जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
समाचार
मतदाता जागरूकता में परिसर दूतों की सक्रिय सहभागिता आवश्यक-श्री रेवाल
अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में परिसर दूतों की बैठक संपन्न
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मतदाता जागरूकता में परिसर दूतों की सक्रिय सहभागिता आवश्यक-श्री रेवाल
अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में परिसर दूतों की बैठक संपन्न
बुरहानपुर
/16 जुलाई/ जिले में स्थानीय महाविद्यालयों के ऐसे विद्यार्थियों को जो
नेतृत्व क्षमता रखते है। उनको मतदाता जागरूकता के लिए परिसर दूत चिन्हित
किये गये है। इन परिसर दूतों की मतदाताओं जागरूक करने हेतु सक्रिय सहभागिता
आवश्यकता है।
यह बात अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल ने मतदाता जागरूकता के लिये नियुक्त परिसर दूतों की बैठक में कही। इस मौके पर जिला निर्वाचन कार्यालय के इलेक्शन सुपरवाईजर श्री सुधीर अत्रे, पंडित जवाहरलाल शासकीय महाविद्यालय नेपानगर से श्री राजेन्द्र मसाने पिता रविन्द्र मसाने एवं कुमारी पुजा ठाकुर पिता मोहनसिंह ठाकुर, जीजामाता शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय बुरहानपुर से दीपक महाजन पिता विश्वनाथ महाजन एवं कुमारी पुजा भवरे पिता देविदास भवरे और शासकीय महाविद्यालय बुरहानपुर जितेन्द्र पिता रामदास बिडिहारे व कुमारी भावना तायडे़ पिता बंडू तायडे़ परिसर दूत उपस्थित रहे।
श्री रेवाल ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि परिसर दूत विद्यार्थियों, शिक्षकों, गैर शैक्षणिक कर्मचारियों तथा उनके परिवारों के सदस्यों, जो कि पंजीकृृत मतदाता नहीं हैं। उन्हें चिन्हित करेगा एवं उनकी पंजीकरण करवाएगें। मतदाता पंजीकरण हेतु समस्त अपंजीकृृत नागरिको को पंजीकरण का फार्म भरने एवं प्रक्रिया से अवगत कराने में समन्वयक एवं सुविधाप्रदाता की भूमिका निभाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा चलाए जा रहे विशेष पंजीकरण अभियान में उनका सहयोग करेगा। महाविद्यालय परिसर में विभिन्न अपंजीकृृत मतदाताओं को पंजीकरण, संसोधन, निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध में अवगत कराएगें। कम मतदानएवं मतदाता पंजीकरण वाले क्षेत्रों को चिन्हित करना एवं स्वयं तथा प्राधिकृृत कर्मचारियों के माध्यम से पंजीकरण योजना बनाना। संस्थान परिसर में स्लोगन, पोस्टर, मेकिंग, वाद-विवाद, निबंध, जिंगल लेखन, गीत लेखन, नुक्कड़ नाटक आदि प्रतियोगिता के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगे। मतदाता जागरूकता अभियान की गतिविधियों के संचालन हेतु सक्रिय सदस्यों का एक दल बनाएगें। स्कॉउड एवं गाईड, राष्ट्रीय सेवा योजना (छैै) एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (छब्ब्) आदि संगठनों के साथ समन्वय कर मतदाता पंजीकरण में उनका सहयोग प्राप्त करेगें। संस्था परिवार, स्थानीय स्तर पर मतदाता पंजीकरण फार्म को भरवाने एवं उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में शिक्षित करने एवं प्रेरणा देने में पूर्ण भूमिका निभायेगेें।
