गोपाल पुरस्कार योजना का आयोजन 4 और 5 को
बुरहानपुर (03 नवम्बर)- 4 व 5 को पशु चिकित्सक विभाग द्वारा जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना का आयोजन गायत्री गौशाला खडकोंद में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें जिले के समस्त पशुपालक हिस्सा ले सकते हैं। जिसमें जिले के समस्त पशुपालक अपनी देशी नस्ल की गाय को भी प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं, जिसकी विस्तृत जानकारी देते हुये उपसंचालक पशु चिकित्सका सेवा श्रीण्एम.के. सक्सेना ने योजना की विस्तृत जानकारी देते हुये इसके उद्धेश्य स्वरुप को बताया।
उद्ेश्य:-भारतीय उन्नत नस्ल के गौवंशीय पशुओं के पालन को बढ़ावा देने एवं अधिक दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये पुरस्कार योजना संचालित की गई है, जिसमें पशु पालको को अतिरिक्त आय का साधन मिलेगा एवं भारतीय उन्नत नस्ल की गायों के दुग्ध उत्पादन में एवं भारतीय नस्ल के गौवंशनीय उत्पादक पशुओं की संख्या में वृद्धि होगी।
योजना का स्वरुप:-योजना सभी वर्ग के पशु पालकों के लिये है जिनके पास भारतीय नस्ल की गाय उपलब्ध हो और गाय का दुग्ध उत्पादन प्रतिदिन 4 लीटर या उससे अधिक है।
योजना का विवरण:-विकासखंड स्तरीय, जिला स्तरीय पुरस्कार एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार अलग-अलग होगें, प्रतियोगिता में दुध देने वाली भारतीय नस्ल की गाय को पंजीकृत किया जायेगा जिसका दुग्ध उत्पादन प्रतिदिन 4 लीटर या उससे अधिक हो, प्रतियोगिता में भाग लेने वाली गाय के 3 समय के दुग्ध उत्पादन का अंकित चयन का आधार होगा और सर्वाधिक दुग्ध उत्पादित करने वाली भारतीय गौवंश की गाय को पुरस्कृत किया जाएगा।
विकास खंड स्तरीय पुरस्कार:-
प्रथम पुरस्कार - 10,000 / - रुपये
द्वितिय पुरस्कार - 07,500/ - रुपये
तृतीय पुरस्कार - 05,000/ - रुपये
जिला स्तरीय पुरस्कार:-
प्रथम पुरस्कार - 50,000/ - रुपये
द्वितिय पुरस्कार - 25,500/ - रुपये
तृतीय पुरस्कार - 15,000/ - रुपये
सांत्वना पुरस्कार - 05,000/ - रुपये ;7 गायों काद्ध
राज्य स्तरीय पुरस्कार:-
प्रथम पुरस्कार - 2.00 लाख रुपये
द्वितिय पुरस्कार - 1.00 लाख रुपये
तृतिय पुरस्कार - 0.50 हजार रुपये
सांत्वना पुरस्कार - 0.10 हजार रुपये ;7 गायों काद्ध
क्र-2012/वर्मा
बुरहानपुर (03 नवम्बर)- 4 व 5 को पशु चिकित्सक विभाग द्वारा जिला स्तरीय गोपाल पुरस्कार योजना का आयोजन गायत्री गौशाला खडकोंद में आयोजित किया जा रहा है। जिसमें जिले के समस्त पशुपालक हिस्सा ले सकते हैं। जिसमें जिले के समस्त पशुपालक अपनी देशी नस्ल की गाय को भी प्रतियोगिता में शामिल हो सकते हैं, जिसकी विस्तृत जानकारी देते हुये उपसंचालक पशु चिकित्सका सेवा श्रीण्एम.के. सक्सेना ने योजना की विस्तृत जानकारी देते हुये इसके उद्धेश्य स्वरुप को बताया।
उद्ेश्य:-भारतीय उन्नत नस्ल के गौवंशीय पशुओं के पालन को बढ़ावा देने एवं अधिक दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिये पुरस्कार योजना संचालित की गई है, जिसमें पशु पालको को अतिरिक्त आय का साधन मिलेगा एवं भारतीय उन्नत नस्ल की गायों के दुग्ध उत्पादन में एवं भारतीय नस्ल के गौवंशनीय उत्पादक पशुओं की संख्या में वृद्धि होगी।
योजना का स्वरुप:-योजना सभी वर्ग के पशु पालकों के लिये है जिनके पास भारतीय नस्ल की गाय उपलब्ध हो और गाय का दुग्ध उत्पादन प्रतिदिन 4 लीटर या उससे अधिक है।
योजना का विवरण:-विकासखंड स्तरीय, जिला स्तरीय पुरस्कार एवं राज्य स्तरीय पुरस्कार अलग-अलग होगें, प्रतियोगिता में दुध देने वाली भारतीय नस्ल की गाय को पंजीकृत किया जायेगा जिसका दुग्ध उत्पादन प्रतिदिन 4 लीटर या उससे अधिक हो, प्रतियोगिता में भाग लेने वाली गाय के 3 समय के दुग्ध उत्पादन का अंकित चयन का आधार होगा और सर्वाधिक दुग्ध उत्पादित करने वाली भारतीय गौवंश की गाय को पुरस्कृत किया जाएगा।
विकास खंड स्तरीय पुरस्कार:-
प्रथम पुरस्कार - 10,000 / - रुपये
द्वितिय पुरस्कार - 07,500/ - रुपये
तृतीय पुरस्कार - 05,000/ - रुपये
जिला स्तरीय पुरस्कार:-
प्रथम पुरस्कार - 50,000/ - रुपये
द्वितिय पुरस्कार - 25,500/ - रुपये
तृतीय पुरस्कार - 15,000/ - रुपये
सांत्वना पुरस्कार - 05,000/ - रुपये ;7 गायों काद्ध
राज्य स्तरीय पुरस्कार:-
प्रथम पुरस्कार - 2.00 लाख रुपये
द्वितिय पुरस्कार - 1.00 लाख रुपये
तृतिय पुरस्कार - 0.50 हजार रुपये
सांत्वना पुरस्कार - 0.10 हजार रुपये ;7 गायों काद्ध
क्र-2012/वर्मा
No comments:
Post a Comment