जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
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शासकीय भूमि पर से अतिक्रमण हटाये व ईट भट््टें जप्त किये जाये-श्री अवस्थी
कलेक्टर ने खकनार विकासखण्ड क्षेत्र भ्रमण में अनियमितताओं पर बरती सख्ती
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शासकीय भूमि पर से अतिक्रमण हटाये व ईट भट््टें जप्त किये जाये-श्री अवस्थी
कलेक्टर ने खकनार विकासखण्ड क्षेत्र भ्रमण में अनियमितताओं पर बरती सख्ती
बुरहानपुर
/18 जुलाई/ कलेक्टर श्री आशुतोष अवस्थी ने शुक्रवार को खकनार विकासखण्ड
क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों का भ्रमण किया। उन्होनें इस दरम्यान रतागढ़
ग्राम में शासकीय भूमि पर से अतिक्रमण हटाने व ईट भट््टों को जप्त करने
हेतु निर्देश तहसीलदार को दिये है। कलेक्टर को ग्रामवासियों ने बताया कि यह
अतिक्रमण व ईट भट्टें लक्ष्मण किशोरी और दुलीचंद पृृथ्वीराज के है।
कलेक्टर ने तहसीलदार से कहा कि शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर व्यवसायिक उपयोग
किया जा रहा है। इस हेतु अतिक्रमणकारियों के विरूद्ध राजस्व अधिनियम तहत
कार्यवाही भी की जावे। कलेक्टर ने हैदरपुर ग्राम में भी स्कूल के सामने
अतिक्रमण को देखकर नाराज हुए। उन्होनें ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव व पटवारी
को बुलाकर नक्शा देखा। जिसमें यह भूमि शासकीय मद में दर्ज है। उन्होनें
एसडीएम व तहसीलदार से कहा कि गोबर के ढेर लगाकर अतिक्रमण करने वाले से भूमि
रिक्त करायी जाये। यदि अतिक्रमण नहीं हटाते है तो राजस्व अधिनियम की धारा
148 के तहत कार्यवाही की जायें। उन्होनें कहा कि दोनो भूमि अतिक्रमण से
मुक्त होने पर ग्राम पंचायत द्वारा तार फेन्सिंग कर पौधारोपित किये जाये।
मनरेगा तालाब कार्यो का निरीक्षण
कलेक्टर ने ग्राम निम्ना और बोरसल ग्राम में मनरेगा के मद से निर्मित निस्तारी तालाब कार्यो का तकनीकि सूक्ष्मता से अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत श्री सुरेश्वरसिंह ने निम्ना में कार्य में सुधार लाने तथा बोरसल में वेस्ट वेयर शीघ्र बनाने तकनीकि दिशा-निर्देश उपयंत्रियों को दिये है। उन्होनें कहा कि जलसंरक्षण और संवर्धन की दिशा में कार्यो का संपादन किया जाये। जिससे भू-जल स्तर में बढ़ोतरी हो सके। जिससे कुएं, हैडपंप से सतत् जल आपूर्ति हो सकेगी। यह कार्य भी दिन पर दिन जल की हो रही कमी के कारण ही कराये जा रहे है। उन्होेनें ग्रामवासियों को भी नदी, नाले, मेढ़ बंधान से जल संचय करने की सलाह दी। पलासुर में मनरेगा के तहत निर्मित पशुशेड देखकर प्रशंसा की गयी।
शैक्षणिक संस्थाओं और छात्रावासों का जायजा
कलेक्टर ने इस भ्रमण में निम्ना प्राथमिक शाला में अध्यापन और शिक्षकों की उपस्थिति का जायजा लिया। इस शाला में एक ही शिक्षक होने पर उन्होनें कहा कि जिन शालाओं में भी शिक्षकों की कमी है वहां अतिथि शिक्षक अविलंब नियुक्त किये जाये। बी.आर.सी. को इस संबंध में दिशा निर्देशित भी किया। रतागढ़, पलासुर, भातखेड़ा, हैदरपुर स्कूलों में भी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पंजी का परीक्षण किया। अनुपस्थित बच्चों को शाला में नियमित अध्यापन के लिये बुलाने शिक्षकों को निर्देश दिये। इस दौराना गणवेश, पाठय पुस्तक, साईकिल एवं छात्रवृत्ति के बारे में भी विद्यार्थियों से जानकारी प्राप्त की। भातखेड़ा स्कूल में प्राचार्य राजेश तकझरे, वरिष्ठ अध्यापक संगीता कानफाडे़, पी.