जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
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खाद-बीज का भंडारण और वितरण पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित करें
समय सीमा की बैठक में कृृषि, पेयजल, बाढ़-आपदा संबंधी निर्देश जारी
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खाद-बीज का भंडारण और वितरण पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित करें
समय सीमा की बैठक में कृृषि, पेयजल, बाढ़-आपदा संबंधी निर्देश जारी
बुरहानपुर
/14 जुलाई/ जिले में वर्षा की अनुकूलता को देखते हुए खाद-बीज किसानों को
मुहैया कराये। कृषि विभाग आदान सामग्री पर नजर रखे। साथ ही खाद-बीज का
भंडारण और पर्याप्त मात्रा में वितरण कराना भी सुनिश्चित करें।
यह निर्देश कलेक्टर श्री आशुतोष अवस्थी द्वारा दिये गये है। अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल ने समय सीमा की बैठक में उक्त निर्देशों का पालन करने कृषि विभाग को अवगत कराया है। इस दौरान जारी मौसम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल स्त्रोतो में शुद्धता की जाँच करने को कहा है। विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया गया है कि पेयजल स्त्रोतो के आसपास साफ-सफाई रखी जावे। इस हेतु आमजन को भी समझाईश दी जाये। जल स्त्रोतों में कुओं आदि में ब्लीचिंग पाउडर और पेयजल टंकियों की सफाई प्राथमिकता से कराये। स्वास्थ्य विभाग जल शुद्धिकरण हेतु क्लोरीन की गोलियां ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से वितरण कराई जावे। हैडपंप का पानी पीने की सलाह दे। पेयजल के बर्तन ढंक कर रखे। इसी प्रकार से वर्षाकाल में बाढ़-आपदा से निपटने पहले से ही सभी तैयारियां होना चाहिए। आपदा के वक्त तैनात अधिकारी-कर्मचारी से तत्काल संपर्क हो सकेे। कन्ट्रोल रूम से सतत् संपर्क में रहे। बाढ़ प्रभावित लोगों को ठहराने के लिए शिविर स्थल का चयन कर लिया जाये। वहा भोजन, पेयजल, प्रसाधन, प्रकाश व्यवस्था के लिये भी सभी प्रबंध पहले से होना चाहिए। ताकि आवश्यकतानुसार सुविधाएं तत्काल सुलभ करायी जा सके। बाढ़ आपदा संभावित नदी, नालों, तालाबों आदि की क्षेत्रीय जानकारी रखे जावे। जल संसाधन विभाग भी डेम, नहर, तालाबों की जानकारी जिला प्रशासन को देना सुनिश्चित करें। नगरीय एवं ग्रामीण निकाय भी अपने क्षेत्रों के नदी, नाले, तालाबों में बाढ़-आपदा की जानकारी रखे। जिससे जन, धन का बचाव और आपदा पर काबू पाया जा सके। अतिवृष्टि के दौरान सभी निकाय अपने क्षेत्रों में जर्जर भवनों, कच्चें मकानों, अतिक्रमणकारियों की सूची के अनुसार सतर्कता बरते। जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो। लोगों को मुनादी और समझाईश देकर अन्यत्र स्थल पर ठहराया जाये। वर्षा के पानी की निकासी को गंभीरता से ले। हर वार्ड, मोहल्ले में भ्रमण कर देखे कि वर्षा के पानी की निकासी में कोई अवरोध तो नही है। जहां पानी रूकता है, ऐसे स्थलों पर विशेष रूप से ध्यान रखे। जिन स्थलों पर पानी रूका पड़ा है। उसकी निकासी के लिए कच्ची नाली बनाकर पानी का बहाव हर हॉल में कराये। खनिज विभाग की जिन खदानों में बरसात का पानी भरता है। ऐसी गहरी खदानों की जानकारी देवे। इसके साथ ही ऐसे खदानों के गढ्ढो में चेतावनी बोर्ड आदि लगा दे। जिसकी सूचना निकायो को भी देवे। लोक निर्माण विभाग बाढ़ संभावित पुल, पुलियों के उपर से बरसात का पानी बहने पर बेरियर आदि लगाकर यातायात को रोके। बाढ़-आपदा के समय सर्व संबंधित विभाग सतर्क रहते हुए आवश्यक सहयोग प्रदान करेगें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह, डिप्टी कलेक्टर के.एल.यादव, शंकरलाल सिंगाडे़, नेपानगर एसडीएम सूरज नागर सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी मौजूद रहे।