स्थानीय महाविद्यालयों से जो विद्यार्थीयों परिसर दूत के रूप में चिन्हित किया गया है। उनके सहयोग से महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त उन विद्यार्थीयों जिनके नाम मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं हुए है। ऐसे विद्यार्थीयों का नाम मतदाता सूची में जुड़वाने सहयोग किया जायेगा। साथ ही संबंधित क्षेत्र के निर्वाचन की प्रक्रिया में सक्रिय प्रशासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को इन परिसर दूत का सहयोग करने के लिये संपर्क में रहेगें। ताकि नवीन मतदाताओं के पंजीकरण, आदि का कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके। साथ ही परिसर दूत, महाविद्यालय स्तर पर सक्रिय रंगकर्मियो, गायकों आदि को चिन्हित करेगें। उनका उपयोग ग्रामीण मतदाताओं को जागरूक करने हेतु किया जायेगा। इनकी भूमिका को चिन्हित करते हुए इनका जितना ज्यादा उपयोग किया जा सके। वह स्वागत योग्य होगा।
बैठक श्री अत्रे ने बताया कि परिसर दूत का दायित्व है कि निःशुल्क ऑन लाइन पंजीकरण केन्द्र का निर्माण करने में सहयोग देना। साथ ही मतदाता पंजीकरण हेतु आवश्यक प्रारूप क (परिशिष्ट 1) एवं ख ( परिशिष्ट 2) आदि उपलब्ध कराना। महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थीयों एवं उनके अभिभावकों एवं परिजनों का पंजीकरण करवाना। विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर वातावरण निर्माण करेगें। परिसर दूत द्वारा दिखावटी मतदान केन्द्र की पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया जावे। ताकि इन पोस्टरों का प्रयोग ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता अभियान में किया जा सके। नाटक मण्डली का निर्माण करना ताकि उसका प्रयोग ग्रामीण मतदाता जागरूकता अभियान में किया जा सके।
क्रमांक/52/454/2014
पवार/सचिन/निर्वा./फोटो
यह बात अपर कलेक्टर श्री प्रकाश रेवाल ने मतदाता जागरूकता के लिये नियुक्त परिसर दूतों की बैठक में कही। इस मौके पर जिला निर्वाचन कार्यालय के इलेक्शन सुपरवाईजर श्री सुधीर अत्रे, पंडित जवाहरलाल शासकीय महाविद्यालय नेपानगर से श्री राजेन्द्र मसाने पिता रविन्द्र मसाने एवं कुमारी पुजा ठाकुर पिता मोहनसिंह ठाकुर, जीजामाता शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय बुरहानपुर से दीपक महाजन पिता विश्वनाथ महाजन एवं कुमारी पुजा भवरे पिता देविदास भवरे और शासकीय महाविद्यालय बुरहानपुर जितेन्द्र पिता रामदास बिडिहारे व कुमारी भावना तायडे़ पिता बंडू तायडे़ परिसर दूत उपस्थित रहे।
श्री रेवाल ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि परिसर दूत विद्यार्थियों, शिक्षकों, गैर शैक्षणिक कर्मचारियों तथा उनके परिवारों के सदस्यों, जो कि पंजीकृृत मतदाता नहीं हैं। उन्हें चिन्हित करेगा एवं उनकी पंजीकरण करवाएगें। मतदाता पंजीकरण हेतु समस्त अपंजीकृृत नागरिको को पंजीकरण का फार्म भरने एवं प्रक्रिया से अवगत कराने में समन्वयक एवं सुविधाप्रदाता की भूमिका निभाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी के द्वारा चलाए जा रहे विशेष पंजीकरण अभियान में उनका सहयोग करेगा। महाविद्यालय परिसर में विभिन्न अपंजीकृृत मतदाताओं को पंजीकरण, संसोधन, निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध में अवगत कराएगें। कम मतदानएवं मतदाता पंजीकरण वाले क्षेत्रों को चिन्हित करना एवं स्वयं तथा प्राधिकृृत कर्मचारियों के माध्यम से