जिला जनसंपर्क कार्यालय, बुरहानपुर म.प्र.
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मूर्तियांे के निर्माण के संबंध में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी
बुरहानपुर/4 सितम्बर/ कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्रीमती जे.पी. आइरीन सिंथिया ने बुरहानपुर जिले में दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत प्लास्टर ऑफ पेरिस एवं अन्य रासायनिक पदार्थो से मूर्तियों के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया है।
जारी आदेश के अनुसार मूर्तियो व प्रतिमाओं के निर्माण में केवल उन्हीें प्राकृतिक सामग्री का ही इस्तेमाल किया जायें। जैसा कि पवित्र ग्रन्थों में उल्लेख है। मूर्तियों के निर्माण में परंपरागत मिट्टी का ही उपयोग किया जाये। पीओपी या किसी प्रकार के केमिकल/रासायनिक वस्तुओं का उपयोग मूर्ति निर्माण में किया जाना प्रतिबंधित है। मूर्तियों पर कलर हेतु प्राकृतिक रंगो व गैर विषाक्त रंगो का इस्तेमाल किया जाये। परंपरागत मिट्टी छोड़कर अन्य पदार्थ जैसें पीओपी व अन्य रासायनिक पदार्थो से पूर्व में निर्मित कर ली गई प्रतिमाओं (अर्थात आदेश जारी होने की पूर्व की अवधि में) के वर्तमान स्टॉक के अतिरिक्त इस प्रकार नई मूर्तियों का निर्माण प्रतिबंधित है। स्थानीय निकाय द्वारा इस संबंध में सत्यापन किया जायेगा। यदि इस आदेश के जारी होने के तिथि के बाद परंपरागत मिट्टी छोड़कर अन्य पदार्थ जैसें पी.ओ.पी. व अन्य रासायनिक पदार्थो से प्रतिमाओं के निर्माण का मामला प्रकाश में आता है तो तत्काल संबंधित निकाय द्वारा निर्मित मूर्तियों को कब्जे में लेकर उनका निपटान नगरीय ठोस अपशिष्ट नियम 2000 के प्रावधानों के अनुरूप कार्यवाही करेगा।
पूजन सामग्री जैसें फल, फूल, नारियल वस्त्र, आभूषण सजावट के सामान, जिनके कागज, प्लास्टिक से निर्मित वस्तुऐं शामिल है। मूर्ति विसर्जन के पूर्व निकालकर अलग-अलग संग्रहण किया जायेगा। उक्त एकत्रित सामग्री का निपटान नगरीय ठोस अपशिष्ट नियम के प्रावधानों के परिप्रेक्ष्य में स्थानीय निकाय द्वारा किया जायेगा। मूर्ति/प्रतिमाओं के विसर्जन के 24 घंटे भीतर विसर्जित मूर्ति/प्रतिमाओं से उत्पन्न ठोस अपशिष्ट जैसे बांस, रस्सी, मिट्टी आदि को एकत्रित कर उनका निपटान नगरीय ठोस अपशिष्ट नियम 2000 के प्रावधानों के अनुरूप किया जायेगा। चूंकि यह आदेश जन सामान्य के महत्व का है आमजनता को संबोधित है। जिससें व्यक्तिशः सूचना दी जाना संभव नही होने से दण्ड प्रक्रिया संहित 1973 की धारा 144 (2) के तहत यह आदेश एक पक्षीय पारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि माननीय राष्ट्रीय हरित अधिकरण सेन्ट्रल जोनल बेन्च भोपाल द्वारा जारी गाईड लाईन जारी की गई है। जिसका उद््देश्य पीओपी से बनी मूर्ति निर्माण एवं मूर्तियों के विसर्जन से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम करना है। इस हेतु कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी ने आदेश जारी किया है।
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क्रमांक-18/771/2015 सचिन/प्रशासन
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युवा स्वच्छता अभियान में वातावरण निर्मित करें-श्रीमती सिंथिया
बुरहानपुर/4 सितम्बर/ ग्रामीण क्षेत्रों में चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान तथा शौचालय निर्माण की गति जागरूकता की कमी के कारण अत्यधिक तेजी से नही चल रही है। कई जगह शौचालय का निर्माण होने के उपरांत भी उनका उपयोग हितग्राहियों द्वारा नही किया जा रहा है। ऐसे में उनके बीच वातावरण निर्मित करने की अधिक आवश्यक है। ताकि वे लोग शौचालय का उपयोग कर सकें। युवा इस कार्य को अपने हाथ में प्राथमिकता के तौर पर ले।
यह बात जिला कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया ने नेहरू युवा केन्द्र द्वारा आयोजित जिला युवा सलाहकार समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होनें कहा कि शासन की विभिन्न योजनाओं का प्रचार-प्रसार कर उसका लाभ आमजनता तक पहुंचाने में योगदान दे। बीमा योजना में नेहरू युवा केन्द्र द्वारा किये गये कार्य की सर्वत्र सराहना हो रही है। बैठक के प्रारंभ सचिव एवं जिला समन्वयक अजीज डिप्टी ने अध्यक्ष एवं सभी का स्वागत करते हुए केन्द्र के कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की। कार्यालय भवन निर्माण हेतु भूमि आवंटित करने का भी प्रस्ताव रखा। जिस पर कलेक्टर ने प्रस्ताव आने पर सहमति की बात कही ।
