न विभागों द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस दरम्यान कृषि मूलक योजनाओं व तकनीकि तथा सुविधाओं के बारे में कृषकों को जागरूक किया गया।
इस दौरान कृषकों को कृषि, उद्यानिकी, पशु, मत्स्य पालन, स्वास्थ्य, वन, विद्युत, उद्योग, श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सहकारिता, बैंक, नाबार्ड, राजस्व, सामाजिक न्याय, महिला एवं बाल विकास, विपणन, कृषि उपज मंडी, बीज निगम, पीएचई, जलसंसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, दुग्ध संघ, आदिम जाति कल्याण, शिक्षा, पंचायत, वाणिज्य, रोजगार, आरसेटी, परिवहन, पर्यावरण, खाद्य नागरिक आपूर्ति, खादी ग्रामोद्योग, जन अभियान परिषद्, लोक सेवा गारंटी, रेशम आदि अन्य विभागों द्वारा विभागीय जानकारी ग्रामीणों को दी जाएगी।
उपसंचालक श्री मनोहरसिंह देवके ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि आज 5 अक्टूबर को खकनार विकाखण्ड के ग्राम बड़ीखेड़ा, डाबियाखेड़ा एवं हैदरपुर में कृषि क्रांति रथ किसानों के बीच पहुंचेगा। रथ का रात्रि विश्राम हैदरपुर में रहेगा।
वहीं बुरहानपुर विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम करोली, तारापाटी और चिल्लारा में कृृषि रथ भ्रमण करेगा। जिसमें किसानों को कृषि तकनीक व उद्यानिकी व पशुपालन व अन्य विभिन्न विभागों द्वारा जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इस दरम्यान कृषि मूलक योजनाओं व तकनीकि तथा सुविधाओं के बारे में कृषकों को जागरूक किया गया।
इस दौरान कृषकों को कृषि, उद्यानिकी, पशु, मत्स्य पालन, स्वास्थ्य, वन, विद्युत, उद्योग, श्रम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सहकारिता, बैंक, नाबार्ड, राजस्व, सामाजिक न्याय, महिला एवं बाल विकास, विपणन, कृषि उपज मंडी, बीज निगम, पीएचई, जलसंसाधन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, दुग्ध संघ, आदिम जाति कल्याण, शिक्षा, पंचायत, वाणिज्य, रोजगार, आरसेटी, परिवहन, पर्यावरण, खाद्य नागरिक आपूर्ति, खादी ग्रामोद्योग, जन अभियान परिषद्, लोक सेवा गारंटी, रेशम आदि अन्य विभागों द्वारा विभागीय जानकारी ग्रामीणों को दी जाएगी।
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नावरा में कृषक संगोष्ठी 10 अक्टूबर को
आयोजन में विधायक, पूर्व कृषि संचालक सहित अन्य कृषि वैज्ञानिक भाग लेगें
नावरा में कृषक संगोष्ठी 10 अक्टूबर को
आयोजन में विधायक, पूर्व कृषि संचालक सहित अन्य कृषि वैज्ञानिक भाग लेगें
बुरहानपुर/4
अक्टूबर/ किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के तत्वावधान में कृषि
महोत्सव तहत खकनार विकासखण्ड क्षेत्र ग्राम नावरा में 10 अक्टूबर को कृषक
संगोष्ठी का आयोजन किया गया है।
उक्त संगोष्ठी मंे पूर्व कृषि संचालक डॉ.कौशल, विधायक श्री राजेन्द्र दादू सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कृषि वैज्ञानिक भाग लेगें। इस दौरान कृषि क्रांति रथ भी ग्राम में पहुंचकर ग्रामीणों को कृषि को उन्नत बनाने भ्रमण कर संदेश देगा। यह जानकारी उपसंचालक कृषि श्री मनोहरसिंह देवके ने दी।
उक्त संगोष्ठी मंे पूर्व कृषि संचालक डॉ.कौशल, विधायक श्री राजेन्द्र दादू सहित अनेक जनप्रतिनिधि व कृषि वैज्ञानिक भाग लेगें। इस दौरान कृषि क्रांति रथ भी ग्राम में पहुंचकर ग्रामीणों को कृषि को उन्नत बनाने भ्रमण कर संदेश देगा। यह जानकारी उपसंचालक कृषि श्री मनोहरसिंह देवके ने दी।
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कृषक खेती के साथ पशुपालन अपनाएं-तहसीलदार