टी.आई. नरेन्द्र महाजन अनुपस्थित पाये गये। उक्त सभी का एक-एक दिन का वेतन काटने तथा नोटिस जारी करने के निर्देश एसडीएम को दिये है। कलेक्टर ने पलासुर ग्राम में पौधारोपण भी किया और ग्रामवासियों को पौधों के संरक्षण के लिये समझाईश दी। डाबियाखेड़ा में प्रतीक्षालय भवन, ग्रेवल सड़क निर्माण कार्य का अवलोकन किया। हैदरपुर में सिमेन्टीकरण और नाली निर्माण कार्य प्राथमिकता से कराने ग्राम पंचायत को निर्देशित किया है।
छात्रावास सुविधाओं की विद्यार्थियों से ली जानकारी
कलेक्टर व सीईओ ग्राम हैदरपुर में संचालित प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास भी पहुंचे। कलेक्टर ने यहां विद्यार्थियों से भोजन, बिस्तर, प्रकाश, पंखे आदि की व्यवस्था के बारे में पूछा। अधीक्षक युवराज सुल्ताने अनुपस्थित पाये गये। बालकों ने बताया कि अधीक्षक डाबिया में रहते है। खाना पकाने के लिए महिला लगी है। उसका पति साफ-सफाई करता है। रात्रि में हमारी सुरक्षा के लिए यहां कोई चौकीदार नहीं रहता है। हम सभी बालक हैडपंप से पानी भरकर लाते है। कलेक्टर ने अधीक्षक को मुख्यालय पर नहीं रहने पर अधीक्षक को हटाने के निर्देश एसडीएम को दिये है।
ग्रामों में मर्यादा अभियान की प्रगति
कलेक्टर ने विभिन्न ग्रामों में भ्रमण के दौरान मर्यादा अभियान के तहत निर्मित शौचालयों की जानकारी भी पंचायत से प्राप्त की। बहुत सी पंचायतों में शौचालय काफी बन गये है। जहां-जहां नहीं बन पाये है। वहां बनवाने के लिए कोटवार, सचिव को विशेष रूप से निर्देश दिये गये है। बाहर शौच पर प्रतिबंध लगाने ग्रामवासियों को भी समझाईश दी गयी है। बहुत से ग्राम निर्मल ग्राम के करीब पहुंच रहे है।
निम्ना आंगनवाड़ियों में पोषण आहार उपलब्ध कराने के निर्देश
कलेक्टर ने निम्ना आंगनवाड़ी केन्द्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से पूछा आज बच्चों को पोषण आहार में क्या दिया गया है। जवाब मिला कि 15 दिन से आंगनवाड़ी में पोषण आहार परियोजना द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि मैंने 15 दिन पूर्व मीटिंग में भी पोषण आहार के लिये पयवेक्षक और परियोजना अधिकारी को जानकारी दे दी थी। किंतु पोषण आहार उपलब्ध नही हो सका। कलेक्टर ने पलासुर, रतागढ़, डाबियाखेड़ा की आंगनवाड़ी केन्द्रों का अवलोकन किया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अब्दुल गफ्फार खान भी मौजूद रहे। उन्होनें ने भी बच्चों का परीक्षण किया। उन्होनें बताया कि अतिकम वजन के बच्चें अब कम वजन की श्रेणी में आ गये है। यह सब सुपोषण अभियान के तहत संभव हुआ है।
ग्रामवासियों से रूबरू चर्चा
