जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
समाचार
कृषक भाई बीज को उपचार कर ही बोये
बुरहानपुर/13 नवम्बर/ जिले में रबी फसलों की बोनी कार्य प्रारंभ हो गया है। रबी मौसम में गेहूँ, चना, मक्का तथा गन्ना बोया जाता है। बीजांें में फफंूदजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए बीज का उपचार करना आवश्यक है।
किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग उपसंचालक श्री एम.एस.देवके ने बताया कि बीमारी, बीज एवं मिट्टी के माध्यम से फैलती है। मिट्टी एवं बीज जनित बीमारियों के नियंत्रण के लिये बीज को पहले फफूंदनाशक से बाद में कीटनाशक एवं अन्त में जैव उर्वरक से उपचारित करें। फफूंद नाशक में थायरम दो ग्राम एवं एक ग्राम कार्बेन्डिजम का मिश्रण बनाकर एक किलो बीज में उपचारित करें। रसचूसक कीटों के नियंत्रण हेतु थायोमिथाक्जाम 70 डब्ल्यू.पी.ए 3 ग्राम प्रति किलो बीज की दर में उपचार करें। दीमक लगने वाले खेत में 100 किलो बीज को 2.5 लीटर क्लोरोपायरीफॉस से उपचारित कर बोये। कल्चर से उपचार कर बोये, अनाज वाली फसलों के लिए एजेक्टोबेक्टर तथा दलहन फसलों के लिए के लिए राईजोबियम से उपचारित करें तथा पी.एस.बी कल्चर का उपयोग सभी फसलों के बीजों के लिए उपयोग करें।
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क्रमांक-38/955/2015 सचिन/कृषि
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