पंजीकरण योजना बनाना। संस्थान परिसर में स्लोगन, पोस्टर, मेकिंग, वाद-विवाद, निबंध, जिंगल लेखन, गीत लेखन, नुक्कड़ नाटक आदि प्रतियोगिता के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगे। मतदाता जागरूकता अभियान की गतिविधियों के संचालन हेतु सक्रिय सदस्यों का एक दल बनाएगें। स्कॉउड एवं गाईड, राष्ट्रीय सेवा योजना (छैै) एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (छब्ब्) आदि संगठनों के साथ समन्वय कर मतदाता पंजीकरण में उनका सहयोग प्राप्त करेगें। संस्था परिवार, स्थानीय स्तर पर मतदाता पंजीकरण फार्म को भरवाने एवं उन्हें निर्वाचन प्रक्रिया में शिक्षित करने एवं प्रेरणा देने में पूर्ण भूमिका निभायेगेें।
स्थानीय महाविद्यालयों से जो विद्यार्थीयों परिसर दूत के रूप में चिन्हित किया गया है। उनके सहयोग से महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में प्रवेश प्राप्त उन विद्यार्थीयों जिनके नाम मतदाता सूची में पंजीकृत नहीं हुए है। ऐसे विद्यार्थीयों का नाम मतदाता सूची में जुड़वाने सहयोग किया जायेगा। साथ ही संबंधित क्षेत्र के निर्वाचन की प्रक्रिया में सक्रिय प्रशासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को इन परिसर दूत का सहयोग करने के लिये संपर्क में रहेगें। ताकि नवीन मतदाताओं के पंजीकरण, आदि का कार्य सुचारू रूप से संपन्न हो सके। साथ ही परिसर दूत, महाविद्यालय स्तर पर सक्रिय रंगकर्मियो, गायकों आदि को चिन्हित करेगें। उनका उपयोग ग्रामीण मतदाताओं को जागरूक करने हेतु किया जायेगा। इनकी भूमिका को चिन्हित करते हुए इनका जितना ज्यादा उपयोग किया जा सके। वह स्वागत योग्य होगा।
बैठक श्री अत्रे ने बताया कि परिसर दूत का दायित्व है कि निःशुल्क ऑन लाइन पंजीकरण केन्द्र का निर्माण करने में सहयोग देना। साथ ही मतदाता पंजीकरण हेतु आवश्यक प्रारूप क (परिशिष्ट 1) एवं ख ( परिशिष्ट 2) आदि उपलब्ध कराना। महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थीयों एवं उनके अभिभावकों एवं परिजनों का पंजीकरण करवाना। विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कर वातावरण निर्माण करेगें। परिसर दूत द्वारा दिखावटी मतदान केन्द्र की पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया जावे। ताकि इन पोस्टरों का प्रयोग ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाता जागरूकता अभियान में किया जा सके। नाटक मण्डली का निर्माण करना ताकि उसका प्रयोग ग्रामीण मतदाता जागरूकता अभियान में किया जा सके।
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समाचार
जिले में अभी तक 178.4 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
जिले में अभी तक 178.4 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
बुरहानपुर
/16 जुलाई/ जिले में जारी मौसम में अभी तक 178.4 मिली मीटर औसत वर्षा हुई
है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि तक 570.5 मिली मीटर औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
पिछले 24 घंटो के दरम्यान बुरहानपुर तहसील में 16.2 मि.मी. एवं नेपानगर में 54 मि.मी. तथा खकनार तहसील में 68 मी.मी. वर्षा मापी गई है।
अधीक्षक भू-अभिलेख श्री एम.एल.पालीवाल ने बताया कि अभी तक सर्वाधिक वर्षा 228 मि.मी. नेपानगर और सबसे कम 149.7 मि.मी. बुरहानपुर में तथा 157.4 मि.मी. वर्षा खकनार तहसील में आकी गई है।