नावरा ग्राम में कृषि क्रांति रथ व कृषक संगोष्ठी संपन्न
कृषक खेती के साथ पशुपालन अपनाएं-तहसीलदार
नावरा ग्राम में कृषि क्रांति रथ व कृषक संगोष्ठी संपन्न
बुरहानपुर/4
अक्टूबर/ कृषि महोत्सव के अंतर्गत जिले में कृषि क्रांति रथ खकनार
विकासखण्ड के ग्राम नावरा में पहुंचा। इस दरम्यान कृषक संगोष्ठी में
नेपानगर तहसीलदार श्रीमती हेमलता सोलंकी ने किसानों को खेती के साथ पशुपालन
अपनाने की अपील की। उन्होनें कहा कि वर्तमान में खेती को फायदा का धंधा
बनाने में उसकी लागत कम करने की आवश्यकता है। इस हेतु पशुपालन से दुग्ध
व्यवसाय के साथ ही गोबर खाद मिलेगी। जिसका खेती मे ंउपयोग करने से उत्पादन
अधिक होगा। रासायनिक खादों पर किसान को जो भारी भरकम खर्च करना पड़ता है। यह
अपव्यय रूक जाएगा। पशुपालन से खाद की पूर्ति हो जाएगी। दूध विक्रय से
किसान को अतिरिक्त आमदनी होगी। इस प्रकार से किसान कृषि लागत करने के उपाय
में जैविक खेती को महत्व देवेें।
उपसंचालक कृषि ने आगामी रबी सीजन में बोई जाने वाले गेहूँ की नवीन उन्नत बीज बोने की सलाह दी। उन्होनें किसानों को बताया कि मुख्यतः जी.डब्ल्यू-366, जी.डब्ल्यू-322 तथा पोषण वैरायटी गेहूँ की बोनी करें। जिससे उत्पादन अधिक होगा। इस अवसर पर उन्होनें विभिन्न फसलों की बोने की तकनीक अवगत कराई। जिसमें समयबद्धता से बोनी, सिंचाई, कीट व्याधि से बचाव आदि के बारे में किसानों को समझाया।
कृषि वैज्ञानिक डॉ.कार्तिकेय ने कृषकों को रसचूसक कीट नियंत्रण से बचाव की जानकारी दी। उन्होनें बताया कि इस हेतु इमीडा एवं एसीटा मिप्रिड का उपयोग करें। जिसमें एक पंप में 5 या 7 ग्राम का ही उपयोग किया जाए। जिससे फसलों में रस चूसक कीट व्याधि से बचाव किया जा सकता है। संगोष्ठी में उद्यानिकी विभाग से श्री चौहान ने फल, सब्जी, फूल आदि संबंध में किसानों को जानकारी दी। पशुचिकित्सा विभाग के क्षेत्र सहायक द्वारा उन्नत पशुपालन, मुर्गीपालन मत्स्य विभाग से श्री भट्नागर ने मछली पालन के बारे में विस्तृत रूप से कृषकों को बताया। इस मौके पर आत्मा उपसंचालक श्री राजेश चतुर्वेदी ने भी कृषि सुधार कार्यक्रम के बारे में विस्तार से समझाया। शासन के इस कार्यक्रम से कृषक लाभान्वित हो सकते है।
उपसंचालक कृषि ने आगामी रबी सीजन में बोई जाने वाले गेहूँ की नवीन उन्नत बीज बोने की सलाह दी। उन्होनें किसानों को बताया कि मुख्यतः जी.डब्ल्यू-366, जी.डब्ल्यू-322 तथा पोषण वैरायटी गेहूँ की बोनी करें। जिससे उत्पादन अधिक होगा। इस अवसर पर उन्होनें विभिन्न फसलों की बोने की तकनीक अवगत कराई। जिसमें समयबद्धता से बोनी, सिंचाई, कीट व्याधि से बचाव आदि के बारे में किसानों को समझाया।
कृषि वैज्ञानिक डॉ.कार्तिकेय ने कृषकों को रसचूसक कीट नियंत्रण से बचाव की जानकारी दी। उन्होनें बताया कि इस हेतु इमीडा एवं एसीटा मिप्रिड का उपयोग करें। जिसमें एक पंप में 5 या 7 ग्राम का ही उपयोग किया जाए। जिससे फसलों में रस चूसक कीट व्याधि से बचाव किया जा सकता है। संगोष्ठी में उद्यानिकी विभाग से श्री चौहान ने फल, सब्जी, फूल आदि संबंध में किसानों को जानकारी दी। पशुचिकित्सा विभाग के क्षेत्र सहायक द्वारा उन्नत पशुपालन, मुर्गीपालन मत्स्य विभाग से श्री भट्नागर ने मछली पालन के बारे में विस्तृत रूप से कृषकों को बताया। इस मौके पर आत्मा उपसंचालक श्री राजेश चतुर्वेदी ने भी कृषि सुधार कार्यक्रम के बारे में विस्तार से समझाया। शासन के इस कार्यक्रम से कृषक लाभान्वित हो सकते है।
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