जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर मध्य प्रदेश
समाचार
कृषि विज्ञान मेला आज से 22 फरवरी तक
देशभर से आयेंगे कृषि वैज्ञानिक व्याख्यान देने
80 प्रतिशत नगदी फसलों की खेती होती जिले में
40 प्रतिशत सिंचाई ड्रिप सिस्टम जिले में
बुरहानपुर/19
फरवरी 2014 जिला मुख्यालय पर तीन दिवसीय कृषि विज्ञान मेला का आयोजन
रेणुका माता रोड़ स्थित कृषि उपज मंडी प्रांगण में 20 से 22 फरवरी 2014 तक
किया गया हैं। यह कृषि आधारित जिला है, इस जिले की मुख्य फसलें, कपास,
केला, सोयाबीन तथा गन्ना है। जिले में लगभग 80 प्रतिशत क्षेत्र नगदी फसलों
के अर्न्तगत आता है, जिसमें मुख्य रूप से कपास 43462 हेक्टेयर, केला फसल
16000 हेक्टेयर, सोयाबीन 17300 हेक्टेयर तथा गन्ना लगभग 5350 हेक्टेयर मंे
खेती होती हैं। जिले में लगभग 56 प्रतिशत (58127 हेक्टेयर ) क्षेत्र सिंचित
है तथा सिंचित क्षेत्र का लगभग 40 प्रतिशत ड्रिप सिंचाई से सिंचित है।
जिले मे बीज प्रतिस्थापन दर 62 प्रतिशत तथा उर्वरक उपयोग क्षमता औसतन लगभग
390 कि.ग्रा. प्रति हेक्टेयर हैं, जो कि राज्य में सर्वाधिक हैं।समाचार
कृषि विज्ञान मेला आज से 22 फरवरी तक
देशभर से आयेंगे कृषि वैज्ञानिक व्याख्यान देने
80 प्रतिशत नगदी फसलों की खेती होती जिले में
40 प्रतिशत सिंचाई ड्रिप सिस्टम जिले में
जिले में कृषि आदान उपयोग क्षमता अधिकतम है, परन्तु इसके साथ-साथ मृदा उर्वरता में कमी, असंतुलित पर्यावरण तथा गिरते भूजल स्तर के बावजूद किसानों के व्दारा अधिक से अधिक उत्पादन लिया जा रहा हैं एवं विभिन्न फसलों की आधुनिक किस्मों मंे बीमारी एवं कीट प्रकोप का आक्रमण होने से यहाँ की मुख्य नगदी फसल केला एवं कपास प्रभावित हो रही है।
जिले में लगभग 63 हजार 703 कृषक हैं, जिसमें से लघु 40 हजार 223 और सींमात 14 हजार 843 हैं, जिनका जीविकोपार्जन मुख्य रूप से खेती पर आधारित हैं। लघु सिंमात कृषकों की खेती से वर्ष भर अधिकतम आय प्राप्त करने हेतु विभिन्न मॉडलों पर चर्चा की जायेगी। जिसमें खेती के साथ-साथ दुग्ध व्यवसाय, बकरी पालन, मुर्गीपालन, रेषमपालन, कृषि, उद्यानिकी एवं वानिकी तथा कृषि आधारित अन्य पद्धतियां जैसे-लाख उत्पादन, मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के उद्ेष्य से किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु सफल किसान एवं वैज्ञानिकों के माध्यम से परिचर्चा की जायेगी।
कृषि मंे इन समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए पर्यावरण सन्तुलन के साथ-साथ कीटनाशी रहित खेती, टिकाऊ खेती, भूजल संवंर्धन तथा केला फसल के प्रबंधन के साथ-साथ केला और कपास फसल के विकल्प के रूप में अनार तथा स्ट्राबेरी की खेती आदि विषयों पर किसानों को जागरुक करने एवं चिन्तन करने हेतु यह मेला आयोजित किया जा रहा है। विभिन्न कंपनियों एवं संस्थानों के 80 से ज्यादा स्टालों के माध्यम से विभिन्न आदानों एवं विभिन्न कृषि तकनीकियों का प्रदर्षन किया जा रहा हैं। कृषि विज्ञान मेले में देश के विभिन्न ख्याति प्राप्त विशेषज्ञांे, जैसे डॉ.नजीम शेख जलगांव, डॉ. आर.के. श्रीवास्तव होषंगाबाद, डॉ. आर.एस. नेगी चित्रकूट, डॉ.आर.एस.परदेषी जलगांव, डॉ. एम.डी. व्यास सीहोर, श्री प्रकाषसिंह रघुवंषी वाराणसी, डॉ. मोनी थॉमस, जबलपुर, श्री बी.पी.गोरे पुणे, डॉ. वी.पी. सिंह जबलपुर, श्री आर.के. पाठक लखनऊ, डॉ. आर.के. खरे होषंगाबाद, श्री सावलेराम देवराम पूणे, डॉ. साधुराम शर्मा भोपाल, श्री पी.एस. बर्चे खरगोन, श्री रोषनलाल विष्वकर्मा नरसिंहपुर, डॉ. आइ.एस.तोमर झाबुआ, डॉ. बी.एस. राजपूत पुणे, श्री बालाराम पाटीदार, कृषक, स्ट्राबेरी उत्पादक, वैज्ञानिकों एवं सफल प्रगतिशील कृषकों व्दारा व्याख्यान दिया जायेगा। विभिन्न विषेषज्ञों के व्याख्यान तथा परिचर्चा के माध्यम से उपरोक्त समस्याओं का व्यवहारिक समाधान प्राप्त हो सकेगा। मेले में लगभग 1500 किसान प्रतिदिन भाग लंेगे तथा मेले मंे कृषि के साथ-साथ अन्य विभागांे की योजनाओं की जानकारी भी प्रदाय की जायेगी।
