जिला जनसम्पर्क कार्यालय, बुरहानपुर (म.प्र.)
समाचार
धारवाड विधी से तुअर लगाकर अधिक उत्पादन ले किसान भाई
बुरहानपुर/22 अप्रैल 2016/ जिले में अरहर (तुअर) लगभग 5500 हेक्टर में होती है। मुख्यतः यह फसल बुरहानपुर जिले में अन्तरवर्ती फसल के रूप में ली जाती है। शुद्ध रूप से इसकी खेती बहुत कम क्षेत्र में की जाती है। जिले मंे तुअर की औसत उत्पादकता 5-6 क्वि. प्रति एकड है। परन्तु धारवाड पद्धति से तुअर की बुआई करने पर औसत उत्पादकता 10-12 क्विंटल प्रति एकड़ प्राप्त की जा सकती है। किसान भाई धारवाड विधि से तुअर लगाकर अधिक से अधिक उत्पादन ले सकते है।
उक्त जानकारी कृषि उपसंचालक श्री एम.एस.देवके ने दी। उन्होनें बताया कि तुअर को कपास, गन्ना, केला के फसल चक्र में सम्मिलित करने से भूमि की उर्वरकता बनी रहती है साथ ही कम पानी तथा कम जोखिम में ज्याद से ज्यादा आय प्राप्त की जा सकती है। धारवाड पद्धति से बीज 2 कि.ग्रा. प्रति एकड़ तथा पोली बेग में 2-2 दाने डिबलींग किये जाते है तथा एक माह पश्चात पौध रोपण किये जाते है। पौध रोपण के 20-25 दिन बाद शीर्ष कलीकाओं को तोड़ दिया जाता है तथा शीर्ष कलीका के तोड़ने के 20-25 दिन बाद शाखाओं की कलीकाओं को तोड़ते है। इस दौरान पौधे को एक बेग डीएपी, एमओपी, 2 बेग जिप्सम, 8 कि.ग्रा. जिन्क सल्फेट प्रति पौधा दिया जाता है। पौध रोपण कतार से कतार की दूरी 5 फिट एवं पौधे से पौधे की दूरी 3 फिट रखी जाती है इस प्रकार एक एकड में तीन हजार पौधे लगाये जाते है। फसल की शाखा एवं फल्ली अवस्था में पानी देने से उत्पादन में वृद्धि होती है। रोपाई के 20 दिन बाद एक-एक छिड़काव 1500 पीपीएम नीम तेल का छिडकाव (4 बार) करें। जिससे रस चुसक कीडे़ की रोकथाम की जा सके। फुल एवं फल्ली की अवस्था में ट्रायजोफास, क्युनालफास 40 एमएल प्रति पंप का छिड़काव करने से फल्ली छेदक इल्ली से बचाया जा सकता है। इस प्रकार यह विधि अपनाने से कम से कम 12 क्विंटल और अधिकतम 15 से 16 क्विंटल प्रति एकड प्राप्त की जा सकती है।
धारवाड विधि से तुअर उत्पादन हेतु समय सारणी
उन्होनें बताया कि धारवाड विधी से बीज की बुआई में उचित किस्मों का (राजीव लोचन, आशा) चयन कर बाविस्टिन, मेनकोजेब 2-3 ग्राम प्रति कि.ग्रा. से उपचारित करंे। बीज बोनी से पूर्व रायजोबियम, पीएसबी कल्चर का उपयोग करें। 25 से 30 अप्रैल के बीच पोली बेग में डिबलींग विधी से बीज की बुआई करें। 25 से 30 मई के बीच में पौध रोपण 5ग3 अथवा 5ग4 फिट की दुरी पर बीज की बुआई करें। रोपाई की 20 से 25 जून के बीच शीर्ष कलीकाओं को तोडना एवं 20 जुलाई के आस-पास शाखाओं की कलीकाओं को तोडना।
किसान पंजीयन हेतु यह करें
किसान धारवाड पद्धति से तुअर उत्पादन के लिये कन्ट्रोल रूम फोन नम्बर 07325-241752 मे पंजीयन हेतु सम्पर्क करें, या ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी/वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से सम्पर्क करे। किसान स्वयं भी अपना नाम, ग्राम का नाम, तुअर लगाने का क्षेत्र, इस नम्बर पर 9755489330 एसएमएस कर अपना पंजीयन करा सकते है। आप अपना पंजीयन दिनांक 10 मई 2016 तक करावे ताकि बीज की व्यवस्था की जा सकें।
समाचार
ग्रीष्मकालीन अवकाश में मध्यान्ह भोजन संचालन संबंधी निर्देश
जारी
बुरहानपुर-/22 अप्रैल 2016 /- जिले में सूखा घोषित तहसील खकनार एवं नेपानगर अंतर्गत आने वाली समस्त शासकीय एवं शासन अनुदान प्राप्त प्राथमिक/माध्यमिक शालाओं में ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम हेतु निर्देश जारी किये गये है।
सीईओ जिला पंचायत श्री बसंत कुर्रे ने विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक बुरहानपुर और खकनार को निर्देश दिये है कि एमडीएम संचालित शालाओं में ग्रीष्मकालीन अवकाश में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम संचालन करना सुनिश्चित करवायें। इस दौरान शालाओं में एक शिक्षक की ड्यूटी लगाई जाये। भोजन की गुणवत्ता शिक्षक एवं माताओं द्वारा चखने के उपरांत ही विद्यार्थियों को वितरित करायें। मध्यान्ह भोजन निर्धारित साप्ताहिक मेन्यू अनुसार दिया जाये।
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