पिछले 24 घंटो के दरम्यान बुरहानपुर तहसील में 16.2 मि.मी. एवं नेपानगर में 54 मि.मी. तथा खकनार तहसील में 68 मी.मी. वर्षा मापी गई है।
अधीक्षक भू-अभिलेख श्री एम.एल.पालीवाल ने बताया कि अभी तक सर्वाधिक वर्षा 228 मि.मी. नेपानगर और सबसे कम 149.7 मि.मी. बुरहानपुर में तथा 157.4 मि.मी. वर्षा खकनार तहसील में आकी गई है।
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समाचार
प्राचार्य, प्रधानपाठक छात्र-छात्राओं की नियमित उपस्थिति पर ध्यान देवे
कलेक्टर द्वारा स्थानीय स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण
प्राचार्य, प्रधानपाठक छात्र-छात्राओं की नियमित उपस्थिति पर ध्यान देवे
कलेक्टर द्वारा स्थानीय स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण
बुरहानपुर
/16 जुलाई/ कलेक्टर श्री आशुतोष अवस्थी ने बुधवार को प्रातः 10 बजे से
लेकर अपरान्ह 3 बजे तक 4 स्थानीय शासकीय स्कूलों का गहनता से निरीक्षण
किया। उन्होनें इस निरीक्षण में प्राचार्य एवं प्रधानपाठकों से कहा है कि
स्कूल में दर्ज छात्र-छात्राऐं नियमित रूप से उपस्थित होवे। इस का ध्यान
विशेष रूप से रखा जावे। जो बच्चें लगातार गैर हाजिर है। उनके माता-पिता को
बुलाकर बच्चें को पढ़ाने की समझाईश दी जावे। यदि किसी प्रकार की विद्यार्थी
को आवश्यकता है। तो प्राचार्य एवं प्रधानपाठक कक्षा शिक्षक से जानकारी
प्राप्त कर उसकी प्रतिपूर्ति के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को अवगत कराये।
कलेक्टर ने इस दरम्यान नगर में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों में सुपोषण
अभियान के तहत आयोजित स्नेह शिविरों का भी अवलोकन किया।
कलेक्टर के साथ इस निरीक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.एल.उपाध्याय, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अब्दुल गफ्फार खान भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने शाह बाजार के मेन उर्दू प्राथमिक शाला मंे पहुंचकर छात्र-छात्राओं दर्ज संख्या की जानकारी प्राप्त की। प्राचार्य ने बताया कि उर्दू शाला में 346 बच्चें दर्ज है। कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन और पेयजल व्यवस्था के बारे में भी पूछा। जिस पर स्कूल प्राचार्य ने बताया कि शाला पेयजल हेतु बाहर से पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ती है। इसी प्रकार से मध्यान्ह भोजन में 60 ग्राम की नान देने पर नाराजगी व्यक्त की। इस नान को उन्होनें कम से कम 80 ग्राम की डबल रोटी गोल वाली दी जावे। पेयजल के लिए हैडपंप खनन कराने एवं नल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये। उन्होनें शाला परिसर एवं टायलेट में साफ-सफाई नियमित रूप से रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये है। इस भ्रमण में कलेक्टर शास्त्री वार्ड में शासकीय कन्या प्राथमिक, माध्यमिक तथा हॉयर सेकेण्डरी कक्षाओं का भी अवलोकन किया। उन्होनें कहा कि जो बच्चें निरंतर अनुपस्थित है। उनका नाम निर्धारित चार्ट में अंकित करें। अनुपस्थित बच्चों को रोज शाला भेजने की बात कही। यहां छात्राओं को हेडस्टार्ट योजना के तहत कम्प्यूटर चलाने