यह निर्देश कलेक्टर श्री आशुतोष अवस्थी द्वारा दिये गये है। अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल ने समय सीमा की बैठक में उक्त निर्देशों का पालन करने कृषि विभाग को अवगत कराया है। इस दौरान जारी मौसम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को पेयजल स्त्रोतो में शुद्धता की जाँच करने को कहा है। विभाग के कार्यपालन यंत्री को निर्देशित किया गया है कि पेयजल स्त्रोतो के आसपास साफ-सफाई रखी जावे। इस हेतु आमजन को भी समझाईश दी जाये। जल स्त्रोतों में कुओं आदि में ब्लीचिंग पाउडर और पेयजल टंकियों की सफाई प्राथमिकता से कराये। स्वास्थ्य विभाग जल शुद्धिकरण हेतु क्लोरीन की गोलियां ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से वितरण कराई जावे। हैडपंप का पानी पीने की सलाह दे। पेयजल के बर्तन ढंक कर रखे। इसी प्रकार से वर्षाकाल में बाढ़-आपदा से निपटने पहले से ही सभी तैयारियां होना चाहिए। आपदा के वक्त तैनात अधिकारी-कर्मचारी से तत्काल संपर्क हो सकेे। कन्ट्रोल रूम से सतत् संपर्क में रहे। बाढ़ प्रभावित लोगों को ठहराने के लिए शिविर स्थल का चयन कर लिया जाये। वहा भोजन, पेयजल, प्रसाधन, प्रकाश व्यवस्था के लिये भी सभी प्रबंध पहले से होना चाहिए। ताकि आवश्यकतानुसार सुविधाएं तत्काल सुलभ करायी जा सके। बाढ़ आपदा संभावित नदी, नालों, तालाबों आदि की क्षेत्रीय जानकारी रखे जावे। जल संसाधन विभाग भी डेम, नहर, तालाबों की जानकारी जिला प्रशासन को देना सुनिश्चित करें। नगरीय एवं ग्रामीण निकाय भी अपने क्षेत्रों के नदी, नाले, तालाबों में बाढ़-आपदा की जानकारी रखे। जिससे जन, धन का बचाव और आपदा पर काबू पाया जा सके। अतिवृष्टि के दौरान सभी निकाय अपने क्षेत्रों में जर्जर भवनों, कच्चें मकानों, अतिक्रमणकारियों की सूची के अनुसार सतर्कता बरते। जिससे कोई अप्रिय घटना ना हो। लोगों को मुनादी और समझाईश देकर अन्यत्र स्थल पर ठहराया जाये। वर्षा के पानी की निकासी को गंभीरता से ले। हर वार्ड, मोहल्ले में भ्रमण कर देखे कि वर्षा के पानी की निकासी में कोई अवरोध तो नही है। जहां पानी रूकता है, ऐसे स्थलों पर विशेष रूप से ध्यान रखे। जिन स्थलों पर पानी रूका पड़ा है। उसकी निकासी के लिए कच्ची नाली बनाकर पानी का बहाव हर हॉल में कराये। खनिज विभाग की जिन खदानों में बरसात का पानी भरता है। ऐसी गहरी खदानों की जानकारी देवे। इसके साथ ही ऐसे खदानों के गढ्ढो में चेतावनी बोर्ड आदि लगा दे। जिसकी सूचना निकायो को भी देवे। लोक निर्माण विभाग बाढ़ संभावित पुल, पुलियों के उपर से बरसात का पानी बहने पर बेरियर आदि लगाकर यातायात को रोके। बाढ़-आपदा के समय सर्व संबंधित विभाग सतर्क रहते हुए आवश्यक सहयोग प्रदान करेगें। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री सुरेश्वरसिंह, डिप्टी कलेक्टर के.एल.यादव, शंकरलाल सिंगाडे़, नेपानगर एसडीएम सूरज नागर सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी मौजूद रहे।
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मुख्यमंत्री द्वारा 7 मृृतकों के परिवारों को 3.50 लाख स्वेच्छानुदान राशि स्वीकृृत
मुख्यमंत्री द्वारा 7 मृृतकों के परिवारों को 3.50 लाख स्वेच्छानुदान राशि स्वीकृृत
बुरहानपुर
/14 जुलाई/ मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने बुरहानपुर में गत
मध्यरात्रि दीवार गिरने के हादसे में 7 मृृतकों के परिवारों को कुल 3.50
लाख रूपये की स्वेच्छानुदान मद आर्थिक सहायता राशि स्वीकृृत की है। इस घटना
में 9 घायलों में 2 गंभीर घायलों को 20-20 हजार रूपये तथा अन्य 7 घायलों
को 10-10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता मंजूर की गयी है। मुख्यमंत्री ने इस
घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उक्त हादसा दौलतपुरा मोहल्ला काली मस्जिद
