Sunday, 2 March 2014

JANSAMPARK NEWS 2-3-14

जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर मध्य प्रदेश
समाचार
कलेक्टर ने किया सुपोषण अभियान के स्नेह षिविरों का निरीक्षण
बच्चों को खिलाये हर दो घंटे में खाना तो बच्चा होगा सुपोषित - कलेक्टर श्री अवस्थी
बुरहानपुर/2 मार्च 2014/ - जिला कलेक्टर आषुतोष अवस्थी ने आज महिला बाल विकास विभाग द्वारा सुपोषण अभियान के अन्तर्गत विभिन्न स्थानों पर चलाये जा रहे स्नेह षिविरों में विभाग द्वारा चलायी जा रही गतिविधियों का जायजा लेने के लिए बुरहानपुर शहर के षिकारपुरा, अम्बेडकर वार्ड, आलमगंज तथा ग्राम निम्बोला के आँगनवाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होनें माताओं को कुपोषित बच्चों को हर दो घण्टे में कुछ न कुछ खिलाने की समझाइश दी।
    कलेक्टर श्री अवस्थी ने षिविर में उपस्थित बच्चों के वजन तथा पोषण स्तर की तैयार की गई जानकारियों का अपने समक्ष वजन कराकर सत्यापन किया तथा बच्चों के अभिभावकों से चर्चा कर उनसे उनके बच्चों में कुपोषण के कारणों केा जाना तथा बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने हेतु प्रत्येक दो घंटे में भेाजन कराने की समझाइश दी। उन्होनें उपस्थित आँगनवाड़ी कार्यकर्ताआंे एवं पर्यवेक्षकों को सभी बच्चों को नियमित रूप  से पोषण आहार खिलाने के निर्देष दिये। साथ ही उन्होनंे आँगनवाड़ी केन्द्रों में माताओं के सहयोग से तैयार किये गये पौष्टिक उपमा का निरीक्षण किया तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अब्दुल गफ्फार खान को बच्चों को षिविर में मौसमी फलों का भी सेवन सुनिष्चित कराने के निर्देष दिये। श्री अवस्थी ने उपस्थित माताओं से यह भी कहा कि वे अपने घर में बच्चों को हर दो घण्टे में कुछ न कुछ जरूर खिलायें। वे भोजन के अलावा बच्चों को मौसमी सस्ते फल, चना, गुड़ और मूंगफल्ली के दाने पीसकर उसमें गुड़ मिलाकर लड््डू बनाकर भी दे सकती हैं।
सुपोषण अभियान का उद््देश्य:- पोषण का सीधा असर बच्चों के सम्पूर्ण विकास एवं वृद्धि पर पड़़ता है। अल्प पोषण के कारण शारीरिक वृद्धि, बौद्धिक विकास एवं स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ता है तथा संक्रमण एवं मृत्यु का भी खतरा बना रहता है। इसे दूर करने के लिए बच्चे के परिवार एवं समुदाय में पोषण स्तर को सुधारने हेतु जागरूकता पैदा करने के उद्देष्य से सुपोषण अभियान चलाया जा रहा हैं, जिसके अन्तर्गत बच्चों की वृद्धि पर निगरानी खानपान के संबंध में बच्चों के अभिभावकों के व्यवहार में परिवर्तन तथा समुदाय को पोषण प्रबंधन में भागीदार बनाकर कुपोषण से मुक्त कराया जायेगा। यह सुपोषण अभियान 12 मार्च तक चलेगा। बच्चों को 2 केले के साथ-साथ 2 बार नाश्ता (पोहा व उपमा) और 1 बार भोजन (मूंग, टमाटर और चावल की खिचड़ी) मिलेगा और आंगनवाड़ी केन्द्र प्रातः 9 बजे से शाम 4 बजे तक खुलेंगे। यह अभियान जिले के अतिकुपोषित क्षेत्रों में 27 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर चल रहा हैं।
    इस अभियान का उद््देश्य चिन्हित अतिकम वजन के बच्चों का समुदाय की निगरानी में पोषण प्रबंधन करना हैं। अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को सुधारने हेतु परामर्ष देकर उनके व्यवहार में परिवर्तन लाना तथा क्षेत्र को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए समुदाय को सक्षम बनाना हैं। माता को भी पोषण के प्रति जागरूक करना हैं।
क्या होगा सुपोषण अभियान में:- 12 दिन के स्नेह षिविर में बच्चों को उच्च कैलोरी भोजन तथा अभिभावकों को विषेष परामर्ष दिया जायेगा। 18 दिन तक अल्प पोषित बच्चों के घरो पर भेंट देकर बच्चों की वृद्धि निगरानी और परिवारों को स्वस्थ्य एवं पोषण से संबंधित दिये गये परामर्ष को पालन के लिए प्रेरित किया जायेगा। प्रतिमाह नियमित अंतराल पर वृद्धि निगरानी करना जबतक कि बच्चे वृद्धि होकर पोषण स्तर की श्रेणी में सुधार न हो जाये।
यह भी होगा अभियान के अन्तर्गत:- इस अभियान के तहत जो बच्चे आँगनवाड़ी मंे दर्ज नहीं हैं, उन्हें आँगनवाड़ी केन्द्रों में दर्ज किया जायेगा। 6 माह तक ग्राम अथवा वार्ड में 6 स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का आयोजन किया जायेगा तथा 20 विषेष मंगल दिवसों का आयोजन पोषण देखरेख तथा परामर्ष दिवस के रूप मंे किया जायेगा। 25 लक्षित सघन शिक्षा अभियान गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा।
ये कर रहे हैं, अभियान का संचालन:- स्थानीय जनप्रतिनिधि, पार्षद अथवा सरपंच ग्राम सभा तदर्थ समिति, मातृसहयोगिनी समिति, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता, आँगनवाड़ी सहायिका, पर्यवेक्षक, ए.एन.एम.(आक्जिलरी नर्स मिडवाइफ)आषा कार्यकर्ता, उषा कार्यकर्ता, पोषण सहयोगिनी और पोषण मित्र के सदस्य इस अभियान का संचालन कर रहें हैं। इस अभियान सी.डी.पी.ओ. श्रीमती शुंभागी मजूमदार भी मौजूद थी।
टीपः-फोटोग्राफ संलग्न
क्रमांकः177/मार्च/2014