श्री अवस्थी ने उपरोक्त सभी ग्रामों में चौपाल लगायी। ग्रामीणों की व्यक्तिगत, सार्वजनिक समस्याएं सुनी। उन्हें सुनकर वाजिब समस्याओं को समाधान के लिए अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान नीम बीज के पौधारोपण की जानकारी भी ग्रामवासियों से ली गयी। जिन कोटवारों ने नीम बीज रोपित किये है। उन्हें शाबाशी मिली। जिन कोटवारों ने ग्राम में निम्बोली बीज रोपण करने में कोताही की है। उनके प्रति कार्यवाही करने एसडीएम से कहा गया है।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना में स्वीकृत प्रकरणों में बैंक के द्वारा ऋण नहीं प्रदाय किया जा रहा है। कलेक्टर ने इस पर स्टैट बैंक अधिकारी को ऋण सुविधा मुहैया कराने हेतु तत्काल फोन लगाया। कलेक्टर ने सभी ग्रामों में कहा कि बच्चों को स्कूल अवश्य भेजें। कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित ना रहे। इस भ्रमण में एसडीएम श्री सूरज नागर, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यपालन यंत्री श्री सोनी, एई श्री तिवारी, जनपद पंचायत सीईओ श्री आर.एस.दंडोतिया, तहसीलदार श्रीमती हेमलता सोलंकी, जिला समन्वयक श्री प्रवीण गुप्ता, उपयंत्री श्री चौहान, श्री खराते सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहेे।
मनरेगा तालाब कार्यो का निरीक्षण
कलेक्टर ने ग्राम निम्ना और बोरसल ग्राम में मनरेगा के मद से निर्मित निस्तारी तालाब कार्यो का तकनीकि सूक्ष्मता से अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत श्री सुरेश्वरसिंह ने निम्ना में कार्य में सुधार लाने तथा बोरसल में वेस्ट वेयर शीघ्र बनाने तकनीकि दिशा-निर्देश उपयंत्रियों को दिये है। उन्होनें कहा कि जलसंरक्षण और संवर्धन की दिशा में कार्यो का संपादन किया जाये। जिससे भू-जल स्तर में बढ़ोतरी हो सके। जिससे कुएं, हैडपंप से सतत् जल आपूर्ति हो सकेगी। यह कार्य भी दिन पर दिन जल की हो रही कमी के कारण ही कराये जा रहे है। उन्होेनें ग्रामवासियों को भी नदी, नाले, मेढ़ बंधान से जल संचय करने की सलाह दी। पलासुर में मनरेगा के तहत निर्मित पशुशेड देखकर प्रशंसा की गयी।
शैक्षणिक संस्थाओं और छात्रावासों का जायजा
कलेक्टर ने इस भ्रमण में निम्ना प्राथमिक शाला में अध्यापन और शिक्षकों की उपस्थिति का जायजा लिया। इस शाला में एक ही शिक्षक होने पर उन्होनें कहा कि जिन शालाओं में भी शिक्षकों की कमी है वहां अतिथि शिक्षक अविलंब नियुक्त किये जाये। बी.आर.सी. को इस संबंध में दिशा निर्देशित भी किया। रतागढ़, पलासुर, भातखेड़ा, हैदरपुर स्कूलों में भी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पंजी का परीक्षण किया। अनुपस्थित बच्चों को शाला में नियमित अध्यापन के लिये बुलाने शिक्षकों को निर्देश दिये। इस दौराना गणवेश, पाठय पुस्तक, साईकिल एवं छात्रवृत्ति के बारे में भी विद्यार्थियों से जानकारी प्राप्त की। भातखेड़ा स्कूल में प्राचार्य राजेश तकझरे, वरिष्ठ अध्यापक संगीता कानफाडे़, पी.टी.आई. नरेन्द्र महाजन अनुपस्थित पाये गये। उक्त सभी का एक-एक दिन का वेतन काटने तथा नोटिस जारी करने के निर्देश एसडीएम को दिये है। कलेक्टर ने पलासुर ग्राम में पौधारोपण भी किया और ग्रामवासियों को पौधों के संरक्षण के लिये समझाईश दी। डाबियाखेड़ा में प्रतीक्षालय भवन, ग्रेवल सड़क निर्माण कार्य का अवलोकन किया। हैदरपुर में सिमेन्टीकरण और नाली निर्माण कार्य प्राथमिकता से कराने ग्राम पंचायत को निर्देशित किया है।
छात्रावास सुविधाओं की विद्यार्थियों से ली जानकारी