क्र.130/ फरवरी/2014
अजमेर यात्रा के लिये आवेदन की तिथि बढ़ी
बुरहानपुर/19
फरवरी 2014/ प्रभारी उपसंचालक सामाजिक न्याय विभाग श्री विजय पचौरी ने
बताया कि राज्य शासन की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत
जिले में अब अजमेर यात्रा के लिये आगामी 25 फरवरी तक आवेदन लिये जायेगें।
आवेदन तहसील एवं कलेक्टर कार्यालय में उपलब्ध हैं। 205 यात्रियों को लेकर
ट्रेन 28 मार्च और 30 मार्च 2014 को अजमेर शरीफ रवाना होगी। जिले के
तीर्थयात्रियों की यह यात्रा 17 वीं तीर्थयात्रा होगी। श्री पचौरी ने बताया कि जिले में अभी तक 20 सितम्बर 2012 से 19 अक्टूबर 2013 तक 2373 यात्री इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। यह तीर्थयात्री अभी तक वैष्णवदेवी, जगनाथ पुरी, अजमेर शरीफ, काशी, द्वारकापुरी, शिर्डी, रामेश्वरम्् और तिरूपति की यात्रा कर चुके हैं।
क्र.131/ फरवरी/2014
खेलकूद विभाग द्वारा अंतर्थाना स्तरीय कबड्डी, क्रिकेट और वॉलीबाल खेल का आयोजन आज से
बुरहानपुर/19
फरवरी 2014/ खेल एवं युवा कल्याण शाखा द्वारा युवा अभियान योजनान्तर्गत
प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी ग्रामीण अंतर्थाना खेल प्रतियोगिता तीन चरणों
में जिलें में समस्त थाना प्रभारियों के सहयोग से की जा रही हैं, जिसमें
कबड्डी, व्हॉलीबॉल, रस्साकशी, मिनि मैराथन (10 कि.मी.) एवं क्रिकेट (टेनिस
बॉल) में की जाना हैं, जिसमें विकासखण्ड खकनार क्षेत्र के थानों की
प्रतियोगिता नेहरू स्टेडियम, नेपानगर में 20 फरवरी को एवं बुरहानपुर
विकासखण्ड के थानों की प्रतियोगिता नेहरू स्टेडियम बुरहानपुर में 21 फरवरी
को आयोजित की जायेगी। अगले चरण में जिला स्तर पर आयोजन 22 एवं 23 फरवरी को नेहरू स्टेडियम बुरहानपुर में प्रातः 10 बजे से आयोजित की जायेगी। जिला स्तर से चयनित टीमें राज्य स्तर पर सीधे भाग लेने भोपाल जायेगी। राज्य स्तर पर जो भी टीमें विजेता रहेगी, उसे 2 लाख रूपये का नगद पुरस्कार एवं उपविजेता टीम को 1 लाख रूपये एवं तृतीय स्थान की टीम को 50 हजार रूपये नगद पुरस्कार दिया जायेगा।
विकासखण्ड स्तर एवं जिला स्तर पर भाग लेने वाले खिलाड़ियों को विभाग की ओर से भोजन व्यवस्था रहेगी। साथ ही सभी खिलाड़ियों को विभाग की ओर से पुरस्कृत कर प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगें। प्रतियोगिता में उन्हीं खिलाड़ियों को भाग लेने की पात्रता रहेगी, जो संबंधित थाना क्षेत्र का राशनकार्ड, मतदाता परिचय पत्र, ग्रामीण निवासी प्रमाण पत्र प्रस्तुत करेंगे एवं सूची संबंधित ग्राम सरपंच एवं थाना प्रभारियों के हस्ताक्षर द्वारा प्रमाणित कर प्रस्तुत करेंगे।
जिले के संबंधित खेल के खिलाड़ियों से खेलकूद अधिकारी द्वारा अपील की गयी है कि अधिक से अधिक संख्या में आयोजन में भाग लेकर योजना का लाभ लंे। अधिक जानकारी के लिये खेल एवं युवा कल्याण विभाग, मीरा हॉस्टल रूम नं. 34 बुरहानपुर में कार्यालयीन समय में संपर्क किया जा सकता हैं।
क्र.132/ फरवरी/2014
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