इस अवसर पर युवाओं से जुडे़ कार्यक्रमों के संबंध में प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय डॉ.सुरेश सोमवंशी, खेल विभाग की ममता तिवारी, परियोजना अधिकारी श्री विजय पचौरी, सहायक संचालक उद्यानिकी श्री इन्द्राज, उपसंचालक कृषि श्री एम.एस.देवके, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डा. एम.के.शर्मा तथा राष्ट्रीय युवा समूह कुमारी दिक्षा पाटेकर, श्री विक्की कटियारे और निसार पिंजारी आदि उपस्थित थे। अंत में श्री डिप्टी द्वारा सभी का आभार माना।
टीपः- फोटोग्राफ क्र - 4 व 5 है।
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क्रमांक-19/772/2015 सचिन/ने.यु.क./फोटो
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मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने बच्चों से किया संवाद
छोटी से छोटी बचत करके देश की सेवा में योगदान दे
बुरहानपुर/4 सितम्बर/ प्रतिवर्ष 5 सितम्बर को मनाये जाने वाले शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा स्कूली बच्चों से सीधा संवाद स्थापित किया। स्थानीय शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बैठकर प्रधानमंत्री के मन की बात कार्यक्रम का दूरदर्शन केन्द्र नई दिल्ली द्वारा प्रसारित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के सम्बोधन को सुना।
अपने संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि विद्यार्थी का सबसे ज्यादा समय अपने शिक्षक के साथ गुजरता है। विद्यार्थी और शिक्षक के बीच अपनत्व की भावना होनी चाहिए। शिक्षक और विद्यार्थी की जोड़ी जीवन की कला सीखाती है। उन्होनें कहा कि शिक्षक देश बनाते है। शिक्षक कुम्हार की तरह विद्यार्थी का जीवन सुधारता है। उन्होनें विद्यार्थियों को छोटी-छोटी बचत करने की सीख दी। विद्यार्थियों से कहा कि छोटी बचत करके देश की सेवा कर सकते है।
विद्यार्थियों ने यह प्रश्न पूछे:- कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश के स्कूली बच्चों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। बच्चों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बड़े ही रोचक ढंग से जवाब दिये। जिसमें -
मणिपुर की शैली का प्रश्नः- सफल नेता बनने के लिये क्या गुण होना चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि नेतृत्व क्षमता होना चाहिए। यह पता होना चाहिए कि नेता क्यो बनना है। वही देहराधून के सार्थक ने पूछा कि बिना बिजली के डिजीटल इंडिया कैसे बनेगा। श्री मोदी ने कहा कि इसके लिये प्रयास जारी है। डिजीटल इंडिया के लिये सौर उर्जा सिस्टम का उपयोग कर सकते है। ऐसे कही सवाल प्रधानमंत्री से विद्यार्थियों ने पूछे जिनके उत्तर बड़ी सरलता से दिये गये। बैंगलूर से छात्राओं का पेटांगन समूह ने एप बनाया है। जो सूखा कचरा एकत्र करने लोगों की मदद करता है। उन्होनें प्रश्न पूछा कि स्वच्छ भारत अभियान की क्या चुनौतिया है। श्री मोदी ने कहा कि इस अभियान का सभी ने समर्थन किया है। हम वेस्ट को वेल्थ में बदल सकते है। वेस्ट मेनेजमेंट उद्योग बन रहा है।
कलेक्टर ने विद्यार्थियों को दिलाया संकल्प:- कलेक्टर श्रीमती जे.पी आईरिन सिंथिया ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें इस कार्यक्रम से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होनें आगामी गणेशोत्सव को दृष्टिगत रखते हुए सभी विद्यार्थियों को संकल्प दिलाया कि अपने-अपने घरों में मिट्टी, सुपारी व लकड़ी के गणेशजी स्थापित करेगें। साथ ही अपने-अपने माता-पिता को भी बतायें। वही सभी लोगों को इसके लिये प्रेरित करेगें। हम आज परम्परा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के खिलाफ खडे़ हो गये है। प्लॉस्टर ऑफ पेरिस से निर्मित मूर्तियों में हानिकारक रसायन होते है। वही मूर्तियों को जब हम पानी में विसर्जित करते है। तो पानी प्रदूषित होता है। वही पानी हम उपयोग में लाते है। पानी के इस्तेमाल से हमारे शरीर में घातक बीमारियां उत्पन्न होने की संभावना होती है। साथ ही कलेक्टर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि पीओपी की मूर्तिया पानी में अघूलनशील होती है। मिट्टी से निर्मित मूर्तिया पानी में आसानी से घूल जाती है। तो हम आगे आकर इस कार्य सफल बनाये। स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत अपने-अपने घर व आंगन का कचरा एकत्रित करके एक स्थान पर फेंके। साथ ही प्लास्टिक के कचरे को संग्रहण कर बेच सकते है। उक्त प्लास्टिक का रिसायकल कार्य किया जाता है।
इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री बसंत कुर्रे, जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.एल.रघुवंशी एवं प्राचार्य श्री नरेन्द्र मोदी सहित शिक्षकगण व छात्र/छात्राऐं भी उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन श्री संजय राउत ने किया।
टीपः- फोटोग्राफ क्र. 1, 2, 3 है।
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क्रमांक-20/773/2015 सचिन/शिक्षा/फोटो
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कृषि एवं कृषि संबंधित विभागों की समीक्षा बैठक संपन्न
कलेक्टर ने संबंधित विभागों को दिये दिशा-निर्देश
बुरहानपुर/4 सितम्बर/ राज्य शासन द्वारा किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग की विभिन्न योजनाऐं संचालित है। कलेक्टेªट सभागार में कृषि आदान समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती जे.पी.आईरिन सिंथिया ने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की उर्वरक की कमी नही होनी चाहिए। अमानक उर्वरकों पर सख्त कार्यवाही की जाये।
कलेक्टर ने उक्त निर्देश कृृषि विभाग को दिये है। उन्होनें आज कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सहकारिता आदि विभागों की गहन समीक्षा बैठक लेकर प्रगति का जायजा लिया। जिसमें उन्होनें कहा कि विभागीय योजना अंतर्गत प्राप्त लक्ष्य अनुसार कृषकों का चयन कर सितम्बर माह में शिविर लगाकर लाभान्वित करें। जिसमें पौध संरक्षण संयत्र, कीटनाशक, कृषि यंत्र आदि। बायोगैस संयत्र के लिये आठ ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर ग्रामीण विकास विभाग से समन्वय कर लक्ष्यों की पूर्ति करें। रबी सीजन की तैयारियों के लिये कृषि एवं सहकारिता की संयुक्त बैठक आयोजित करें। साथ ही किसानों को उन्नत किस्म का गेहूँ एवं चना बीज उपलब्ध कराया जाये। किसानों को अंतवर्तीय फसल बोने की भी सलाह दे। रबी में आयोजित होने वाले प्रदर्शन के हितग्राहियों का चयन 25 सितम्बर तक पूर्ण कर ले।
पशु चिकित्सा विभाग कृत्रिम गर्भाधान तीन गुना कराया जाये। जिससें कि शत प्रतिशत वत्सोत्पादन का लक्ष्य हासिल हो पाये। इस वित्तीय वर्ष में लगभग 4 करोड़ रूपये के ऋण वितरण कराये। प्रशिक्षण हेतु जिले के हितग्राहियों को छः माह का प्रशिक्षण अर्जित कराये। जिससें उन्नत नस्ल के पशुपालन को प्रोत्साहित किया जाए। ताकि जिले में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकें। साथ ही बैंकों लंबित प्रकरणों को एलडीएम एवं बैंको से समन्वय कर ऋण स्वीकृत कराये। चरनोई भूमि के लिये पांच ग्राम पंचायतों का चयन कर प्रस्तुत करें। ताकि समयावधि में आवंटित किया जा सके।
उद्यान विभाग की समीक्षा:- जिले में फल-फूल, मिर्च-मसाला, औषधी, सब्जी विस्तार, कार्यक्रम के तहत शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हो जाना चाहिए। कृषि एवं उद्यानिकी अन्य विभागों को निर्देश दिये गये है कि जिले में जो किसान बाहर से फसलों का अवलोकन व प्रशिक्षण अर्जित करने आते है। ऐसे भ्रमण कार्यक्रमों का लेखा-जोखा रखा जावे। पाली हाउस और पैक हाउस के प्रचार-प्रसार के लिये साहित्य तैयार कर किसानों में जागरूकता लायी जाये। विभाग द्वारा आयोजित शिविरों में कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई जाये। साथ ही विभाग की ओर से उपस्थित विभागीय प्रतिनिधि को बैठक में दिये गये निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने निर्देशित किया गया। अंत में कलेक्टर द्वारा मत्स्य विभाग की समीक्षा की गई। भौतिक आवंटन और उपलब्धियों से संतुष्टि व्यक्त की गई। विशेष रूप से मछुआ क्रेडिट कार्ड के 50 लक्ष्य पूर्ति करने हेतु सहायक संचालक मत्स्य विभाग को निर्देशित किया गया। वे जलाशय जो सिंचाई जलाशय है। जिनका पट्टा होना अभी शेष है। उनमें मछली बीज डालना सुनिश्चित करें। किसी भी दशा में जल क्षेत्र मछली बीज के अभाव में खाली ना रहे। मछुआ आवास के फोटोग्राफ एकत्र कर प्रस्तुत करे। बैठक में कृषि उपसंचालक श्री एम.एस.देवके, पशु चिकित्सा सेवा उपसंचालक डॉ. एम.के.शर्मा, सहायक संचालक मत्स्य श्री ए.एस.भट्नागर, सहकारिता बी.एल.जोशी व श्री जुनागढे़, प्रबंधक सांची दुग्ध संघ श्री जाधव, उद्यानिकी विभाग से श्री पाण्डे सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
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क्रमांक-21/774/2015
सचिन/कृषि/फोटो
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