का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से अर्जित करवाये। जिन कक्षाओं में पंखे नहीं है वहा पर पंखे लगाये जाये। उन्होनें जिला शिक्षा अधिकारी से कहा कि यहां बाउन्ड्रीवॉल बनवाई जाये और परिसर में पेबर ब्लॉग लगवाये। ताकि मैदान में किचड़ आदि से दिक्कत नहीं होगी। कलेक्टर ने इस भ्रमण में सिंधीपुरा में भी मराठी/हिन्दी माध्यमिक शाला में बच्चों की उपस्थिति मध्यान्ह भोजन के बारे में जानकारी ली। प्राचार्य ने बताया कि शाला दिवसों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन कराया जा रहा है। यहां शिक्षकों की कमी है। कलेक्टर ने कहा कि यहां तत्काल 3 अतिथि शिक्षक रखे जायें। ताकि अध्यापन कार्य सुचारू रूप से संपादित किया जा सके। उन्होनें सभी शालाओं में शिक्षकों की कमी पर उक्त निर्देशो से जिला शिक्षा अधिकारी व प्राचार्यो को अवगत कराया है। श्री अवस्थी ने सिंधीपुरा शाला में भी पंखे लगाने, सुरक्षित बाउंन्ड्रीवाल हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये है। सभी शालाओं में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत नया मेनू दीवाल पर लिखवाने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने जिन शालाओं में पेयजल, मध्यान्ह भोजन, प्रसाधन, पंखे, बाउन्ड्रीवाल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं सुलभ कराने के शिक्षा विभाग को निर्देशित किया है। क्लॉस टीचर, प्रधान पाठक, प्राचार्य सभी से कहा है कि जो बच्चें शाला में अध्यापन हेतु निरंतर गैरहाजिर है। उनके माता-पिता को समझाईश दे और जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें कापिया, डेªस आदि प्रदाय कराये। विद्यार्थीयों के पालकों को हर हाल में बच्चों को पढ़ाने हेतु चर्चा करें। अथवा स्वयं उनके घर पहुंचकर इस बात के लिए समन्वय बनाये। कि छात्र-छात्राओं के माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भिजवाये। वर्तमान में शासन की ओर से पढ़ने के लिए पहली से लेकर उच्च कक्षाओं तक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। पढ़ने वाले को भोजन से लेकर आवासीय तक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। इस बात पर विशेष जोर दिया जाये। कोई भी बच्चां स्कूल पढ़ने से वंचित नहीं रहे। कलेक्टर ने बच्चों से भी स्कूली योजनाओं का जायजा लिया। जिसमें नियमित मध्यान्ह भोजन, शुद्ध पेयजल, साईकिल, गणवेश, पाठय पुस्तकें वितरण जैसी योजनाएं शामिल है। श्री अवस्थी ने गुलाबगंज लालबाग में भी उर्दू स्कूल का भी निरीक्षण किया। यहां अनुपस्थित बच्चों को नियमित शाला बुलाने प्रधान पाठक को आगाह किया गया। कलेक्टर कक्षाओं में पहुंचकर बच्चों को खूब पढ़ने-लिखने के लिए दुलार से समझाया। इसके साथ ही प्राचार्यो से कहा गया है कि निर्वाचन में जो स्कूल मतदान केन्द्र बनाये गये थे। उनकी दीवारों पर मतदान केन्द्र संबंधी सूचनाएं मिटवाना सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर के साथ इस निरीक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.एल.