स्थित छोटा गुरूद्वारा की मोटी दीवार गिरने के कारण हुआ। उल्लेखनीय है कि
13-14 जुलाई के दरम्यानी रात में वर्षा के कारण दीवार ढह जाने से समीप में
बने 7 कच्चें मकान क्षतिग्रस्त हो गये। इसमें 4 पूर्ण क्षतिग्रस्त तथा 3
मकानों को आंशिक क्षति पहुंची है। दीवार गिरने से उक्त मकानों के मलबे में
दबने से रहवासियों के 7 बच्चों की मृृत्यु हो गयी।
मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से मृतक जैनब पुत्री अलताफ उम्र 15 वर्ष, उस्मान पिता अलताफ 11 वर्ष, मोहसीन पिता अलताफ उम्र 13 वर्ष, आस्मा पुत्री हफीज उम्र 2 वर्ष, तंजिला पुत्री हफीज उम्र 4 माह, मंतीषा पुत्री सद््दाम उम्र 1 वर्ष, आफरीन पुत्र आरिफ खां उम्र 1 वर्ष के निकटतम वारिसो को 50-50 हजार रूपये प्रदाय किये जायेगें।
इसी प्रकार से रेडक्रास सोसायटी से 7 मृतकों के प्रभावित परिवारों को प्रत्येक मृतक के मान से 5-5 हजार रूपये एवं 9 घायलों को 2-2 हजार रूपये तात्कालिक अंतरिम सहायता उपलब्ध कराई गयी है।
गुरूद्वारा प्रबंधन समिति से समन्वय कर 7 मृतकों के प्रति मृृतक के मान से 50-50 हजार रूपये एवं प्रत्येक घायल को 25-25 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दिलाई गयी है। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत 4 पूर्ण क्षतिग्रस्त एवं 3 कच्चे आंशिक क्षतिग्रस्त मकानों के लिये भी सहायता राशि स्वीकृत कर दी गयी है।
मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से मृतक जैनब पुत्री अलताफ उम्र 15 वर्ष, उस्मान पिता अलताफ 11 वर्ष, मोहसीन पिता अलताफ उम्र 13 वर्ष, आस्मा पुत्री हफीज उम्र 2 वर्ष, तंजिला पुत्री हफीज उम्र 4 माह, मंतीषा पुत्री सद््दाम उम्र 1 वर्ष, आफरीन पुत्र आरिफ खां उम्र 1 वर्ष के निकटतम वारिसो को 50-50 हजार रूपये प्रदाय किये जायेगें।
इसी प्रकार से रेडक्रास सोसायटी से 7 मृतकों के प्रभावित परिवारों को प्रत्येक मृतक के मान से 5-5 हजार रूपये एवं 9 घायलों को 2-2 हजार रूपये तात्कालिक अंतरिम सहायता उपलब्ध कराई गयी है।
गुरूद्वारा प्रबंधन समिति से समन्वय कर 7 मृतकों के प्रति मृृतक के मान से 50-50 हजार रूपये एवं प्रत्येक घायल को 25-25 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दिलाई गयी है। राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अंतर्गत 4 पूर्ण क्षतिग्रस्त एवं 3 कच्चे आंशिक क्षतिग्रस्त मकानों के लिये भी सहायता राशि स्वीकृत कर दी गयी है।
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जिले में अभी तक 128.2 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
जिले में अभी तक 128.2 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
बुरहानपुर
/14 जुलाई/ जिले में जारी मौसम में अभी तक 128.2 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि तक 491.2 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
पिछले 24 घंटो के दरम्यान बुरहानपुर तहसील में 85.6 मि.मी एवं नेपानगर में 14 मि.मी. तथा खकनार तहसील में 1.4 मी.मी. वर्षा मापी गई है।
अधीक्षक भू-अभिलेख श्री एम.एल.पालीवाल ने बताया कि अभी तक सर्वाधिक वर्षा 172 मि.मी. नेपानगर और सबसे कम 79.2 मि.मी. खकनार में तथा 133.5 मि.मी. वर्षा बुरहानपुर तहसील में हुई है।
पिछले 24 घंटो के दरम्यान बुरहानपुर तहसील में 85.6 मि.मी एवं नेपानगर में 14 मि.मी. तथा खकनार तहसील में 1.4 मी.मी. वर्षा मापी गई है।
अधीक्षक भू-अभिलेख श्री एम.एल.पालीवाल ने बताया कि अभी तक सर्वाधिक वर्षा 172 मि.मी. नेपानगर और सबसे कम 79.2 मि.मी. खकनार में तथा 133.5 मि.मी. वर्षा बुरहानपुर तहसील में हुई है।
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क्रमांक/44/446/2014 पवार/सचिन/भू-अ.
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