एस्कॉड योजनान्तर्गत जिला स्तरीय निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर संपन्न
बुरहानपुर/2 मार्च 2014/ - गत दिवस ग्राम सांडसकलां में जिला स्तरीय निःशुल्क पशु चिकित्सा शिविर संपन्न हुआ। उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ.एम.के.शर्मा ने बताया कि शिविर में बढ़चढ़ कर पशुपालकों ने हिस्सा लिया। शिविर में 72 पशुपालक उपस्थित हुए। इसमें 244 पशुओं का मौके पर उपचार, 6 पशुओं का बांझपन उपचार, 4 पशुओं का गर्भ परीक्षण, 3 पशुओं का बधियाकरण एवं 115 पशुओं हेतु दवा वितरण हुआ। शिविर में श्री कृष्णा धनसिंह चौधरी, श्रीराम महाजन ए.व्ही.एफ.ओ, मौजीलाल कास्डे, रमेश घौड पशु परिचारक और गौसेवक श्री सायबू मेहबूब उपस्थित थे। उपसंचालक डॉ.एम.के.शर्मा ने यह भी बताया कि इन शिविरों का पूर्व में समाचार एवं क्षेत्रीय स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार कराया गया हैं ताकि अधिक से अधिक पशुपालकों को इसी जानकारी हो और अधिक से अधिक पशुपालक इन शिविरों के माध्यम से लाभ ले सकते हैं।
टीपः-फोटोग्राफ संलग्न 
क्रमांकः178/मार्च/2014

स्वरोजगार एवं उद्योग स्थापना प्रशिक्षण हेतु आवेदन की अंतिम तिथि आज
बुरहानपुर/2 मार्च 2014/ - उद्यमिता विकास केन्द्र मध्य प्रदेश (सेडमैप) द्वारा जिले में स्वयं का उद्योग स्थापित करने के लिये चार सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम उद्योग संचालनालय मध्य प्रदेश शासन भोपाल द्वारा प्रायोजित हैं।
    महाप्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र श्री आर.एस.ठाकुर ने बताया कि चार साप्ताह का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बुरहानपुर में 3 मार्च व नेपानगर में 5 मार्च 2014 से प्रारंभ किया जायेगा। कार्यक्र्रम का मुख्य उद्देश्य जिले के शिक्षित युवक व युवतियों में क्षमताओं का विकास करना हैं, जिससे  वे अपना स्वयं का उद्योग स्थापित कर सफलतापूर्वक उद्योग प्रारंभ कर सकें तथा बेरोजगार के अनुपात में की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करता हैं।
    उद्यमिता विकास केन्द्र मध्य प्रदेश सैडमेप के जिला समन्वयक जमील कुरैशी के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम मुख्य विषय जो प्रशिक्षण में शामिल किये जायेगें। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य विषय मनोवैज्ञानिक विधियों द्वारा व्यक्तित्व विकास प्रशिक्षण जिले में उद्योग की संभावना शासन द्वारा संचालित समस्त ऋण योजनाओं की जानकारी जिले में उद्योग स्थापना के लिये सहायक शासकीय विभागों की जानकारी, बाजार सर्वेक्षण का गहन अध्ययन विक्रय कला कौशल का ज्ञान, बैंकों से ऋण वितरण की समस्त औपचारिकताएँ, उद्योग स्थापना के लिये प्रोजेक्ट रिपोर्ट की विस्तृृत जानकारी देना, सफल उद्यमी से चर्चा उद्योग व्यवसाय करायी जायेगी तथा प्रशिक्षण के पश्चात प्रमाण-पत्र वितरित किया जायेगा। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम निःशुल्क है तथा जिले में संभावित उद्योगों की सूची प्रदान की जायेगी व बाजार सर्वेक्षण एवं प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न योजनाओं में ऋण प्रकरण तैयार किये जायेगें। प्रशिक्षण के दौरान मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार एवं अन्य योजनाओं के ऋण प्रकरण तैयार किये जायेगें।
    प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक युवक युवतियाँ सेडमैप के जिला समन्वयक जमील कुरैशी से जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कलेक्टेªट कार्यालय में कार्यालयीन समय 11 बजे से 2 बजे तक संपर्क कर सकते हैं। प्रशिक्षण आवेदन की अंतिम तिथि 3 मार्च 2014 से प्रशिक्षण प्रारंभ हो जायेगा। जिसकी कुल सीट 30 हैं अतः शीघ्र आवेदन कर सीट रिजर्व करायें। यह जानकारी सैडमेप समन्वयक श्री जमील कुरैशी ने दी, जिनका मोबाइल नंबर 9993501335 हैं।
क्रमांकः179/मार्च/2014

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JANSAMPARK NEWS 30-08-18

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