उपाध्याय, महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अब्दुल गफ्फार खान भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने शाह बाजार के मेन उर्दू प्राथमिक शाला मंे पहुंचकर छात्र-छात्राओं दर्ज संख्या की जानकारी प्राप्त की। प्राचार्य ने बताया कि उर्दू शाला में 346 बच्चें दर्ज है। कलेक्टर ने मध्यान्ह भोजन और पेयजल व्यवस्था के बारे में भी पूछा। जिस पर स्कूल प्राचार्य ने बताया कि शाला पेयजल हेतु बाहर से पेयजल की व्यवस्था करनी पड़ती है। इसी प्रकार से मध्यान्ह भोजन में 60 ग्राम की नान देने पर नाराजगी व्यक्त की। इस नान को उन्होनें कम से कम 80 ग्राम की डबल रोटी गोल वाली दी जावे। पेयजल के लिए हैडपंप खनन कराने एवं नल की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये। उन्होनें शाला परिसर एवं टायलेट में साफ-सफाई नियमित रूप से रखने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये है। इस भ्रमण में कलेक्टर शास्त्री वार्ड में शासकीय कन्या प्राथमिक, माध्यमिक तथा हॉयर सेकेण्डरी कक्षाओं का भी अवलोकन किया। उन्होनें कहा कि जो बच्चें निरंतर अनुपस्थित है। उनका नाम निर्धारित चार्ट में अंकित करें। अनुपस्थित बच्चों को रोज शाला भेजने की बात कही। यहां छात्राओं को हेडस्टार्ट योजना के तहत कम्प्यूटर चलाने का प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से अर्जित करवाये। जिन कक्षाओं में पंखे नहीं है वहा पर पंखे लगाये जाये। उन्होनें जिला शिक्षा अधिकारी से कहा कि यहां बाउन्ड्रीवॉल बनवाई जाये और परिसर में पेबर ब्लॉग लगवाये। ताकि मैदान में किचड़ आदि से दिक्कत नहीं होगी। कलेक्टर ने इस भ्रमण में सिंधीपुरा में भी मराठी/हिन्दी माध्यमिक शाला में बच्चों की उपस्थिति मध्यान्ह भोजन के बारे में जानकारी ली। प्राचार्य ने बताया कि शाला दिवसों में बच्चों को मध्यान्ह भोजन कराया जा रहा है। यहां शिक्षकों की कमी है। कलेक्टर ने कहा कि यहां तत्काल 3 अतिथि शिक्षक रखे जायें। ताकि अध्यापन कार्य सुचारू रूप से संपादित किया जा सके। उन्होनें सभी शालाओं में शिक्षकों की कमी पर उक्त निर्देशो से जिला शिक्षा अधिकारी व प्राचार्यो को अवगत कराया है। श्री अवस्थी ने सिंधीपुरा शाला में भी पंखे लगाने, सुरक्षित बाउंन्ड्रीवाल हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये है। सभी शालाओं में मध्यान्ह भोजन योजना के तहत नया मेनू दीवाल पर लिखवाने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने जिन शालाओं में पेयजल, मध्यान्ह भोजन, प्रसाधन, पंखे, बाउन्ड्रीवाल तथा अन्य आवश्यक सुविधाएं सुलभ कराने के शिक्षा विभाग को निर्देशित किया है। क्लॉस टीचर, प्रधान पाठक, प्राचार्य सभी से कहा है कि जो बच्चें शाला में अध्यापन हेतु निरंतर गैरहाजिर है। उनके माता-पिता को समझाईश दे और जो आर्थिक रूप से कमजोर है उन्हें कापिया, डेªस आदि प्रदाय कराये। विद्यार्थीयों के पालकों को हर हाल में बच्चों को पढ़ाने हेतु चर्चा करें। अथवा स्वयं उनके घर पहुंचकर इस बात के लिए समन्वय बनाये। कि छात्र-छात्राओं के माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भिजवाये। वर्तमान में शासन की ओर से पढ़ने के लिए पहली से लेकर उच्च कक्षाओं तक सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। पढ़ने वाले को भोजन से लेकर आवासीय तक सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है। इस बात पर विशेष जोर दिया जाये। कोई भी बच्चां स्कूल पढ़ने से वंचित नहीं रहे। कलेक्टर ने बच्चों से भी स्कूली योजनाओं का