कलेक्टर व सीईओ ग्राम हैदरपुर में संचालित प्री-मैट्रिक बालक छात्रावास भी पहुंचे। कलेक्टर ने यहां विद्यार्थियों से भोजन, बिस्तर, प्रकाश, पंखे आदि की व्यवस्था के बारे में पूछा। अधीक्षक युवराज सुल्ताने अनुपस्थित पाये गये। बालकों ने बताया कि अधीक्षक डाबिया में रहते है। खाना पकाने के लिए महिला लगी है। उसका पति साफ-सफाई करता है। रात्रि में हमारी सुरक्षा के लिए यहां कोई चौकीदार नहीं रहता है। हम सभी बालक हैडपंप से पानी भरकर लाते है। कलेक्टर ने अधीक्षक को मुख्यालय पर नहीं रहने पर अधीक्षक को हटाने के निर्देश एसडीएम को दिये है।
ग्रामों में मर्यादा अभियान की प्रगति
कलेक्टर ने विभिन्न ग्रामों में भ्रमण के दौरान मर्यादा अभियान के तहत निर्मित शौचालयों की जानकारी भी पंचायत से प्राप्त की। बहुत सी पंचायतों में शौचालय काफी बन गये है। जहां-जहां नहीं बन पाये है। वहां बनवाने के लिए कोटवार, सचिव को विशेष रूप से निर्देश दिये गये है। बाहर शौच पर प्रतिबंध लगाने ग्रामवासियों को भी समझाईश दी गयी है। बहुत से ग्राम निर्मल ग्राम के करीब पहुंच रहे है।
निम्ना आंगनवाड़ियों में पोषण आहार उपलब्ध कराने के निर्देश
कलेक्टर ने निम्ना आंगनवाड़ी केन्द्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से पूछा आज बच्चों को पोषण आहार में क्या दिया गया है। जवाब मिला कि 15 दिन से आंगनवाड़ी में पोषण आहार परियोजना द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि मैंने 15 दिन पूर्व मीटिंग में भी पोषण आहार के लिये पयवेक्षक और परियोजना अधिकारी को जानकारी दे दी थी। किंतु पोषण आहार उपलब्ध नही हो सका। कलेक्टर ने पलासुर, रतागढ़, डाबियाखेड़ा की आंगनवाड़ी केन्द्रों का अवलोकन किया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी अब्दुल गफ्फार खान भी मौजूद रहे। उन्होनें ने भी बच्चों का परीक्षण किया। उन्होनें बताया कि अतिकम वजन के बच्चें अब कम वजन की श्रेणी में आ गये है। यह सब सुपोषण अभियान के तहत संभव हुआ है।
ग्रामवासियों से रूबरू चर्चा
श्री अवस्थी ने उपरोक्त सभी ग्रामों में चौपाल लगायी। ग्रामीणों की व्यक्तिगत, सार्वजनिक समस्याएं सुनी। उन्हें सुनकर वाजिब समस्याओं को समाधान के लिए अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान नीम बीज के पौधारोपण की जानकारी भी ग्रामवासियों से ली गयी। जिन कोटवारों ने नीम बीज रोपित किये है। उन्हें शाबाशी मिली। जिन कोटवारों ने ग्राम में निम्बोली बीज रोपण करने में कोताही की है। उनके प्रति कार्यवाही करने एसडीएम से कहा गया है।
इस अवसर पर ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री आवास योजना में स्वीकृत प्रकरणों में बैंक के द्वारा ऋण नहीं प्रदाय किया जा रहा है। कलेक्टर ने इस पर स्टैट बैंक अधिकारी को ऋण सुविधा मुहैया कराने हेतु तत्काल फोन लगाया। कलेक्टर ने सभी ग्रामों में कहा कि बच्चों को स्कूल अवश्य भेजें। कोई भी बच्चा स्कूल जाने से वंचित ना रहे। इस भ्रमण में एसडीएम श्री सूरज नागर, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा कार्यपालन यंत्री श्री सोनी, एई श्री तिवारी, जनपद पंचायत सीईओ श्री आर.एस.दंडोतिया, तहसीलदार श्रीमती हेमलता सोलंकी, जिला समन्वयक श्री प्रवीण गुप्ता, उपयंत्री श्री चौहान, श्री खराते सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित रहेे।
