जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर (म.प्र.)
समाचार
परिवार के स्वास्थ्य व सम्मान की रक्षा के लिये अपने घरों में शौचालय बनवायें
कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने मीडिया प्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की
बुरहानपुर-/27 फरवरी 2016 / - स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय निर्माण के लिये गरीब परिवारों को आर्थिक मदद दी जाती है। इसके अलावा अन्य परिवारों को भी अपने घरों में शौचालय निर्माण कराना चाहिए। मीडिया प्रतिनिधि भी ग्रामीणजनों को अपने घरों में शौचालय निर्माण की प्रेरणा देने संबंधी प्रचार-प्रसार कार्य में सहयोग करें। यह बात कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरीन सिंथिया ने शनिवार को कलेक्टेªट सभाकक्ष में स्वच्छ भारत मिशन पर आयोजित परिचर्चा में मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री अनिलसिंह कुशवाह, एसडीएम बुरहानपुर श्री के.आर.बडोले, नेपानगर एसडीएम श्री शंकरलाल सिंगाडे़, जनसंपर्क अधिकारी श्री ब्रिजेन्द्र शर्मा, जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन श्री प्रवीण गुप्ता, स्वच्छ भारत मिशन के राज्य स्तरीय कुशल प्रशिक्षक श्री बी.एल.त्रिपाठी, श्री रमेश अग्रवाल सहित जिले के विभिन्न मीडिया प्रतिनिधी भी मौजूद थे।
मीडिया संस्थानों ने ली ग्रामीणों को जागरूक करने की जिम्मेदारी
कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने कार्यशाला में संबोधित करते हुए कहा कि अधिकांश बिमारियां गंदगी व खुले में शौच के कारण होती है। साथ ही बच्चों में कुपोषण की समस्या भी खुले में शौच से जु़ड़ी है क्योंकि बच्चों के पेट में जो कीड़े गंदगी के कारण उत्पन्न होते है वो बच्चों को कुपोषित बना देते है। उन्होनें मीडिया प्रतिनिधियो से भी ग्रामीणों को प्रेरित करने की जिम्मेदारी लेने तथा गांव गोद लेने को कहा। जिस पर मध्य प्रदेश मीडिया संघ सहारा समय, बसंल न्यूज एवं राज एक्सप्रेस के प्रतिनिधियों ने निम्बोला, लोनी एवं बहादरपुर ग्राम को गोद लेकर वहां के ग्रामीणों को शौचालय बनवाने के लिये प्रेरित करने की जिम्मेदारी ली। इसी तरह साप्ताहिक समाचार पत्र संपादक संघ ने ग्राम बंभाड़ा एवं पास के एक अन्य ग्राम की जिम्मेदारी ली। खकनार के पत्रकार संघ ने ग्राम खकनारखुर्द तथा नेपानगर के पत्रकार संघ ने ग्राम डाबियाखेड़ा को गोद लेने की घोषणा परिचर्चा में की।
पुलिस अधीक्षक ने हेल्मेट व शौचालय के प्रति जागरूकता की अपील की
पुलिस अधीक्षक श्री कुशवाह ने मीडिया परिचर्चा में उपस्थित पत्रकारों से कहा कि वे दो पहिया वाहन का उपयोग करते समय हेल्मेट पहनने तथा खुले में शौचालय ना जाते हुए अपने घरों में शौचालय बनवाने के लिये माहौल तैयार करें। उन्होनें कहा कि हेल्मेट ना पहनने व खुले में शौच जाने दोनों से ही जान का खतरा होता है। दुर्घटना में भी हर साल सैकड़ो लोग मरते तो वही दूसरी ओर गंदगी के कारण होने वाली बीमारियों से भी सैकड़ो लोग हर वर्ष काल के गाल में समा जाते है।
गंदगी के कारण ही होती है अधिकांश बीमारियां
कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने परिचर्चा के दौरान कहा कि खुले में ग्रामीणजन जो शौच करते है वही गंदगी सूखकर धीरे-धीरे मिट्टी मिल जाती है तथा हवा व धूल के साथ उड़कर हमारी सांसो में चली जाती है। जिसका दुष्प्रभाव हमें कुछ ही दिनों में बीमारियों के रूप में देखनें को मिल जाता है। वर्षा ऋतु के आते ही मिट्टी में मिली यह गंदगी पेयजल स्त्रोतों में चली जाती है, जिसके कारण वर्षा शुरू होते ही बच्चों में उल्टी, दस्त व हैजा जैसी बीमारियां फैलने लगती है। यदि हर घर में शौचालय बन जायें तो इन बीमारियों से मुक्ति पायी जा सकती है।
घरों में शौचालय बनवाकर, बलात्कार की घटनाओं में लायी जा सकती है कमी
कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने परिचर्चा के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों से कहा कि देश में होने वाले बलात्कार के लगभग 50 प्रतिशत मामले महिलाओं के खुले में शौच जाने के दौरान ही होते है। ऐसे में यदि घर की इज्जत बचाना है तो लोगों को अपने घरों में शौचालय बनाकर उसका उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीणजन अपने घर की इज्जत बचाने के लिये क्यां अपने घरों में शौचालय बनवाकर उनका उपयोग नही कर सकते। श्रीमती सिंथिया ने कहा कि आवश्यकता केवल जागरूकता के प्रसार की है जिसें मीडिया प्रतिनिधि बहुत अच्छी तरह से कर सकते है।
बानर सेना व निगरानी समिति कर रही है सराहनीय कार्य
मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कलेक्टर श्रीमती सिंथिया ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले के कुछ ग्रामों में सराहनीय कार्य किये गये है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूली बच्चों की बानर सेना प्रातः 5 बजे से ही अपने गांव के लोगों को खुले में शौच करने से रोकने का सराहनीय कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणजनों को खुले में शौच से रोकने के लिये गांधीगिरी का भी प्रयोग हो रहा है। कुछ ग्रामों में खुले में शौच जाने वालों को सीटी बजाकर, फूल भेंटकर तथा ताली बजाकर शर्मिन्दा किया जाता है ताकि वे अगले दिन से खुले में शौच के लिये ना जायें और अपने घरों में शौचालय का उपयोग करें। इसके अलावा महिलाओं को खुले में शौच से रोकने के लिये गांव के शौर्या दलों तथा महिलाओं की निगरानी समिति गठित की गई है जो हर दिन सुबह गांव की उन महिलाओं को घर में शौचालय बनवाने की प्रेरणा देती है जो अभी तक खुले में शौच जाती थी।
टीप-फोटोग्राफ संलग्न
ग्राम चिंचाला में बाल विवाह रूकवाया
बुरहानपुर-( 27 फरवरी 2016 ) - जिले के ग्राम चिंचाला के दत्त मंदिर के पास हो रहे बाल विवाह को महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने त्वरित कार्यवाही कर रूकवाया। परियोजना अधिकारी श्री चंद्रशेखर जांगड़े ने बताया कि महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के ग्राम राजूर निवासी अशोक के पुत्र किशोर का विवाह 17 वर्षीय बालिका के साथ होने की खबर मिली। जिस पर मामलें की जांच की गई जिसमें 10 वी कक्षा की अंकसूची के आधार पर बालिका की आयु 17 वर्ष पायी गई। अतः बालिका के परिजनों को विवाह एक वर्ष बाद करने की समझाईश दी गई तथा उन्हें समझाया गया कि 18 वर्ष की आयु पूर्ण होने से पूर्व का विवाह अवैध होता है। उल्लेखनीय है कि यह विवाह 27 फरवरी को होने जा रहा था जो कि त्वरित कार्यवाही के कारण एक वर्ष के लिये टाल दिया गया।
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