जायजा लिया। जिसमें नियमित मध्यान्ह भोजन, शुद्ध पेयजल, साईकिल, गणवेश, पाठय पुस्तकें वितरण जैसी योजनाएं शामिल है। श्री अवस्थी ने गुलाबगंज लालबाग में भी उर्दू स्कूल का भी निरीक्षण किया। यहां अनुपस्थित बच्चों को नियमित शाला बुलाने प्रधान पाठक को आगाह किया गया। कलेक्टर कक्षाओं में पहुंचकर बच्चों को खूब पढ़ने-लिखने के लिए दुलार से समझाया। इसके साथ ही प्राचार्यो से कहा गया है कि निर्वाचन में जो स्कूल मतदान केन्द्र बनाये गये थे। उनकी दीवारों पर मतदान केन्द्र संबंधी सूचनाएं मिटवाना सुनिश्चित किया जाये।
बच्चों को शुद्ध पेयजल और पौष्टिक आहार दिया जाये
सुपोषण अभियान के तहत विभिन्न आंगनवाड़ी केन्द्रों में आयोजित स्नेह शिविरों का अवलोकन
जिले में समस्त परियोजनाओं के चयनित 24 स्थानों पर सुपोषण अभियान द्वितीय चरण में स्नेह
शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें अति कम वजन वाले बच्चों को समुदाय आधारित पोषण पुनर्वास केन्द्र में पोषण प्रबंधन किया जाकर उनके वजन में वृद्धि कर उनके स्वास्थ्य में सुधार किया जावेगा।
कलेक्टर ने स्थानीय आंगनवाड़ी केन्द्र शाहबाजार, इतवारा में आंगनवाड़ी केन्द्र कमांक 19 व सरदार पटेल वार्ड के आंगनवाड़ी केन्द्र 1, 2, 3, 4 एवं गुलाबगंज आंगनवाड़ी केन्द्र में आयोजित स्नेह शिविरों का अवलोकन किया। इसमें बच्चों का वजन तौला गया। उन्होनें अतिकम वजन के बच्चों की माताओं को शुद्ध पेयजल और पौष्टिक आहार हर 2 घंटे के अंतराल में देने की समझाईश दी। इसके साथ ही कुएं का पानी नहीं पीने को कहा। हैडपंप का शुद्ध पेयजल का उपयोग करे। जिससे बच्चें बीमारी से ग्रसित ना होवे। श्री अवस्थी ने इन केन्द्रों पर सुपोषण अभियान के लक्ष्य ग्राम वार्ड कुपोषण से मुक्त करने संबंधी गतिविधियों को गहनता से परखा। शिविरों में केन्द्रों पर माताओं को पौष्टिक आहार बनाने की विधि भी सिखलायी गयी। उक्त आहार का कलेक्टर ने अवलोकन किया। माताओं से पूछा आप अपने बच्चों को ऐसा पौष्टिक आहार दे सकती है। माताओं ने कहा कि हमने विधि सीख ली है। निश्चित रूप से हम अपने बच्चों को पौष्टिक आहार देगें। कलेक्टर को जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री खान ने अवगत कराया कि माताओं को अतिकम वजन के बच्चों के लिए 12 दिन तक पौष्टिक आहार बनाने की विधि बतालाई गई है। माताओं को बच्चों को पौष्टिक आहार देने से उनके वजन में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी विभिन्न प्रकार की सलाह भी शिविर में दी जा रही है। इसकी रोकथाम के लिए वार्ड ग्राम में समझाईश के उपरांत पोषण दस्तक यानी गृहभेंट प्रति मंगलवार देना सुनिश्चित किया गया है। इसमें भी बच्चों के लिए स्वास्थ्य संवर्धन जानकारी दी जा रही है। प्रति शुक्रवार को लक्षित आई.ई.सी. सूचना शिक्षा एवं संचार का एवं प्रतिमाह में एक बार ग्राम स्वास्थ्य दिवस का आयोजन कर विशेष स्वास्थ्य एवं पोषण आहार एवं व्यवहारों की जानकारी माताओं को दी जा रही है। इसमें समुदाय के व्यवहार में परिवर्तन करने का प्रयास किया जावेगा। गुलाबगंज आंगनवाड़ी केन्द्रों पर विभागीय कर्मचारियों ने बेटा-बेटी एकसमान पर आधारित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बेटी बचाओं अभियान के प्रति जनजागृृति प्रसारित की। इसके साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रम जनसंख्या नियंत्रण के परिपेक्ष्य में व्याख्यान, गीत संगीत के माध्यम से वातावरण निर्मित किया गया। कलेक्टर ने विभाग को अतिकम वजन वाले बच्चों को नियमित स्वास्थ्य सुविधा दवा आदि उपलब्ध कराने के भी निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग को दिये है। उन्होंने अभियान के अंतर्गत गतिविधियों को सराहा।
शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें अति कम वजन वाले बच्चों को समुदाय आधारित पोषण पुनर्वास केन्द्र में पोषण प्रबंधन किया जाकर उनके वजन में वृद्धि कर उनके स्वास्थ्य में सुधार किया जावेगा।
कलेक्टर ने स्थानीय आंगनवाड़ी केन्द्र शाहबाजार, इतवारा में आंगनवाड़ी केन्द्र कमांक 19 व सरदार पटेल वार्ड के आंगनवाड़ी केन्द्र 1, 2, 3, 4 एवं गुलाबगंज आंगनवाड़ी केन्द्र में आयोजित स्नेह शिविरों का अवलोकन किया। इसमें बच्चों का वजन तौला गया। उन्होनें अतिकम वजन के बच्चों की माताओं को शुद्ध पेयजल और पौष्टिक आहार हर 2 घंटे के अंतराल में देने की समझाईश दी। इसके साथ ही कुएं का पानी नहीं पीने को कहा। हैडपंप का शुद्ध पेयजल का उपयोग करे। जिससे बच्चें बीमारी से ग्रसित ना होवे। श्री अवस्थी ने इन केन्द्रों पर सुपोषण अभियान के लक्ष्य ग्राम वार्ड कुपोषण से मुक्त करने संबंधी गतिविधियों को गहनता से परखा। शिविरों में केन्द्रों पर माताओं को पौष्टिक आहार बनाने की विधि भी सिखलायी गयी। उक्त आहार का कलेक्टर ने अवलोकन किया। माताओं से पूछा आप अपने बच्चों को ऐसा पौष्टिक आहार दे सकती है। माताओं ने कहा कि हमने विधि सीख ली है। निश्चित रूप से हम अपने बच्चों को पौष्टिक आहार देगें। कलेक्टर को जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री खान ने अवगत कराया कि माताओं को अतिकम वजन के बच्चों के लिए 12 दिन तक पौष्टिक आहार बनाने की विधि बतालाई गई है। माताओं को बच्चों को पौष्टिक आहार देने से उनके वजन में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी विभिन्न प्रकार की सलाह भी शिविर में दी जा रही है। इसकी रोकथाम के लिए वार्ड ग्राम में समझाईश के उपरांत पोषण दस्तक यानी गृहभेंट प्रति मंगलवार देना सुनिश्चित किया गया है। इसमें भी बच्चों के लिए स्वास्थ्य संवर्धन जानकारी दी जा रही है। प्रति शुक्रवार को लक्षित आई.ई.सी. सूचना शिक्षा एवं संचार का एवं प्रतिमाह में एक बार ग्राम स्वास्थ्य दिवस का आयोजन कर विशेष स्वास्थ्य एवं पोषण आहार एवं व्यवहारों की जानकारी माताओं को दी जा रही है। इसमें समुदाय के व्यवहार में परिवर्तन करने का प्रयास किया जावेगा। गुलाबगंज आंगनवाड़ी केन्द्रों पर विभागीय कर्मचारियों ने बेटा-बेटी एकसमान पर आधारित नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बेटी बचाओं अभियान के प्रति जनजागृृति प्रसारित की। इसके साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रम जनसंख्या नियंत्रण के परिपेक्ष्य में व्याख्यान, गीत संगीत के माध्यम से वातावरण निर्मित किया गया। कलेक्टर ने विभाग को अतिकम वजन वाले बच्चों को नियमित स्वास्थ्य सुविधा दवा आदि उपलब्ध कराने के भी निर्देश महिला एवं बाल विकास विभाग को दिये है। उन्होंने अभियान के अंतर्गत गतिविधियों को सराहा।
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