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टैक्सी वाहन लगाने हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 23 जुलाई
टैक्सी वाहन लगाने हेतु आवेदन की अंतिम तिथि 23 जुलाई
बुरहानपुर /18 जुलाई/ लोक सेवा प्रबंधन विभाग द्वारा कार्यालयीन उपयोग हेतु टैक्सी वाहन मासिक आधार पर किराये से लिया जाना है।
जिला प्रबधंक श्री मनोज शंखपाल ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि इच्छुक व्यक्ति/फर्म 23 जुलाई को अपरान्ह 3 बजे तक कार्यालयीन समय में आवेदन जमा कर सकते है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी ूूूण्उचकपेजपतबजण्हवअण्पद वेबसाईट व कलेक्टर कार्यालय के सूचना पटल या शाखा से कार्यालयीन समय में प्राप्त कर सकते है।
जिला प्रबधंक श्री मनोज शंखपाल ने उक्त जानकारी दी। उन्होनें बताया कि इच्छुक व्यक्ति/फर्म 23 जुलाई को अपरान्ह 3 बजे तक कार्यालयीन समय में आवेदन जमा कर सकते है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी ूूूण्उचकपेजपतबजण्हवअण्पद वेबसाईट व कलेक्टर कार्यालय के सूचना पटल या शाखा से कार्यालयीन समय में प्राप्त कर सकते है।
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कृषक कमलिया कीट से फसलों का बचाव करें
कृषक कमलिया कीट से फसलों का बचाव करें
बुरहानपुर /18 जुलाई/ जिले में कृषकों को खरीफ मौसम में कमलिया कीट व्याधि से फसलों के बचाव की सलाह दी गयी है।
किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग उपसंचालक श्री मनोहरसिंह देवके ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी है। उन्होनें बताया कि जारी खरीफ में कमलिया कीट/हेयरी केटर पिलर का प्रकोप की संभावना रहती है। इस कारण मक्का, कपास, दलहनी एवं तिलहनी आदि फसलों को प्रभावित करती है। यह कीट पौधों की नई पत्तियों को खाकर नुकसान पहुचाता हैं। जिससे पत्तियां छिल्लीदार दिखाई देती है। इस कीट के प्रकोप से फसल को बचाने के लिये खेत में खरपतवार का उचित प्रबंधन करें। इसके साथ ही कीट लगने की अवस्था मंे मिथाइल पैराथियान 2 प्रतिशत (डस्ट) 20 किलो प्रति हेक्टर की मान से भुरकाव करें। अथवा क्युनालफास 25 ई.सी. की मात्रा एक पंप में या 15 लीटर पानी में 40 एम.एल./साईफर मेथ्रीन 25 से 30 मि.ली. का छिड़काव करें।
किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग उपसंचालक श्री मनोहरसिंह देवके ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी है। उन्होनें बताया कि जारी खरीफ में कमलिया कीट/हेयरी केटर पिलर का प्रकोप की संभावना रहती है। इस कारण मक्का, कपास, दलहनी एवं तिलहनी आदि फसलों को प्रभावित करती है। यह कीट पौधों की नई पत्तियों को खाकर नुकसान पहुचाता हैं। जिससे पत्तियां छिल्लीदार दिखाई देती है। इस कीट के प्रकोप से फसल को बचाने के लिये खेत में खरपतवार का उचित प्रबंधन करें। इसके साथ ही कीट लगने की अवस्था मंे मिथाइल पैराथियान 2 प्रतिशत (डस्ट) 20 किलो प्रति हेक्टर की मान से भुरकाव करें। अथवा क्युनालफास 25 ई.सी. की मात्रा एक पंप में या 15 लीटर पानी में 40 एम.एल./साईफर मेथ्रीन 25 से 30 मि.ली. का छिड़काव करें।
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